Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

क्या देश में कोरोना के नए XE वैरिएंट से चौथी लहर का ख़तरा?

दुनियाभर के कई देशों में कोरोना के नए XE वैरिएंट के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है।
covid
Image courtesy : Reuters

देश में कोरोना से फिर चिंता बढ़ती दिखाई दे रही है | दो राज्यों (महाराष्ट्र और गुजरात) में कोरोना के नए वेरिएंट XE के मिलने से कोरोना की चौथी लहर का ख़तरा बढ़ गया है | कोरोना का नया वेरिएंट XE कितना घातक है यह जानने से पहले बात करते हैं कि कोरोना के नए-नए वैरिएंट कैसे सामने आ रहे हैं| जब कोई वायरस एक शरीर से दूसरे शरीर में प्रवेश करता है तो वायरस दूसरे शरीर में भी अपना समान रूप बनाने की कोशिश करता है | लेकिन इस प्रक्रिया के दौरान वायरस की संरचना में थोड़ा सा भी परिवर्तन, वायरस को एक नए रूप में बदल देता है और एक नए वैरिएंट का जन्म हो जाता है।

XE वैरिएंट-

XE वैरिएंट, ओमीक्रोन के सब वैरिएंट BA. 1 और BA. 2 के क्रॉस वेरिएंट हैं। सबसे पहले XE वैरिएंट, जनवरी 2022 में यूनाइटेड किंगडम से सामने आया था| विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वेरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की है | WHO का कहना है की ये वैरिएंट ओमिक्रोन के सब वैरिएंट BA. 2 से भी 10 गुणा तेजी से फैलता है।

आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक हिंदुजा अस्पताल और मेडिकल रिसर्च सेंटर, खार में क्रिटिकल केयर के सलाहकार डॉ. भारेश डेढिया बताते हैं, "XE हाइब्रिड स्ट्रेन का मेडिकली रूप से कोई भी इस वैरिएंट के बीच अंतर नहीं कर सकता। ऐसा लगता है कि नया सब-वैरिएंट XE, ओमिक्रॉन के सभी लक्षणों के ही समान है | यह आमतौर पर हल्का है और बहुत गंभीर भी नहीं है | यह ध्यान रखना चाहिए कि XE वैरिएंट लगभग 3 महीने से मौजूद है और अभी तक ओमिक्रॉन की तरह पूरी दुनिया में नहीं फैला है | इसलिए कहा जा सकता है कि यह कोई अलग वैरिएंट नहीं है, बल्कि ओमिक्रॉन के ही समान है।"

केंद्र सरकार का अलर्ट

हालांकि पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुए, केंद्र सरकार ने पांच राज्यों (दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र और मिजोरम) में अलर्ट जारी कर दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि इन राज्यों में कोरोना की संक्रमण दर बढ़ रही है, रोजाना मिलने वाले नए मामलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इसको देखते हुए राज्य सरकारें हालात की गंभीरता से समीक्षा करें और जरूरी होने पर कोविड-19 को लेकर नई गाइडलाइन भी जारी करें।

दुनियाभर में नए वैरिएंट से भय

वहीं दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट के बढ़ते मामले स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए गंभीर चिंता का कारण बन गया है। हाल ही में सामने आए XE की संक्रामकता दर अब तक सबसे अधिक बताई जा रही है, जबकि 2022 में दुनिया भर में 90 फीसदी से ज्यादा मामले ओमीक्रॉन के सामने आए थे | ऐसे में नए वैरिएंट के सामने आने से दुनिया भर में कोरोना की नई लहर का खतरा बढ़ गया है | रिपोर्ट्स में विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि इस वैरिएंट से गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, इसलिए सभी लोगों को इससे बचाव के उपायों को लेकर गंभीरता दिखानी होगी।

देश में कोरोना की स्थिति

हालांकि देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना की स्थिति पहले से काफी बेहतर हुई है | देश में कोरोना से पीड़ित 98.76 फीसदी लोगों को ठीक किया जा चुका है, जैसा की नीचे चित्र में दिखाया गया है | और मात्र 0.03 फीसदी ही एक्टिव मामले रह गए हैं | हलाकि एक हफ्ते से कुछ राज्यों में कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी हुई है, और देश में ओमीक्रॉन के नए वैरिएंट XE के मामले सामने आने से कोरोना के चौथी लहर का खतरा की सम्भावना बढ़ गयी है।


देश में पिछले दिनों कोरोना के कम होते संक्रमण के बीच मास्क लगाने को लेकर अनिवार्यता हटा ली गई थी साथ ही कुछ राज्यों ने मास्क न पहनने पर जुर्माने से भी छूट दी गयी थी । जबकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह की XE वेरिएंट की प्रकृति है, इससे बचाव के लिए मास्क लगाना बहुत आवश्यक है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि मास्क को कोरोना वायरस के सभी प्रकारों के खिलाफ सबसे प्रभावी उपाय माना जा रहा है, ऐसे में देश में मास्क के स्वैच्छिक उपयोग को बढ़ावा दिया जाना चाहिए जिससे नए वैरिएंट्स के प्रसार को रोका जा सके।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest