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झारखंड: पहले चरण में 13 सीटों पर सुबह 7 बजे से दोपहर तीन बजे तक ही मतदान

झारखंड के लिए मतदान की घड़ी आ गई है। पहला चरण शनिवार को सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक है। फिर दूसरे चरण में 7 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। इसी तरह 81 सीट वाले इस छोटे से राज्य में पांच चरणों में चुनाव होगा।  
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Image courtesy:Business Insider

झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए गुरुवार की शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया। इस चरण में तेरह सीटों के लिए कुल 37,83,055 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग 30 नवंबर को करेंगे।

झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय चौबे ने बताया कि प्रथम चरण में 30 नवंबर को सुबह सात बजे से ही मतदान प्रारंभ हो जायेगा और इस चरण की सभी तेरह सीटें नक्सल प्रभावित इलाकों में होने के कारण वहां मतदान अपराह्र तीन बजे तक ही होगा।

उन्होंने बताया कि अपराह्र तीन बजे तक जितने भी मतदाता मतदान केन्द्र पर पहुंच जायेंगे उन्हें मतदान की अनुमति होगी। प्रथम चरण में कुल 3783055 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे।

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थित प्रथम चरण की तेरह सीटों के लिए कुल 189 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गये हैं। इस चरण के लिए कुल 3906 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। इस चरण में कुल 989 मतदान केन्द्रों से वेबकास्टिंग की जायेगी।

उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में 30 नवंबर को 27-चतरा (अनुसूचित जाति, एससी के लिए सुरक्षित), 68-गुमला (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित, एसटी), 69-बिशुनपुर (एसटी), 72-लोहरदगा (एसटी), 73-मनिका (एसटी), 74-लातेहार (एससी), 75-पांकी, 76-डाल्टेनगंज, 77-विश्रामपुर, 78-छत्तरपुर (एससी), 79- हुसैनाबाद, 80- गढ़वा और 81-भवनाथपुर सीट के लिए सुबह सात बजे से मतदान होगा।

चौबे ने बताया कि मतदानकर्मियों को ईवीएम और अन्य सामग्री के साथ मतदान केन्द्रों के लिए रवाना कर दिया गया है।

दिलचस्प रहा चुनाव प्रचार

पहले चरण में जहां भाजपा तेरह में से 12 सीटों पर स्वयं लड़ रही है तो वहीं हुसैनाबाद की सीट पर उसने निर्दलीय विनोद सिंह को समर्थन दिया है। जबकि महागठबंधन में झामुमो चार, कांग्रेस छह और राष्ट्रीय जनता दल तीन सीटों पर मुकाबले में हैं।

प्रथम चरण के लिए जहां भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो रैलियों को संबोधित किया तो वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो दिनों के दौरे में चार रैलियां कीं। इसके अलावा पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी चुनाव प्रचार किया।

दूसरी ओर कांग्रेस से कोई राष्ट्रीय नेता पहले चरण में प्रचार के लिए नहीं पहुंचा। हालांकि उनके छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कई सभाएं कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए कीं। झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच चरणों में 20 दिसंबर तक मतदान होंगे और मतगणना 23 दिसंबर को होगी।

भाजपा बनाम एकजुट विपक्ष

खनिज संसाधनों से भरपूर प्रदेश झारखंड में सत्तारूढ़ बीजेपी इस बार अकेले लड़ रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को 37 सीटों पर जीत मिली थी। आजसू को मिली पांच सीटों को मिलाकर बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया था। लेकिन इस बार ये दोनों दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं।

दूसरी ओर विपक्षी दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने गठबंधन किया है और वे इसे एक मौके के रूप में देख रहे हैं। इन तीनों दलों ने भी पिछला चुनाव अलग-अलग लड़ा था। इस बार इनके बीच हुए गठबंधन की वजह से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

इनकी प्रतिष्ठा होगी दांव पर

इस चरण की सीटों पर कुल 189 प्रत्याशियों के लिए वोट पड़ेंगे, जिनमें 15 महिला हैं। 30 नवंबर को इन सीटों पर होने वाले मतदान में एक पूर्व केंद्रीय मंत्री, एक वर्तमान मंत्री, नौ पूर्व मंत्री, दस वर्तमान विधायक, एक पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर होगी।

इसमें रामचंद्र चंद्रवंशी (विश्रामपुर), पूर्व केंद्रीय मंत्री रामेश्वर उरांव (लोहरदगा), पूर्व मंत्री बैद्यनाथ राम (लातेहार), केएन त्रिपाठी (डालटनगंज), चंद्रशेखर दूबे उर्फ ददई दूबे (विश्रामपुर), सुधा चौधरी (छतरपुर), कमलेश सिंह (हुसैनाबाद), सघनु भगत (लोहरदगा), राधाकृष्ण किशोर (छतरपुर), भानु प्रताप शाही (भवनाथपुर) प्रमुख हैं।

आपको बता दें कि कुल मतदाताओं में पुरुष मतदाताओं की संख्या 19,79,991 है, वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 17,98,966 है। कुछ 06 मतदाता थर्ड जेंडर के भी हैं।

पोलिंग पार्टी को छतीसगढ़ में छोड़ गया हेलीकॉप्‍टर

झारखंड की चुनाव पार्टी को लेकर रवाना हुआ हेलीकॉप्टर अपना रास्ता भटक गया और चुनाव अधिकारियों को छत्तीसगढ़ के एक गांव में उतार दिया। हेलीकॉप्‍टर में 8 पोलिंग पार्टी के 18 कर्मियों शामिल थे। इसके बाद उनके बीच अफरा-तफरी मच गई। बताया जाता है कि पोलिंग पार्टी को मनिका विधानसभा क्षेत्र के चटकपुर महुआडांड़ इलाके में उतारना था।

इस घटना के बाद जिला प्रशासन के साथ-साथ चुनाव आयोग में भी हड़कंप मच गया। हेलिकॉप्टर देख उस गांव में अचानक अफरा-तफरी मच गई। मतदान कर्मियों के पास इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के साथ सारी सामग्री मौजूद थी। जानकारी के मुताबिक वह पूरा इलाका उग्रवाद प्रभावित है। चुनाव आयोग ने इस संबंध में बताया कि सभी मतदान कर्मी सुरक्षित हैं। उन्हें वापस पोलिंग स्टेशन पर लाया गया। उन्होंने कहा कि हेलिकॉप्टर के भटकने के कारणों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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