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राज्य के सांसद लूटने के बजाय एमपी-लैड की राशि स्वास्थ्य संरचना पर खर्च करें :तेजस्वी यादव

"महामारी के एक वर्ष बाद कथित तौर पर हज़ारों करोड़ खर्च करने के बावजूद भी बिहार सरकार राज्यवासियों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवा और इलाज उपलब्ध नहीं करा पाई है। मुख्यमंत्री बताइए, आख़िर हज़ारों करोड़ जा कहाँ रहे हैं?"
तेजस्वी यादव
Image courtesy : NDTV

पटना: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि राज्य के सभी सांसदों को मिलने वाली सांसद निधि का उपयोग प्रदेश की स्वास्थ्य संरचना पर खर्च करने के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करें।

राज्य सरकार द्वारा सभी विधायकों को मिलने वाली राशि का उपयोग स्वास्थ्य के क्षेत्र में करने का फैसला लिए जाने के बाद तेजस्वी ने पत्र में कहा है, ‘‘सरकार के इस निर्णय से पहले ही हम लोगों ने स्वेच्छा से अपनी अनुमान्य राशि से अपने विधानसभा क्षेत्र स्थित पीएचसी एवं एपीएचसी में कोविड-19 मरीजों के समुचित इलाज के लिए विभिन्न प्रकार की जीवन रक्षक दवाओं तथा आवश्यक मेडिकल उपकरण इत्यादि की खरीद के वास्ते अपनी अनुसंशा भेज चुके हैं।’’

राजद नेता ने कहा, ‘‘हमने अपने पार्टी कार्यालय एवं आवास को पृथक-वास केन्द्र बनाने की भी पेशकश की है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड-19 की पहली लहर के दौरान 2020 में भी बिहार विधानमंडल के सभी सदस्यों के मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास मद से सैकड़ों करोड़ रुपये की राशि सरकार द्वारा ली गई थी लेकिन उसका सदुपयोग नहीं हुआ, लेकिन हम चाहते हैं कि इस बार धन का उचित उपयोग हो।

तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोलते हुए अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा कि "महामारी में ज़रूरतमंदो की सहायता करने की बजाय नीतीश सरकार का ध्यान संसाधनों की संपूर्ण लूट पर केंद्रित है। विगत वर्ष भी विधान पार्षद व विधायकों की आवंटित राशि से सैंकड़ों करोड़ निकाल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिए। आज तक सरकार ने नहीं बताया उस धनराशि का कहाँ सकारात्मक उपयोग किया गया? सर्वविदित है विगत वर्ष बिहार में कोरोना जांच किट, आइसोलेशन और क्वारेंटाइन सेंटर के नाम पर कैसे खुली लूट हुई। जनता का पैसा सरकार के संगठित भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। "

उन्होंने गंभीर सवाल उठाते हुए पूछा 'महामारी के एक वर्ष बाद कथित तौर पर हज़ारों करोड़ खर्च करने के बावजूद भी बिहार सरकार राज्यवासियों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवा और ईलाज उपलब्ध नहीं करा पाई है। मुख्यमंत्री बताए, आख़िर हज़ारों करोड़ जा कहाँ रहे है?"

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ )

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