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पश्चिम बंगाल: तीसरे चरण के मतदान के दौरान कई जगह हिंसक झड़प, उम्मीदवारों पर भी हमला!

मतदान के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘‘मतदाताओं को प्रभावित’’ करने के लिये केंद्रीय बलों का ‘‘जबरदस्त दुरूपयोग’’ किये जाने का आरोप लगाया है।
पश्चिम बंगाल: तीसरे चरण के मतदान के दौरान कई जगह हिंसक झड़प, उम्मीदवारों पर भी हमला!
Image courtesy : Deccan Herald

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को हुए तीसरे चरण के मतदान के बीच कुछ स्थानों पर छिटपुट हिंसा एवं उम्मीदवारों पर हमले की खबरें मिलीं।

देर शाम खबर लिखे जाने तक इस चरण में 77 फ़ीसदी से कुछ ज़्यादा यानी कुल 77.68 फ़ीसदी मतदान की ख़बर है।  

पश्चिम बंगाल के पहले दो चरणों में 60 सीटों के लिए मतदान हो चुका था और आज अन्य 31 सीटों पर वोट डाले गए। इसके बाद 203 सीटें और बच गई हैं, जिन पर बाक़ी पांच चरणों में मतदान होगा।

इस तीसरे चरण में राज्य की जिन 31 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ उनमें ज़्यादातर सीटें उन दक्षिण 24 परगना और हावड़ा ज़िलों में आती हैं, जो कोलकाता की सीमा के पास स्थित हैं और सही मायने में ये वृहत्तर कोलकाता महानगर के ही हिस्से हैं। ये ज़िले पिछले एक दशक से लगातार मुख्यमंत्री रहीं ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के गढ़ रहे हैं। ये क्षेत्र वामपंथी संगठनों के ख़िलाफ़ मुख्य रूप से टीएमसी द्वारा नियोजित उग्र रणनीति के केन्द्र रहे हैं,जिसका मक़सद वामपंथी संगठनों के मज़बूत समर्थन को दोफाड़ करना था। हाल ही में वाम के अथक अभियान और संघर्ष ने इसके पहले के समर्थन में फिर से जान डाल दी है।

अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के दक्षिण 24 परगना जिले (भाग दो) की 16 सीटों पर, हावड़ा (भाग एक) की सात सीटों पर और हुगली (भाग एक) की आठ सीटों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल के सख्त पालन के साथ मतदान हुआ।

निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि दोपहर बाद तीन बजे तक 31 विधानसभा सीटों पर 68.04 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।

प्रदेश की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने ‘‘मतदाताओं को प्रभावित’’ करने के लिये केंद्रीय बलों का ‘‘जबरदस्त दुरूपयोग’’ किये जाने का आरोप लगाया है।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमारी ओर से मुद्दे को लगातार उठाये जाने के बावजूद यहां केंद्रीय बलों का जबरदस्त दुरूपयोग जारी है और निर्वाचन आयोग मूक दर्शक बना हुआ है। कई स्थानों पर इन बलों का दुरूपयोग तृणमूल कांग्रेस के मतदाताओं को भयभीत करने एवं अन्य लोगों को एक पार्टी के पक्ष में प्रभावित करने के लिये किया जा रहा है।’’

भारतीय जनता पार्टी के सांसद सौमित्र खान की अलग रह रही पत्नी और तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सुजाता मंडल खान पर आरामबाग में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से हमला किया। हालांकि, भाजपा ने इन आरोपों से इंकार किया है।

टीवी की तस्वीरों में यह दिख रहा है कि तृणमूल नेता का कुछ लोग पीछा कर रहे हैं जिनके हाथों में लाठी एवं लोहे की छड़े हैं और इसके बाद सिर पर लाठी से प्रहार किया जाता है। इस घटना में उनके सुरक्षा अधिकारी भी घायल हुये हैं ।

तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि भाजपा के ‘‘गुंडों’’ ने पार्टी के पोलिंग एजेंटों को मतदान केंद्र के अंदर नहीं जाने दिया और लोगों को मतदान करने से रोकने के लिये उन्हें धमका कर अव्यवस्था का माहौल पैदा किया जा रहा है।

सूत्रों ने बताया कि इस घटना पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिला निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट तलब की है।

तृणमूल उम्मीदवार डॉ. निर्मल माझी ने दावा किया कि भाजपा के समर्थकों ने उन्हें रोका और उनके वाहन में तोड़फोड़ की। माझी के अनुसार, तब वह उलुबेरिया (उत्तर) विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे।

माझी को हेलमेट पहना कर पुलिस ने इलाके से निकाला।

खानकुल में तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार नजमुल करीम को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से पीटा और उनके खिलाफ नारेबाजी की। बाद में केंद्रीय बलों ने उन्हें उस इलाके से निकाला।

फालटा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के वाहन पर कथित रूप से हमला हुआ। विष्णुपुर विधानसभा क्षेत्र में एक व्यक्ति को एक महिला को मतदान करने जाने से रोकने के लिये धमकाते देखा गया। हालांकि, महिला पर इसका कोई प्रभाव नहीं हुआ ।

भारत निर्वाचन आयोग ने स्थानीय अधिकारियों से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है और आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया।

प्रदेश के कैनिंग पूरबा विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र के बाहर देसी बम फेंकने की घटना में कम से कम एक व्यक्ति घायल हो गया। तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार शौकत मोल्लाह ने अब्बास सिद्दिकी की अगुवाई वाली भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा (आईएसएफ) को इसके लिये जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि पार्टी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है।

तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुये तथा डायमंड हार्बर से भाजपा के उम्मीदवार दीपक हालदार ने आरोप लगाया कि उनकी पूर्व पार्टी मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर नहीं आने दे रही है।

प्रदेश की धनेखली सीट पर राज्य सरकार के मंत्री असीम पात्रा ने भाजपा समर्थकों पर लोगों को मतदान केंद्रों पर आने से रोकने का आरोप लगाया है जिसे भगवा पार्टी ने खारिज कर दिया है।

इस बीच पुलिस ने बताया कि हुगली जिले में मतदान शुरू होने से पहले एक भाजपा समर्थक के परिवार के एक सदस्य की कथित रूप से हत्या कर दी गयी।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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