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दिल्ली में गिरी इमारत के मलबे में फंसे पांच मज़दूरों को बचाया गया

‘‘यह एक पुरानी इमारत थी और मरम्मत के लिये अच्छी स्थिति में नहीं थी। हमें जांच में पता चला है कि इसे पीजी में बदलने के लिए मरम्मत का काम किया जा रहा था । इसलिए, उन्होंने ढांचे के कुछ हिस्से को तोड़ा होगा, जिससे वह गिर गया ।’’
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Image courtesy : The Indian Express

नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सत्य निकेतन इलाके में सोमवार को एक इमारत के ढह जाने के बाद उसके मलबे में तीन घंटे से अधिक समय तक फंसे रहे पांच मजदूरों को बचावकर्मियों ने बाहर निकाल लिया। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी ।

अधिकारी ने बताया कि तीन मंजिला जो इमारत गिरी है, उसकी मरम्मत का काम चल रहा था।

 दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि मलबे में फंसे सभी पांच मजदूरों को बचा लिया गया है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान समाप्त हो गया है ।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने जीवित बचे लोगों की तलाश के लिए अपने खोजी कुत्तों को काम में लगाया था।

इससे पहले गर्ग ने बताया, ‘‘हमें अपराह्र लगभग 1:24 बजे यहां सत्य निकेतन इमारत संख्या 173 में एक मकान के गिरने की सूचना मिली। इसके बाद दमकल की छह गाड़ियां मौके पर भेजी गईं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि, यह इमारत एक घनी आबादी वाली इलाके में है, इसलिये मुख्य चुनौती बचाव वाहनों को अंदर ले जाने की थी। यह कठिन काम था ।

मौके पर एक पुलिस की टीम भी मौजूद है ।

दिल्ली पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) मनेाज सी ने कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता फंसे लोगों को बाहर निकालने की है । मेरी टीम और मैं स्वयं मौके पर हूं और बचाव अभियान में अन्य एजेंसियों की मदद कर रहे हैं ।’’

दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, ऐसा लगता है कि इमारत मरम्मत के लिए अच्छी स्थिति में नहीं थी।।

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक पुरानी इमारत थी और मरम्मत के लिये अच्छी स्थिति में नहीं थी। हमें जांच में पता चला है कि इसे पीजी में बदलने के लिए मरम्मत का काम किया जा रहा था । इसलिए, उन्होंने ढांचे के कुछ हिस्से को तोड़ा होगा, जिससे वह गिर गया ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि मरम्मत का काम चल रहा था, इसलिये इसमें कोई नहीं रह रहा था। यह भी पता चला है कि इसकी कोई उचित भवन योजना नहीं थी। यह नियोजित निर्माण भी नहीं था और संबंधित अधिकारियों द्वारा मंजूरी भी नहीं ली गयी थी ।’’

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस हादसे को ‘‘बेहद दुखद’’ करार देते हुये कहा कि वह बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं ।

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ये हादसा बेहद दुखद है। ज़िला प्रशासन राहत और बचाव के काम में जुटा है। मैं ख़ुद घटना से संबंधित हर जानकारी ले रहा हूं।’’

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