Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

अपने गिरेबान में भी कभी झांक लिया कीजिए

जो एक इंटरव्यू के दो सवालों में ही पानी मांग बैठे, अगर जनता ने उनसे किसी दिन उनके कामों का हिसाब मांग लिया, तो ये तो ऐसे ही शर्म से पानी-पानी हो जाएंगे।
cartoon

कांग्रेस के काम देखकर तो जनता उन्हें पहले ही किनारे बिठा चुकी है। लेकिन अगर साहबजी ने पहले अपने गिरेबान में झाँककर अपने काम गिनवाए होते तो ज्यादा अच्छा होता। क्योंकि मूल्यांकन उनका होता है जो कुछ करते हैं या करने की क्षमता रखते हैं। लेकिन साहब के भी तो केवल ऐसे दो काम हैं, जिनका मूल्यांकन जनता कर नहीं सकती है। पहला, जब चुनाव के दौरान जमकर रैलियाँ और भाषणबाज़ी। दूसरा खाली समय में लंबी लंबी हांकना। दोनों ऐसे विचित्र काम है जिनका किसी भी मापदंड पर मूल्यांकन संभव नहीं है।

साहब जो एक इंटरव्यू के दो सवालों में ही पानी मांग बैठे, अगर जनता ने उनसे किसी दिन उनके कामों का हिसाब मांग लिया, तो ये तो ऐसे ही शर्म से पानी-पानी हो जाएंगे।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest