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बुलंदशहर कांड : पहले गिरफ़्तार चार मुस्लिम युवक पुलिस के मुताबिक निर्दोष

पुलिस का कहना है कि वह इन चारों को कोर्ट में पेश करेगी और इन्हें जल्द ही बरी कर दिया जाएगा। लेकिन पुलिस ने अब अन्य तीन मुस्लिम युवकों को गौ हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।

bulandshahar

बुलंदशहर हिंसा के मामले में पुलिस ने जिन चार मुस्लिम युवकों को गौ हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। उन्हे अब निर्दोष घोषित कर दिया है। पुलिस का कहना है कि वह इन चारों को कोर्ट में पेश करेगी और इन्हें जल्द ही बरी कर दिया जाएगा। इन युवकों का नाम सैफुद्दीन, साजिद, आसिफ और नन्हे बताया जा रहा है। बुलंदशहर के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने मीडिया से कहा "जांच में पता चला कि जिन चार लोगों को हमने पहले गिरफ्तार किया था वह निर्दोष हैं और दूसरी जानकारियाँ प्राप्त करने के बाद हम कोर्ट में उन्हे छुड़वाने जाएंगे।"

 गौरतलब है कि इन चारों की शिकायत योगेश राज ने की थी जो खुद इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है और अब तक फरार है। योगेश राज यहाँ बजरंग दल का स्थानीय नेता है और उस पर भीड़ को भड़काने का आरोप है। 

दूसरी ओर पुलिस ने अब अन्य तीन युवकों को गौ हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि उनके पास इन सभी के खिलाफ सबूत हैं। 

मंगलवार को पुलिस ने इनके साथ अन्य घरों में छापे मारे। इनमें नदीमुद्दीन, रईस, इश्तयाक, काला कुरैशी, अज़हर, ज़फ़र और नफीस नाम के लोग शामिल हैं। सात लोगों को हिरासत में लिया गया था और इनमें से तीन अब भी हिरासत में हैं। 

प्रभाकर चौधरी ने कहा "गौ हत्या के मामले में तीन लोग- नदीम , रईस और काला को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक गाड़ी और एक लाइसेंसी हथियार भी बरामद किया जा चुका है। इन तीनों का नाम शुरुआती एफआईआर में नहीं था, इस शिकायत में सात लोगों का नाम था जिसमें नया बांस गाँव के  दो नाबालिग शामिल थे, पर जांच के दौरान इनके नाम सामने आए। "

वहीं दूसरी ओर न्यूज़क्लिक ने स्याना शहर के लोगों से पुलिस की गिरफ्तारियों के बारे में बात की। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने मुस्लिम घरों में देर रात को घुसकर आरोपियों के घर वालों के साथ मारपीट और बदसलूकी की। इसके बाद स्थानीय मुसलमानों में काफी डर है और कुछ घर छोड़कर भाग गए हैं। 

एक स्थानीय व्यक्ति ने नाम न ज़ाहिर करने की शर्त पर न्यूज़क्लिक को बताया "पुलिस ने हमारी बंदूक का लाइसेंसे छीना है और हमें बहुत मारा है। वह हमसे  ज़बरदस्ती गौ हत्या के आरोप कबूल करवाने की कोशिश कर रहे हैं, अगर हम मना करते हैं तो वह हमें मारते हैं। उन्होंने महिलाओं के साथ भी बदसलूकी की है। हम यहाँ सुरक्षित नहीं हैं। मेरे कई पड़ोसी अपना घर छोड़कर अपने रिशतेदारों के घर चले गए हैं।"

एक स्थानीय व्यक्ति शादाब ने कहा "जिन्हें भी गिरफ्तार किया गया है वह गरीब लोग हैं। रईस रिक्शा चालक है और बहुत गरीब है। मुझे नहीं पता कि पुलिस ने किस बिनाह पर गौ हत्या से जोड़ा है।"

3 दिसम्बर को बुलंदशहर में तथाकथित गौ हत्या की खबर के बाद हिंसा भड़क उठी और इस हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और सुमित नाम के एक शख्स की मौत हो गयी। इस हिंसा के पीछे बजरंग दल और बीजेपी के स्थानीय नेताओं का नाम आया। सुमित इस मामले में आरोपी भी था। इसके बाद दो मामले शुरू हुए एक गौ हत्या का मामला और दूसरा इंस्पेक्टर सुबोध के कत्ल का। इंस्पेक्टर सुबोध के मामले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है इसमें एक जीतू फौजी है जो कि सैनिक है और उसपर इंस्पेक्टर सुबोध पर गोली चलाने का आरोप है । 

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