विपक्ष की राजनीतिक तैयारी के बीच सत्ता की मनमानीः तरह तरह के आदेश अध्यादेश
शुक्रवार को बेंगलूरू में सिद्दारमैय्या सरकार के शपथग्रहण समारोह में विपक्षी नेताओं के निमंत्रण और उनकी उपस्थिति से काफ़ी हद तक भविष्य की तस्वीर साफ़ हुई. कांग्रेस ने 2024 के लिए विपक्षी एकता का अपना नज़रिया और परिप्रेक्ष्य विकसित कर लिया है. दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में सत्तापक्ष ने विपक्षी ख़ेमे के नेताओं और उनकी सरकारों पर हमले तेज कर दिये हैं. दिल्ली सरकार पर अंकुश रखने के लिए नया अध्यादेश इसी सिलसिले की एक कड़ी है. अपने ही शुरू किये दो हज़ार रुपये के नोटों के चलन से बाहर करने के फ़ैसले से सरकार चलाने वालों की समझ का अंदाज लगता है. इन तीन कथा प्रसंगों पर इस बार का #NewsManthan पेश कर रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश
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