Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

एएमयू में प्रदर्शन को लेकर चार कश्मीरी छात्रों को नोटिस

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर में अनुच्छेद 370 के हटने और संपर्क के साधन बाधित करने के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
AMU

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एएमयू प्रॉक्टर अफ़ीफ़ुल्लाह ख़ान ने चारों छात्रों को अलग-अलग नोटिस देकर पूछा है कि उन्होंने परिसर में अवैध रूप से प्रदर्शन का आयोजन क्यों किया। छात्रों से कहा गया है कि अगले 48 घंटे के अंदर वह इस नोटिस का जवाब दें वरना उनके ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।

कश्मीरी छात्रों के एक समूह ने गुरूवार को एएमयू लाइब्रेरी से बाब-ए-सैयद द्वार तक जुलूस निकाला था। जुलूस के दौरान छात्र पिछले एक माह से जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों की कार्रवाई के ख़िलाफ़ नारे लगा रहे थे।

आपको बता दें कि ये छात्र 5 अगस्त को कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और संपर्क के सभी साधन रोक देने के ख़िलाफ़ ये प्रदर्शन कर रहे थे और "आवाज़ दो, हम एक हैं!" , "जिस कश्मीर को ख़ून से सींचा, वो कश्मीर हमारा है!" जैसे नारे लगा रहे थे। 

प्रदर्शनकारी कश्मीरी छात्रों का दावा था कि वे अभी तक अपने घर वालों से संपर्क नही कर पाये हैं।

cefb3656-2634-4ca0-9443-01091145e1b3.jpg

न्यूज़क्लिक से बात करते हुए ग्रेजुएशन के एक छात्र फ़रहत ने कहा, "मैंने 32 दिनों से अपने घर पे बात नहीं की है। ये प्रदर्शन कश्मीरी छात्रों द्वारा किया गया था, और इसका मक़सद घाटी में रह रहे कश्मीरियों की परेशानियों को नज़र में लाना था। हम हिंदुस्तान की सरकार, पाकिस्तान की सरकार और सारी दुनिया से गुज़ारिश करते हैं कि कश्मीर के मसले को संजीदगी से हल करने की कोशिश की जाए।"

अपने इसी विरोध के तहत, एएमयू के कश्मीरी छात्रों ने 12 अगस्त को केंद्र सरकार के अधिकारी की ईद की दावत को भी ठुकरा दिया था।

कारण बताओ नोटिस में प्रदर्शन को "अवैध" बताए जाने पर सज्जाद ने न्यूज़क्लिक से कहा, "प्रशासन विरोध प्रदर्शन की वीडियो देख सकता है। हमने ये प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीक़े से किया था। अगर हम एएमयू में प्रदर्शन नहीं कर सकते तो अपना दर्द बयां करने कहाँ जाएंगे! हमने 32 दिनों से अपने घर पे बात नहीं की है। हम सरकार से बस ये गुज़ारिश कर रहे हैं कि इंटरनेट सेवाएँ चालू कर दी जाएँ ताकि हम कम से कम अपने माँ-बाप से बात कर सकें।"

इसी दौरान एएमयू के प्रवक्ता शाफ़े किदवई ने कश्मीरी छात्रों को धमकी देते हुए कहा है कि उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है और उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।

(भाषा से इनपुट के साथ)

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest