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JNU में दम तोड़ता मुल्क का कानून और जनतंत्र!

JNU के छात्रों-शिक्षकों पर भयानक हिंसा करने वालों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई! अखबार, चैनल और सोशल मीडिया में नकाबपोश गुंडों और उनके साथ चल रहे आपराधिक तत्वों में कुछेक के नाम भी सार्वजनिक हो चुके हैं पर दिल्ली पुलिस को उन गुंडों के बारे में कुछ भी नहीं मालूम! उल्टे, छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष सहित कई घायलों पर ही FIR कर दी गई!

JNU के छात्रों-शिक्षकों पर भयानक हिंसा करने वालों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई! अखबार, चैनल और सोशल मीडिया में नकाबपोश गुंडों और उनके साथ चल रहे आपराधिक तत्वों में कुछेक के नाम भी सार्वजनिक हो चुके हैं पर दिल्ली पुलिस को उन गुंडों के बारे में कुछ भी नहीं मालूम! उल्टे, छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष सहित कई घायलों पर ही FIR कर दी गई! पुलिस कह रही कि नकाबपोशों के सबूत नहीं मिल रहे हैं! 5 जनवरी की शाम सीसीटीवी कैमरे और कैंपस सेकयुरिटी किसके इशारे पर ठप्प हुए थे? क्या पुलिस, समूचे प्रशासन और हमारे तंत्र को खत्म कर दिया गया है? ऐसे ही कुछ सवालों पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश की टिप्पणी:

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