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डब्ल्यूएफ़आई : यौन शोषण के आरोपी बीजेपी सांसद बृजभूषण को बर्ख़ास्त करने की मांग तेज़

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बीजेपी सांसद बृजभूषण सरण सिंह के ख़िलाफ़ महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोप के बाद माकपा समेत अन्य विपक्षी पार्टियों ने सिंह को बर्ख़ास्त करने और कार्रवाई की मांग की।
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भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बीजेपी सांसद बृजभूषण सरण सिंह के ख़िलाफ़ महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोप के बाद माकपा, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियों ने सिंह को बर्ख़ास्त करने और उन पर कार्रवाई की मांग की है।

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के ख़िलाफ़ महिला पहलवानों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन में माकपा की पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा करात शामिल हुईं और उन्होंने एकजुटता दिखाईं। उन्होंने आरोपी के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की।

माकपा ने पार्टी की पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा करात के बयान को ट्विट करते हुए लिखा, "पोलित ब्यूरो मेंबर कामरेड बृंदा करात ने भाजपा संसद के खिलाफ चल रहे खिलाडियों के प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया और मांग उठाई कि जो आरोपी हैं उन्हें पदों से हटाया जाए और उनपर कार्यवाही की जाए।"

माकपा ने एक अन्य ट्विट में एक वीडियो जारी करते हुए लिखा कि, “भाजपा सांसद और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह, जिन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है, उनको भाजपा नेतृत्व द्वारा छूट दिया गया है। इस वीडियो में उन्हें बीते दिनों एक युवा पहलवान को थप्पड़ मारते देखा जा सकता है। उन्हें पद से हटाया जाए। तुरंत कार्रवाई की जाए।”

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने भी सिंह के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज करने और उन्हें बर्ख़ास्त करने की मांग की है।

बृजभूषण शरण सिंह उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा सांसद भी हैं। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा, ‘‘इस ख़बर में सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि ओलंपिक और अन्य प्रतियोगिताओं में हमारे देश के लिए खेलने वाली लड़कियों को अपने यौन उत्पीड़न के ख़िलाफ़ आज विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे का संज्ञान लेने और बृजभूषण शरण सिंह को तुरंत बर्ख़ास्त करने का अनुरोध करता हूं, साथ ही उनके ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए और उचित जांच की जानी चाहिए। मुझे आश्चर्य है कि उन सभी मामलों में भाजपा नेता आरोपी क्यों होते हैं, क्यों महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध होते हैं।’’

उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने भी सिंह को डब्ल्यूएफआई से बर्ख़ास्त करने की मांग की और कहा कि भाजपा के लिए यह साबित करने का समय आ गया है कि वे वास्तव में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराधों को लेकर गंभीर हैं।

कांग्रेस के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने बृहस्पतिवार को लखनऊ में ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए कहा, ‘‘डब्ल्यूएफआई बृजभूषण शरण सिंह को तुरंत बर्ख़ास्त किया जाना चाहिए और उचित जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। साथ ही भाजपा को उनके ख़िलाफ़ अनुकरणीय कार्रवाई करनी चाहिए और यह साबित करना चाहिए कि ‘बेटी बचाओ’ जैसे नारे सिर्फ प्रचार के लिए नहीं हैं।"

तीन बार की राष्ट्रमंडल चैंपियन विनेश फोगाट और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया तथा साक्षी मलिक समेत भारत के शीर्ष पहलवान जंतर मंतर पर लगातार दूसरे दिन धरने पर बैठे। वे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं जिन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं।

बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ बुधवार, 18 जनवरी को उस वक्त अचानक ख़बरों में आ गया, जब देश के जाने माने दिग्गज पहलवान फेडरेशन के ख़िलाफ़ राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने बैठ गए। इन पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर कुश्ती संघ को मनमाने तरीक़े से चलाने का आरोप लगाया है। धरने पर बैठी महिला पहलवानों ने महासंघ के प्रेसिडेंट पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप भी लगाए हैं।

ज्ञात हो कि 1991 में पहली बार गोंडा से सांसद बने बृज भूषण भारतीय जनता पार्टी के दबंग नेताओं में गिने जाते हैं। वे साल 2011 से ही कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष भी हैं। 2019 में वे कुश्ती महासंघ के तीसरी बार अध्यक्ष चुने गए। बृज भूषण शरण सिंह ने अपनी छवि एक हिंदूवादी नेता के तौर पर बनाई है और वो अयोध्या के बाबरी मस्जिद ढांचे को गिराने के अभियुक्त भी रहे हैं। अपने विवादित बयानों के चलते वे हमेशा सुर्ख़ियों में रहे हैं। अतीत में उन पर हत्या, आगज़नी और तोड़-फोड़ करने के भी आरोप लग चुके हैं। पिछले दिनों झारखंड में अंडर-19 नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप के दौरान एक रेसलर को मंच पर ही थप्पड़ मार दिया था। अब महिला पहलवानों के गंभीर आरोप के बाद भी अभी तक उन पर पार्टी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जो उन्हें और पूरी भारतीय जनता पार्टी को सवालों के घेरे में खड़ा करता है।

(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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