Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

यूपी: मुस्लिम कारोबारी को फर्जी ‘लव जिहाद’ में फंसाने के लिए हायर की थी महिला, बीजेपी नेता भी शामिल

उत्तर प्रदेश के कासगंज में राइट विंग के लोगों और स्थानीय बीजेपी नेता ने मुस्लिम कारोबारी पर ‘लव जिहाद’ का आरोप लगाने के लिए दिल्ली से एक महिला को हायर किया था।
uttarpradesh
Image courtesy : Thelallantop

यूपी के कासगंज में ‘लव जिहाद’ मामले में मुस्लिम व्यवसायी को फंसाने के लिए दो लोगों ने दिल्ली की महिला को काम पर रखा था। इन आरोपियों में से एक खुद को भाजपा युवा विंग का जिला उपाध्यक्ष बताता है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी के कासगंज में बीते दिनों दक्षिणपंथी संगठनों के 200 से अधिक कार्यकर्ताओं ने बलात्कार के एक मामले को लेकर गंजडुंडवारा पुलिस स्टेशन में विरोध प्रदर्शन किया था। इस विरोध प्रदर्शन में अमन चौहान और आकाश सोलंकी नाम के दो लोग मुख्य भूमिका में थे। अब इसी मामले में आरोप लगाने वाली महिला ने पलटते हुए आरोप लगाया कि इन्हीं दोनों ने उसे हायर किया था, ताकि मुस्लिम व्यवसायी को फर्जी लव जिहाद के केस में फंसाया जा सके।
 
इस मामले में दिल्ली की एक राधा नाम की हिंदू महिला (24) ने इन दो लोगों (अमन चौहान और आकाश सोलंकी) पर आरोप लगाया है कि उसे यूपी के कासगंज में 27 वर्षीय मुस्लिम व्यवसायी को बलात्कार और ‘लव जिहाद‘ मामले में फंसाने के लिए “काम पर रखा गया” यानी हायर किया गया था। 

टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इन आरोपियों में से एक यानी अमन चौहान ने फेसबुक प्रोफाइल में खुद को भाजपा यूथ विंग का जिला उपाध्यक्ष बता रखा है।

24 वर्षीय महिला राधा ने पहले प्रिंस कुरैशी पर खुद को ‘मोनू गुप्ता’ के रूप में पेश करने का आरोप लगाया था। महिला ने यह आरोप भी लगाया था कि व्यवसायी ने उससे शादी करने का वादा कर रेप किया था। महिला की शिकायत के बाद, कुरैशी के खिलाफ 16 जुलाई को आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया था।

इस मामले में महिला ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत एक मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करते हुए कहा कि अमन चौहान और आकाश सोलंकी द्वारा उसे इस काम के लिए हायर किया गया था। इस मामले में माना जा रहा है कि महिला को अदालत द्वारा बताया गया था कि उसका मेडिकल होगा और अगर उसकी शिकायत झूठी पाई गई तो उसे जेल भी जाना पड़ सकता है।

इस मामले में चौहान, सोलंकी और राधा को बाद में पुलिस ने आपराधिक साजिश के आरोप में बुक किया था। इससे पहले, चौहान और सोलंकी ने दक्षिणपंथी संगठनों के 200 से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ, “बलात्कार” मामले को लेकर गंजडुंडवारा पुलिस स्टेशन में विरोध प्रदर्शन किया था।

कासगंज पुलिस के एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने कहा, “महिला द्वारा लगाए गए आरोपों के साथ बताई गई बातों में सभी तथ्य झूठे पाए गए। एसपी के मुताबिक, जांच के दौरान महिला मेडिकल जांच के लिए तैयार नहीं हुई। फिर उसने कबूल किया और कहा कि उसे ऐसा करने के लिए कहा गया था। एसपी के मुताबिक, यह मामला दो स्थानीयों के बीच का लग रहा है, जिनके बीच किसी पुरानी रंजिश का एंगल भी सामने आया है।

एसएचओ अनूप कुमार भारती ने कहा, “दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन बाद में अदालत ने उन्हें अंतरिम जमानत दे दी। एसएचओ के मुताबिक, वह इस मामले में बहुत जल्द आरोप पत्र (चार्जशीट) दाखिल करेंगे। जबकि भाजपा जिलाध्यक्ष केपी सिंह ने कहा है कि अमन चौहान भाजपा कार्यकर्ता नहीं हैं, उन्हें पार्टी से हटा दिया गया था। जबकि वह आकाश सोलंकी को नहीं जानते और न ही भाजपा का इस मामले से कोई लेना-देना है।

साभार : सबरंग 

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest