आख़िरी चरण का रण : दांव पर मोदी समेत दिग्गजों की प्रतिष्ठा
करीब दो महीने के एक लंबे और थकाऊ चुनाव अभियान के बाद अब आख़िरी घड़ी आ गई है। बस एक कदम और। रविवार, 19 मई को सातवें और अंतिम चरण में वोट डाले जाएंगे। इस चरण में सात राज्यों और एक केंद्रशासित राज्य की कुल 59 सीटों पर मतदान होगा। और उसके बाद शुरू होगा परिणामों का इंतज़ार जो 23 मई को आएंगे।
रविवार को यूपी और पंजाब की 13-13, बिहार और मध्य प्रदेश की आठ-आठ, झारखंड की तीन, हिमाचल प्रदेश की चार, पश्चिम बंगाल की नौ और चंडीगढ़ की इकलौती सीट पर वोट डाले जाएंगे।
उत्तर प्रदेश : 13 सीट
सातवें और अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर रविवार को होने वाले मतदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई दिग्गजों का सियासी भविष्य तय होगा।
मतदान रविवार सुबह सात बजे शुरू होकर शाम छह बजे तक चलेगा।
इस चरण में वाराणसी के अलावा गाजीपुर, मिर्जापुर, महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, चंदौली और रॉबट्र्सगंज सीटों के लिये मतदान होगा। इस चरण में कुल 167 प्रत्याशी मैदान में हैं।
सातवें चरण में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा (गाजीपुर), अनुप्रिया पटेल (मिर्जापुर), प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय (चंदौली), पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री आर.पी.एन. सिंह (कुशीनगर) जैसी सियासी हस्तियों का भाग्य तय होगा।
सबकी निगाहें प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय निर्वाचन और उम्मीदवारी वाले क्षेत्र बनारस पर लगी हैं। इसके अलावा गोरखपुर की सीट भी अहम है। वैसे तो भाजपा ने गोरखपुर सीट पर भोजपुरी अभिनेता रवि किशन को मैदान में उतारा है, मगर इसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा है। योगी यहां से पांच बार सांसद चुने जा चुके हैं। हालांकि पिछले साल इस सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा को सपा के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। लिहाजा इस बार यह सीट जीतना भाजपा के लिये प्रतिष्ठा का सवाल है।
केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से दोबारा संसद पहुंचने की उम्मीद लगाये हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के क्षेत्र के तौर पर पहचान रखने वाले 'बागी बलिया' में इस दफा भाजपा और महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर होती दिख रही है।
सातवें चरण में भाजपा 11 सीटों पर जबकि उसका सहयोगी अपना दल—सोनेलाल मिर्जापुर और रॉबट्र्सगंज सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में सातवें चरण की सभी 13 सीटों पर भाजपा और उसके सहयोगी ने ही जीत दर्ज की थी।
इस चरण का मतदान गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे सपा के आठ और बसपा के पांच प्रत्याशियों के भाग्य का भी फैसला करेगा। पिछले लोकसभा चुनाव में लगभग धराशायी हो चुके सपा और बसपा का इस दफा गठबंधन बन जाने से वह भाजपा के लिये एक चुनौती के तौर पर उभरता दिख रहा है।
इस चरण में 167 उम्मीदवार मैदान में हैं। सबसे ज्यादा 26 प्रत्याशी वाराणसी में ताल ठोंक रहे हैं। इस चरण में दो करोड़ 32 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। मतदान के लिये 13979 मतदान केन्द्र और 25874 मतदेय स्थल बनाये गये हैं।
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बिहार : 8 सीट : कुछ क्षेत्रों में शाम 4 बजे तक ही वोटिंग
अंतिम चरण के तहत बिहार के आठ लोकसभा क्षेत्रों नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद के साथ-साथ डेहरी विधानसभा क्षेत्र के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी है जहां रविवार को मतदान कराया जाना है ।
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस बल, अर्द्ध सैनिक बल, जिला पुलिस के अतिरिक्त 12 कंपनियों की भी तैनाती रहेगी। सुरक्षा की दृष्टि से एहतियातन 20 मई तक पटना एयरपोर्ट पर एयरफोर्स का एक हेलीकॉप्टर और एक एयर एम्बुलेंस की भी तैनाती रहेगी।
उन्होंने बताया कि नदी तट वाले इलाकों में घुड़सवार और नाव से भी गश्त की जाएगी एवं मतदान के दौरान कुल 20,000 गाड़ियों को प्रयोग में लाया जाएगा।
संजय ने बताया कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान के लिए 2,073 माइक्रो ऑब्जर्वर तथा 81,000 कार्मिक चुनावी ड्यूटी में तैनात रहेंगे, वहीं 2,73 जगहों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी।
इन संसदीय क्षेत्रों में कुल 157 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जिनमें 20 महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं ।
रविवार को इन क्षेत्रों के 1,51,92,432 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे । इसमें 60,176 सेवा मतदाता हैं । इन क्षेत्रों में 80,38,007 पुरूष जबकि 71,53,924 महिला मतदाता एवं 501 थर्ड जेंडर मतदाता हैं ।
संजय ने बताया कि नालंदा, पटना साहिब, आरा, बक्सर, जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा पर पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के मसौढ़ी एवं पालीगंज विधानसभा क्षेत्र, सासाराम लोकसभा क्षेत्र के भभुआ, चैनपुर, चेनारी एवं सासाराम विधानसभा क्षेत्र तथा काराकाट लोकसभा क्षेत्र के डिहरी, काराकाट, गोह और नवीनगर विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान संपन्न होगा।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त पाटलिपुत्र, सासाराम और काराकाट के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में सामान्य समयानुसार सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान संपन्न होगा।
पटना साहिब में मुख्य रूप से मुकाबला मौजूदा सांसद तथा कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा और भाजपा के उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के बीच है।
पाटलिपुत्र में केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार रामकृपाल यादव का सीधा मुकाबला राजद प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती से है ।
आरा में केंद्रीय मंत्री आर के सिंह और विपक्षी महागठबंधन समर्थित भाकपा माले उम्मीदवार राजू यादव के बीच मुकाबला है।
बक्सर में केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार अश्विनी चौबे का सीधा मुकाबला विपक्षी महागठबंधन में शामिल राजद प्रत्याशी जगदानंद सिंह के के साथ है।
काराकाट से रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा का मुकाबला राजग में शामिल जदयू प्रत्याशी महाबली सिंह से है।
सासाराम में सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार वहां के निवर्तमान सांसद और भाजपा उम्मीदवार छेदी पासवान से है ।
मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में जदयू के निवर्तमान सांसद कौशलेंद्र कुमार का सीधा मुकाबला विपक्षी महागठबंधन में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर के प्रत्याशी अशोक कुमार आजाद चंद्रवंशी से है।
डेहरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे इलियास हुसैन को एक मामले में अदालत द्वारा सजा सुनाये जाने के बाद विधानसभा की सदस्यता के आयोग्य करार दिये जाने के बाद यहां उपचुनाव कराया जा रहा है।
डेहरी विधानसभा क्षेत्र में कुल 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में डटे हुए हैं।
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झारखंड : 3 सीट
झारखंड की तीन संसदीय सीटों- दुमका, राजमहल और गोड्डा में रविवार को मतदान होगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख शिबू सोरेन एक बार फिर दुमका सीट से मैदान में हैं। जबकि गोड्डा सीट से मौजूदा भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की लड़ाई झाविमो विधायक प्रदीप यादव के साथ है।
पश्चिम बंगाल : 9 सीट : चतुष्कोणीय मुकाबला
पश्चिम बंगाल में सातवें चरण में लोकसभा की नौ सीटों पर मतदान होगा। नौ सीटों में कोलकाता उत्तर और कोलकाता दक्षिण, दम दम, बारासात,बसीरहाट, जादवपुर, डायमंड हार्बर, जयनगर (एससी) और मथुरापुर (एससी) शामिल है, जहां 1,49,63,064 मतदाता 111 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।
जादवपुर को छोड़कर आठ सीटों पर तृणमूल कांग्रेस, भाजपा, कांग्रेस और वाम मोर्चे के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला होगा।कांग्रेस जादवपुर सीट से चुनाव नहीं लड़ रही है।
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे और पार्टी में नंबर दो माने जा रहे मौजूदा सांसद अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से पुन: चुनाव लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ भाजपा के निलंजन रॉय हैं।
माकपा ने इस सीट से फुआद हालिम को नामांकित किया है और कांग्रेस ने सौम्या रॉय को मैदान में उतारा है ।
जादवपुर सीट पर टीएमसी की सेलिब्रिटी उम्मीदवार मिमी चक्रवर्ती भाजपा के अनुपम हाजरा को चुनौती दे रही हैं ।
माकपा ने यहां से वरिष्ठ नेता विकास रंजन भट्टाचार्य को खड़ा किया है।
बसीरहाट लोकसभा सीट से टीएमसी उम्मीदवार नुसरत जहां भाजपा के शांतन बासु को चुनौती देंगी।
कांग्रेस ने काजी अब्दुर रहीम को और वाम मोर्चा के घटक दल भाकपा ने पल्लब सेनगुप्ता को नामांकित किया है।
दम दम सीट पर भाजपा ने टीएमसी के मौजूदा सांसद सौगत रे के खिलाफ समिक भट्टाचार्य को खड़ा किया है। वाम मोर्चा के अहम घटक माकपा ने नेपलदेब भट्टाचार्य को नामांकित किया है जबकि कांग्रेस ने सौरव साहा के नाम की घोषणा की है।
टीएमसी सांसद काकोली घोषदास्तिकार बारासात में भाजपा के मृणाल कांति देबनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ रही है। यहां से कांग्रेस ने सुब्रत दत्ता और वाम मोर्चे के ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक हरीपाड़ा बिस्वास को खड़ा किया है।
