यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस के बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी का दामन थाम लिया है, आरपीएन सिंह ने बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, अनुराग ठाकुर और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा मौजूद रहे।
इस्तीफे में आरपीएन सिंह ने क्या कहा?
आरपीएन सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे इस्तीफे की प्रति ट्विटर पर साझा की और कहा, ‘आज, जब पूरा राष्ट्र गणतंत्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनीतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं. जय हिंद.’
उन्होंने इस्तीफे में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए कहा है, ‘मैं राष्ट्र, लोगों और पार्टी की सेवा करने का अवसर प्रदान करने के लिए आपका (सोनिया का) धन्यवाद करता हूं.’
इस्तीफे से एक दिन पहले ही कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आरपीएन सिंह को अपने स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह अब तक कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता और झारखंड के प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहे थे। आरपीएन सिंह केंद्र में मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली यूपीए सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे। वह 2009-2014 तक उत्तर प्रदेश की कुशीनगर लोकसभा सीट से सांसद रहे, इससे पहले वह कई वर्षों तक पडरौना विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रहे। साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लड़ेंगे आरपीएन सिंह?
RPN सिंह के बीजेपी में आने की चर्चा काफी समय से चल रही थी, अब जब RPN सिंह ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है तो बीजेपी उनको स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनाव लड़वा सकती है। बता दें कि आरपीएन सिंह पिछड़ी जाति सैंथवार-कुर्मी से हैं। पूर्वांचल में सैंथवार जाति के लोगों की तादाद अच्छी संख्या में है। कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया इसमें खास इलाके हैं। पूर्वांचल में आरपीएन सिंह का अपना भी मजबूत होल्ड है।