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बंगाली नया साल, चुनाव और अपनी संस्कृति बचाने की जद्दोजहद

चुनाव के बीच बंगाल का पोइला बोइशाख यानी बंगाली नववर्ष आ गया है। इस दिन बंगाली एक दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं ‘शुभो नोबो बोरसो’ कहकर देते हैं। वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने कोलकाता में बंगाली नये साल को मनाने के लिए उसकी तैयारियों में जुटे कलाकारों से बातचीत की और जाना कि वे बांग्ला सभ्यता-संस्कृति पर हो रहे हमले को लेकर किस तरह से चिंतत हैं।

चुनाव के बीच बंगाल का पोइला बोइशाख यानी बंगाली नववर्ष आ गया है। इस दिन बंगाली एक दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं ‘शुभो नोबो बोरसो’ कहकर देते हैं। वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने कोलकाता में बंगाली नये साल को मनाने के लिए उसकी तैयारियों में जुटे कलाकारों से बातचीत की और जाना कि वे बांग्ला सभ्यता-संस्कृति पर हो रहे हमले को लेकर किस तरह से चिंतत हैं।

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