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टीके की कमी के कारण अधिकतर राज्यों में नहीं शुरू हो सका 18-44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण कार्यक्रम

दिल्ली, ओडिशा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, और पंजाब समेत दक्षिण के राज्यों का कहना है कि उनके पास पर्याप्त खुराक नहीं हैं जिससे वे 18 से 44 आयु वर्ग के लिये टीकाकरण अभियान शुरू कर पाएं।
टीके की कमी के कारण अधिकतर राज्यों में नहीं शुरू हो सका 18-44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण कार्यक्रम
फ़ोटो साभार: सोशल मीडिया

आज एक मई यानि अंतरष्ट्रीय मज़दूर दिवस के दिन भारत सरकार के दावे के मुताबिक़ देश में वयस्कों यानि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकारण शुरू होना था, लेकिन यह एक टोकन मात्र बनकर रह गया। क्योंकि राज्य सरकारों ने अपने हाथ खड़े कर दिए और कहा उन्हें टीके की डोज़ ही नहीं मिले तो लगाएंगे कैसे ? कुछ राज्यों ने टीकाकरण शुरू कर दिया है लेकिन वह भी एक सांकेतिक ही है जैसे उत्तर प्रदेश ने आज से टीकाकरण शुरू किया लेकिन वो सिर्फ 6 या 7 जनपदों में ही शुरू कर पाएं है। जबकि दिल्ली, ओडिशा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, आंद्र प्रदेश, महाराष्ट्र, और पंजाब समेत दक्षिण के राज्यों का कहना है कि उनके पास पर्याप्त खुराक नहीं हैं जिससे वे 18 से 44 आयुवर्ग के लिये टीकाकरण अभियान शुरू कर पाएं। हालाँकि बाद में उड़ीसा सरकार ने आज से ही सांकेतिक रूप से टीकाकरण शुरू करने का एलान किया है।

टीकाकरण केंद्रों के बाहर कतार न लगाएं, अभी टीके नहीं मिले हैं: केजरीवाल

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक मई से 18-44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण कार्यक्रम शुरू नहीं हो सकेगा क्योंकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि इस कार्यक्रम के लिए जरूरी वैक्सीन अभी तक उपलब्ध नहीं हुई हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 18 से 44 वर्ष की आयु वाले लोगों से एक मई से कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों के बाहर कतार न लगाने की शुक्रवार को अपील करते हुए कहा कि दिल्ली को अभी टीके नहीं मिले हैं।

उन्होंने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगले एक-दो दिनों में करीब तीन लाख कोविशील्ड टीके मिलेंगे और 18 साल से अधिक आयु वाले लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू होगा।

उन्होंने दिल्लीवासियों को आश्वस्त किया कि हर किसी को टीका लगाया जाएगा।

पूर्व में टीका विनिर्माताओं से अपने टीकों की कीमतें कम करने की अपील करने वाले केजरीवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार ने जो टीकों का ऑर्डर दिया है, वह उसकी वित्तीय लागत वहन करने के लिए तैयार है।’’

उत्तराखंड में 18-45 आयुवर्ग का टीकाकरण शनिवार से नहीं शुरू होगा।

उत्तराखंड में कोरोना वायरस रोधी टीका पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होने के कारण प्रदेश में में 18-45 आयुवर्ग के लोगों का कोविड टीकाकरण शनिवार एक मई से शुरू नहीं होगा।

स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने संवाददाताओं को बताया कि प्रदेश में 18 से 45 वर्ष की आयु के लोगों का टीकाकरण शुरू होने की निश्चित तारीख अभी मुश्किल है लेकिन यह एक सप्ताह बाद ही यह शुरू हो पाएगा।

उन्होंने कहा कि 18-45 आयुवर्ग के लिए 1,22,108 खुराकें कोविशील्ड एवं 42,370 खुराकें कोवैक्सीन की आपूर्ति जल्द केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी।

उन्होंने कहा, “हम वैक्सीन की निर्माता कंपनियों से लगातार संपर्क में हैं। उन्हें मांग दे दी गई है।” नेगी ने बताया कि राज्य सरकार के सामने चुनौतियां बहुत हैं लेकिन आक्सीजन सपोर्टेड बिस्तर लगातार बढ़ाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दवाओं एवं मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी रोकने हेतु शासन और पुलिस के स्तर पर नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है।

उत्तराखंड में शुक्रवार को कोविड के 5654 नए मामले मिले जबकि रिकॉर्ड 122 कोरोना संक्रमितों ने महामारी से दम तोड़ दिया

ओडिशा में 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू नहीं हो सकता: अधिकारी

ओडिशा में 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए कोविड-19 टीकाकरण का तीसरा चरण 1 मई से शुरू नहीं होगा क्योंकि यह पूरे राज्य में सप्ताहांत बंद का पहला दिन है और राज्य में टीकों की कमी है। एक अधिकारी शुक्रवार को यह जानकारी दी।

अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण) पी के महापात्र ने यह नहीं बताया कि तीसरे चरण का टीकाकरण कब शुरू होगा।

महापात्र ने कहा, ‘‘हमारे पास शनिवार को तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए आवश्यक टीके नहीं हैं। साथ ही 1 मई और 2 मई को सप्ताहांत बंद के दो दिन हैं। इसलिए, राज्य तीसरे चरण की शुरुआत 1 मई या दो मई से नहीं कर सकता।’’

राज्य में 18-44 वर्ष के आयु वर्ग में अनुमानित 1.93 करोड़ लोग हैं।

उड़ीसा में तो टीकों का भंडारण कम है कि वो 45 से अधिक उम्र के लोगों को भी दूसरी डोज़ देने में असमर्थ है ,इसको लेकर उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा है।

पंजाब ने कोविड-19 टीके की ‘‘अनुपलब्धता’’ के चलते 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण टाला

पंजाब सरकार ने टीके की ‘‘अनुपलब्धता’’ के चलते शुक्रवार को इसे फिलहाल टाल दिया।

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने 18-45 आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण का तीसरा चरण टाल दिया जो कि एक मई को शुरू होने वाला था।

सिंह ने स्पष्ट किया कि ‘‘टीका उपलब्ध न होने के कारण, 18-45 आयु वर्ग के टीकाकरण के चरण तीन को निर्धारित समय पर शुरू नहीं किया जा सकता है।’’

उन्होंने यह भी कहा कि निजी स्वास्थ्य सुविधाओं पर सभी टीकाकरण शनिवार से निलंबित रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि सभी निजी स्वास्थ्य सुविधाओं द्वारा अप्रयुक्त टीके शुक्रवार शाम तक भारत सरकार को वापस करने थे, इन इकाइयों के पास शुक्रवार से 45 से अधिक आयु के लोगों के लिए कोई टीके नहीं होंगे, जबकि वे 18-45 वर्ष आयु वर्ग को लगा सकते थे।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार सिंह ने कहा कि उनकी सरकार टीके की कमी का मुद्दा केंद्र के साथ उठा रही है क्योंकि स्थिति गंभीर है।

महाराष्ट्र सरकार को मई में मिलेंगे कोविड रोधी 18 लाख टीके : मंत्री

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 रोधी टीका विनिर्माताओं ने राज्य सरकार को बताया है कि राज्य को मई के महीने में कोविड रोधी 18 लाख टीके उपलब्ध कराए जा सकते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि 18 से 44 साल की आयु तक के लोगों के टीकाकरण के लिए राज्य और निजी अस्पतालों को टीकों के वितरण के बारे में केंद्र की ओर से कोई स्पष्टता नहीं है।

दो दिन पहले, महाराष्ट्र सरकार ने यह स्पष्ट किया था कि 18-44 आयु समूह के लोगों के टीकाकरण के तहत राज्य में मई के पहले दिन ही टीकाकरण नहीं किया जा सकता क्योंकि उसके पास पर्याप्त संख्या में टीके नहीं हैं।

18 साल से अधिक उम्र के लोगों का शनिवार को नहीं हो पाएगा टीकाकरण : दक्षिणी राज्यों ने कहा

देश में 18 से 44 साल तक की आयु के लोगों के एक मई से होने वाले कोविड रोधी टीकाकरण की दक्षिणी राज्यों में खुराक की आपूर्ति के अभाव में शनिवार को शुरुआत होने की उम्मीद नहीं है।

तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और पुडुचेरी ने कहा कि उनके पास टीकों का पर्याप्त भंडार नहीं है।

टीकों की आपूर्ति पर अनिश्चितता की वजह से तमिलनाडु सरकार ने एक मई को होने वाले टीकाकरण को शुक्रवार को टालने का फैसला किया।

तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर जे राधाकृष्णन ने कहा, ‘‘कल तक इंतजार करने (और लोगों को निराश करने) की जगह मैं अब स्पष्ट करना चाहता हूं कि हमें नहीं पता कि टीकों की तमिलनाडु सरकार द्वारा मांगी गईं। 1.5 करोड़ खुराकों में से कितनी खुराक मिलेंगी और कब मिलेंगी।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या कल टीकाकरण होगा, उन्होंने कहा, ‘‘हमें नहीं पता कि कल हमें टीके मिलेंगे या नहीं और कितने मिलेंगे।’’

राज्य सरकार को टीकों की मांग पर केंद्र से अभी जवाब नहीं मिला है।

वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मुद्दे पर कहा कि जब टीकों की कमी है तो राज्य अपने आप कोई फैसला नहीं कर सकता।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि संबंधित आयु समूह के टीकाकरण में विलंब हो सकता है क्योंकि टीके अभी तक नहीं मिले हैं।

वहीं, आंध्र प्रदेश के प्रधान सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अनिल कुमार सिंघल ने कहा कि टीकों की कमी की वजह से टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत करने में राज्य असमर्थ है।

पुडुचेरी के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि एक मई को संबंधित आयु समूह के टीकाकरण के लिए टीकों की खेप नहीं पहुंची है और इस वजह से एक मई को होने वाला टीकाकरण कार्यक्रम विलंबित हो गया है।

कुछ राज्य एक मई से 18-44 आयुवर्ग का टीकाकरण शुरू करेंगे : केंद्र

टीके की खुराकों की कमी का हवाला देकर कई राज्यों द्वारा एक मई से 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों का टीकाकरण शुरू करने में असमर्थता जताए जाने के बीच केंद्र ने शुक्रवार को कहा कि कुछ राज्य जिन्होंने पहले ही उत्पादकों से समन्वय किया था वो निर्धारित तिथि पर अभियान शुरू करेंगे।

उसने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी नए अभियान को शुरू करने पर उसके गति पकड़ने में वक्त लगता है और टीकाकरण अभियान का यह तीसरा चरण भी समय के साथ लय में आ जाएगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य टीका उत्पादकों से खुराकों की खरीद के लिये समन्वय कर रहे हैं और केंद्र आवश्यक सहायता कर रहा है।

उन्होंने कहा, “टीकाकरण कुछ राज्यों में कल (शनिवार) से शुरू होगा जिन्होंने पहले ही उत्पादकों से समन्वय किया है। किसी भी नयी कवायद या प्रक्रिया को गति पकड़ने में समय लगता है तथा धीरे-धीरे और केंद्र बढ़ जाएंगे। कुछ समय में यह कार्यक्रम स्थिर हो जाएगा।”

केंद्र सरकार के अपने दावे हैं लेकिन एक सच्चाई यह है कि राज्यों के पास टीकों की खेप पहुँच ही नहीं रही तो फिर कैसे टीकाकरण होगा? देश की राजधानी की बात करें तो यहाँ भी टीकों की भारी किल्ल्त है। यहां केंद्र सरकार 45 से अधिक उम्र वालों के लिए ही दूसरे डोज के टीके नहीं पहुंचा पा रही है। इसी वजह से अब यहां टीके की दूसरी डोज़ जो 28 से लगनी थी उसे बढाकर 42 दिन कर दिया गया है। हालांकि, कोविन के साईट पर अभी भी 28 दिन बाद ही रजिस्ट्रेशन हो रहा है, लेकिन अब जब आप केंद्र पर जाते हैं तो बोला जाता है अभी नहीं बाद में आना। यही हाल उड़ीसा, बिहार, बंगाल, यूपी और देश के कई राज्यों का है। इसलिए ऐसे में देशभर का टीकाकरण जल्दी होता नहीं दिख रहा है। दूसरी तरफ टीके के दाम को लेकर भी सवाल हैं क्योंकि राज्यों को दोगुने दामों पर टीके दी जा रहे है। इसको लेकर अदालत ने भी केंद्र सरकार से सवाल किए और कहा यह राष्ट्रीय संपदा है। इस पर पूरे देश का अधिकार है। उन्होंने सरकार से बताने के लिए कहा एक ही टीके का अलग अलग दाम पर बेचने का क्या औचित्य है।

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)

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