जयनगर (एससी) सीट पर टीएमसी की प्रतिमा मंडल भाजपा के अशोक कांदरी के खिलाफ चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने तपन मंडल को खड़ा किया है और वाम मोर्चे के घटक दल आरएसपी ने सुभास नस्कर को उम्मीदवार बनाया है।
चौधरी मोहन जटुआ मथुरापुर (एससी) सीट से टीएमसी के उम्मीदवार है। भाजपा ने यहां से श्यामा प्रसाद हल्दर, कांग्रेस ने कृतिबास सरदार और माकपा ने सरत चंद्र हल्दर को उम्मीदवार बनाया है।
कोलकाता दक्षिण सीट पर टीएमसी की माला रॉय भाजपा के चंद्र कुमार बोस को चुनौती देंगी। माकपा ने नंदिनी मुखर्जी और कांग्रेस ने मीता चक्रवर्ती को नामांकित किया है।
कोलकाता उत्तर सीट से सुदीप बंदोपाध्याय भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। माकपा ने कानिनिका बोस और कांग्रेस ने सैयद शाहिद इमाम को उम्मीदवार बनाया है।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय बलों की कुल 710 टुकड़ियों को 14,042 मतदान केंद्रों पर तैनात किया गया है ताकि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित किया जा सके।
अंतिम चुरण के चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस नेता सचिन पायलट और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रचार किया।
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वामपंथ ने नहीं, बल्कि ममता की तृणमूल ने बंगाल में आरएसएस को बढ़ावा दिया है
पंजाब : 13 सीट
पंजाब में एक ही चरण में चुनाव हो रहे हैं। यहां की कुल 13 सीटों पर रविवार को वोट डाले जाएंगे।
इनमें बठिंडा में अकाली दल की मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को तीन मौजूदा विधायक चुनौती दे रहे हैं। कांग्रेस ने अमरिंदर (राजा) वडिंग को, आम आदमी पार्टी से बलजिंदर कौर और नवगठित पीप्लस डेमोक्रेटिक अलायंस (पीडीए) की तरफ से सुखपाल खैहरा चुनाव मैदान में हैं।
संगरूर में जहां 'आप' के प्रदेशाध्यक्ष और मौजूदा सांसद भगवंत मान को कांग्रेस के सबसे अमीर उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों और अकाली दल की तरफ से पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा चुनौती दे रहे हैं। ये सीट भगवंत मान के साथ-साथ पंजाब में आम आदमी पार्टी का भविष्य भी तय करेगी।
गुरदासपुर लोकसभा सीट तब तक उतनी रोचक नहीं थी जब तक सनी देओल ने एंट्री नहीं की थी। सनी देओल भले ही पहली बार चुनाव मैदान में हैं लेकिन उनके आने से गुरदासपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं की उम्मीदें बढ़ गई हैं। यहां सनी देओल वर्तमान सांसद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ को टक्कर दे रहे हैं। आज चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन में सनी देओल को नोटिस भी जारी किया गया।
पटियाला की हॉट सीट पर मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर का मुकाबला अकाली दल के उम्मीदवार और पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा से है। जबकि मौजूदा सांसद धर्मवीर गांधी भी मैदान में हैं।
पंजाब की फिरोजपुर लोकसभा सीट बचाए रखना शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के लिए प्रतिष्ठा की बात बन गई है जहां से पार्टी अध्यक्ष सुखबीर बादल स्वयं मैदान में हैं और इस संसदीय क्षेत्र में उनका मुकाबला उनके पूर्व सहयोगी और मौजूदा सांसद शेर सिंह घुबाया से है जो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं।
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मध्य प्रदेश : 8 सीट : भाजपा की राह मुश्किल
रविवार को मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ क्षेत्र में मतदान होना हैं। इस क्षेत्र में कुल आठ लोकसभा सीटें हैं। इनमें धार, खरगोन एवं रतलाम-झाबुआ सीट अनुसूचित जनजाति सीटें हैं। दो सीटें उज्जैन एवं देवास अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं, तो तीन अन्य सीटें इंदौर, खंडवा एवं मंदसौर सामान्य हैं। 2014 में इन आठों सीटों पर भाजपा को जीत मिली। लेकिन इस बार उसकी राह बेहद मुश्किल दिख रही है।
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हिमाचल प्रदेश : 4 सीट
हिमाचल प्रदेश में कुल चार संसदीय सीट हैं। ये हैं- शिमला (आरक्षित), मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर। ये राज्य जो वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गढ़ है, ने अब तक अपने इतिहास में दो ध्रुवीय चुनावों को देखा है, जिसमें दो सबसे बड़े दल भाजपा और कांग्रेस शामिल हैं। कई मायनों में, यह लोकसभा चुनाव हिमाचल प्रदेश के लिए काफ़ी असाधारण चुनाव है। ऐसा पहली बार है कि यहाँ के महारथी - कांग्रेस के छह बार रहे मुख्यमंत्री और पांच बार रहे सांसद वीरभद्र सिंह और भारतीय जनता पार्टी के दो बार रहे मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल चुनावी युद्ध के मैदान से बाहर हैं।
कुल मिलाकर अब रविवार को सभी राजनीतिक दलों की अंतिम परीक्षा है और रिजल्ट 23 मई को है।
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