दिल्ली चुनाव : पिछली बार से कम मतदान लेकिन आप फिर भी फायदे में!
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान आज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। हालांकि इस बार मतदान का प्रतिशत पिछली बार से काफी कम रहा। शाम छह बजे तक करीब 55 प्रतिशत मतदान की ख़बर थी। जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में 67.12 फीसदी मतदान हुआ था। अभी 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी दिल्ली में 60 फीसदी के करीब मतदान हुआ था। लेकिन तमाम गहमा-गहमी और गरमा-गरमी भरे चुनाव प्रचार के बाद भी मतदान ने पिछले रिकार्ड को भी नहीं छुआ। हालांकि अभी अंतिम आंकड़े देर रात तक आएंगे, जिसमें मतदान प्रतिशत कुछ बढ़ने की संभावना है। क्योंकि शाम 6 बजे भी बहुत से पोलिंग बूथों पर लंबी कतारें थीं और चुनाव आयोग के नियमानुसार शाम 6 बजे तक कतार में लगने वाले सभी मतदाताओं को मतदान का मौका दिया जाएगा।
दिन में तो मतदान की गति और भी धीमी थी।खासकर सुबह में मतदान की धीमी शुरुआत के बाद आगे चलकर उसके प्रतिशत में वृद्धि हुई।
दिल्ली के ग्यारह जिलों में सबसे अधिक 62.75 फीसद मतदान उत्तर पूर्व जिले में रिकार्ड किया गया जबकि सबसे कम 51.85 फीसदी मतदान नयी दिल्ली में रहा।
इसके अलावा उत्तर पश्चिम ज़िले में 54.35, दक्षिण दिल्ली 53.59, मध्य दिल्ली 53.05, दक्षिण पश्चिम 55.54, पूर्वी दिल्ली 56.08, पश्चिमी दिल्ली 54.88, उत्तर दिल्ली 54.56, शहादरा 57.50, दक्षिण पूर्व 52.91 प्रतिशत वोट हुआ।
आपको बता दें कि इस चुनाव में 1.47 करोड़ लोग मताधिकार का प्रयोग करने योग्य थे और यहां 672 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज ईवीएम में बंद हो गया।
दिल्ली की 70 सीटों के लिए सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप), विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना गया। हालांकि मुख्य मुकाबला आप और बीजेपी में ही देखा गया। शुरुआती रुझानों के मुताबिक इस चुनाव में भी आप बढ़त ले रही है। मतगणना 11 फरवरी को होगी।
मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सिविल लाइन्स इलाके के राजपुर परिवहन प्राधिकरण मतदान केंद्र में वोट दिया।
नयी दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे केजरीवाल के साथ पत्नी सुनीता और बेटे पुलकित भी थे। मतदान के लिए जाने से पहले उन्होंने अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पश्चिम दिल्ली के सांसद परवेश वर्मा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी वोट दिया। केंद्रीय मंत्रियों एस. जयशंकर, हरदीप सिंह पुरी ने भी मतदान किया।
सोनिया गांधी ने निर्माण भवन मतदान केंद्र पर वोट डाला। वह बीमार चल रहीं थी और इसी हफ्ते उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई थी।
इस बार जो दिग्गज उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं उनमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी की आतिशी और राघव चड्ढा, चार पूर्व महापौर भाजपा के आजाद सिंह, योगेंद्र चंदोलिया, रवींदर गुप्ता और खुशी राम तथा दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की बेटी शिवानी चोपड़ा शामिल हैं।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रणबीर सिंह ने बताया कि इस बार चुनाव में 81 लाख से अधिक पुरुष मतदाता, 66.80 लाख महिला मतदाता और 869 तीसरे लिंग के मतदाता रहे।
अधिकारियों के अनुसार, करीब 2.33 लाख मतदाता 18 से 19 साल की आयुवर्ग के हैं, 2.04 लाख मतदाता 80 साल के वरिष्ठ नागरिक हैं जबकि 11,608 सेवा मतदाता हैं।
दिल्ली में 2,689 स्थानों पर कुल 13,750 मतदान केंद्र बनाए गए थे,जहां सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम रहे। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर शाहीन बाग में सभी पांच मतदान केंद्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया था। यहां प्रदर्शनकारी महिलाओं ने बारी-बारी जाकर मतदान किया।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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