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चिन्मयानंद प्रकरण: छात्रा ने कहा- एक साल से किया जा रहा था शारीरिक शोषण, मेरे पास सारे सबूत

पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर उन्हीं के कालेज में पढ़ने वाली एलएलएम की एक छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है।  
चिन्मयानंद के खिलाफ शिकायत करने वाली छात्रा राजस्थान में मिली

पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली छात्रा ने अब उन पर बलात्कार का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि चिन्मयानंद पिछले एक साल से उसका शारीरिक शोषण कर रहे थे। छात्रा के मुताबिक यह रिपोर्ट दिल्ली के लोधी रोड थाने में जीरो क्राइम नंबर पर दर्ज करके शाहजहांपुर भेज दी गई है, मगर स्थानीय पुलिस बलात्कार और शारीरिक शोषण की रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है।

पीटीआई के मुताबिक सोमवार को छात्रा ने मीडिया के सामने आकर ये आरोप लगाये हैं। उसका कहना है कि उसने एसआईटी को बताया था कि स्वामी चिन्मयानंद ने उसके साथ बलात्कार और एक वर्ष तक उसका शारीरिक शोषण किया।

पीड़िता ने आगे कहा कि जांच दल को सारी बातें बताने के बाद भी चिन्मयानंद को गिरफ्तार नहीं किया गया है। उसके मुताबिक इससे पहले जब उसके पिता ने चिन्मयानंद के खिलाफ शारीरिक शोषण के आरोप में मुकदमे की तहरीर दी थी, तब शाहजहांपुर के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने उसके पिता को धमकी देते हुए चिन्मयानंद के रसूख का हवाला दिया था। तब उन्होंने पुलिस से गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कहा था।

छात्रा ने आगे कहा कि उसके पास सारे साक्ष्य मौजूद हैं। वह कॉलेज हॉस्टल के जिस कमरे में रहती थी उसे सील कर दिया गया है, उसे मीडिया के सामने खोला जाए। सही समय आने पर साक्ष्य (वीडियो क्लिप) भी पेश किया जाएगा।

आपको बता दें कि स्वामी चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह की ओर से दर्ज कराए गए पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगे जाने के मामले में कथित पीड़िता ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। चिन्मयानंद ने जो आरोप लगाया है वह फर्जी है। एक सवाल के जवाब में छात्रा ने बताया कि उसके साथ दिल्ली के होटल में देखा गया संजय सिंह नामक युवक उसका भाई है।

आपको बता दें कि इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर लगे आरोपों की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआइटी) ने पीड़ित छात्रा और उसके पिता ने घंटों पूछताछ की थी। दोनों को अलग-अलग बुलाया गया। पहले पिता पुलिस लाइंस पहुंचे, बाद में बेटी को बुलाया गया। टीम ने दोनों से पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली।

रविवार दोपहर करीब 12 बजे एसआइटी के बुलावे पर छात्रा के पिता पुलिस लाइंस पहुंचे। वहां एसआइटी का अस्थाई कार्यालय बनाया गया है। ढाई बजे तक बंद कमरे में उनसे अब तक हुए घटनाक्रम के बारे में पूछा गया। करीब ढाई बजे एक टीम पुलिस छात्रा के घर पहुंची और उसे पुलिसलाइंस ले आई। साथ में छात्रा की अधिवक्ता भी थीं। बताया जा रहा है कि अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट की हैं।

उल्लेखनीय है कि चिन्मयानंद पर उन्हीं के कालेज में पढ़ने वाली एलएलएम की एक छात्रा ने शोषण का आरोप लगाया था। फेसबुक लाइव वीडियो में आरोप लगाने के बाद वह लापता हो गई थी। इस मामले में कुछ वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट से स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया था।

उन्होंने कहा था कि आरोप लगाने वाली छात्रा तीन दिनों से गायब है लिहाजा शीर्ष अदालत दखल दे। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में संज्ञान लिया था। सात दिन बाद छात्रा राजस्थान के टोंक में मिली जिसके बाद उसे बीते शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर न्यायाधीशों के समक्ष पेश किया गया। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर राज्य सरकार ने मामले की पड़ताल के लिये विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जो मामले की तफ्तीश कर रहा है।

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