Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

दिल्ली में आंबेडकर स्मारक तक मार्च करेंगे, जातिवाद से लड़ाई की लेंगे शपथ: गौतम

गौतम ने एक धर्मांतरण कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उपजे विवाद के बीच रविवार को दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। कार्यक्रम में कथित तौर पर हिंदू देवी-देवताओं की निंदा की गई थी।
Rajendra Pal Gautam
Image courtesy : The Hindu

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता राजेंद्र पाल गौतम ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह और उनके समर्थक 14 अक्टूबर को यहां डॉ. आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक तक मार्च करेंगे और जातिवाद व छूआछूत से लड़ने की शपथ लेंगे।

गौतम ने एक धर्मांतरण कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उपजे विवाद के बीच रविवार को दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इस महीने की शुरुआत में एक वीडियो वायरल होने के बाद विवाद शुरू हुआ था। यह 5 अक्टूबर को हुए एक कार्यक्रम का वीडियो था जिसमें गौतम ने शिरकत की थी। कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने बौद्ध धर्म अपनाने और हिंदू देवताओं को भगवान नहीं मानने की प्रतिज्ञा ली थी।

भाजपा ने गुजरात के आगामी विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान इसे मुद्दा बनाकर ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोल दिया और उन पर ‘हिंदू विरोधी’ होने का आरोप लगाया।

गौतम ने एक वीडियो संदेश में कहा, ’14 अक्टूबर को अपराह्न 2 बजे, मैं डॉ. आंबेडकर को श्रद्धाजंलि देने के लिए अपने आवास 4/8 राज निवास मार्ग, सिविल लाइंस से 26, अलीपुर रोड, डॉ. आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक तक मार्च निकालूंगा, जहां बाबा साहेब की मृत्यु हुई थी। मैं और मेरे समर्थक शपथ लेंगे कि हम तब तक आंबेडकर और (दलित नेता) कांशीराम के बताए रास्ते पर चलते रहेंगे… जब तक जातिवाद और छूआछूत खत्म नहीं हो जाता, जब तक हमारी बहनें सुरक्षित नहीं हो जातीं, जब तक मूंछे रखने, घोड़ी चढ़ने या मंदिर में प्रवेश करने पर हमारे भाइयों की हत्याएं बंद नहीं हो जातीं।’

पांच अक्टूबर के कार्यक्रम से हुए विवाद के कारण दिल्ली मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद, सोमवार को पुलिस ने गौतम से उनके आवास पर पूछताछ की थी।

इससे पहले उन्होंने कहा था कि वह अपनी व्यक्तिगत हैसियत से इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे और इसका उनकी पार्टी या मंत्रालय से कोई लेना-देना नहीं है।

मंत्री के तौर पर गौतम के पास समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, सहकारी समिति विभाग का जिम्मा था और वह गुरुद्वारा चुनाव के रजिस्ट्रार थे। वह सीमापुरी से विधायक हैं।

विवाद के बाद गौतम ने कहा था कि डॉ भीम राव आम्बेडकर के प्रपौत्र राजरत्न आम्बेडकर ने इस कार्यक्रम में 22 प्रतिज्ञाओं (बौद्ध धर्म को अपनाने के दौरान लोग लेते हैं) को दोहराया और उन्होंने भी 10,000 से अधिक लोगों के साथ उन्हें दोहराया था।

(समाचार अजेंसी भाषा इनपुट के साथ)

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest