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तिरछी नजर : भाजपा की वाशिंग मशीन और देश के पहलवान

इधर महिला पहलवानों के मुंह से नाम निकलता और उधर एफआईआर दर्ज हो जाती। जेल भी होती और बुलडोजर भी चलता। ईडी, सीबीआई सब उसके पीछे होतीं।
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जंतर मंतर दिल्ली मे धरना देतीं महिला पहलवान फोटो साभार : PTI

देश के कुछ पहलवान, देश का नाम रौशन करने वाले, देश के लिए पदक जीतने वाले पहलवान, जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं। आज पूरे एक हफ्ते से बैठे हैं। वे लोग बहुत ही बड़ी मुश्किल मांग लेकर बैठे हैं। इतनी कठिन मांग है कि सरकार मांग मान ही नहीं पा रही है। मांग है कि उन्हें न्याय मिले। सरकार जी से, इस सरकार से, न्याय की उम्मीद करना, बहुत ही बड़ी बात है।

देश की कई महिला पहलवानों ने इल्ज़ाम लगाया है कि उनका यौन शौषण हुआ है। और जिसने यह किया है वह है, भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष और भाजपा का एक सांसद। बस यही गलती उन पहलवानों से हुई है। इल्ज़ाम भाजपा सांसद पर लगा दिया। ठीक है, यौन शौषण हुआ, भाजपा सांसद ने किया, पर इल्ज़ाम तो किसी और पर भी लगा सकती थीं ना। क्या किसी विपक्षी सांसद का नाम नहीं ले सकतीं थीं। एक बार किसी विपक्षी दल के सांसद का नाम ले लेतीं। फिर देखतीं सरकार की न्याय प्रियता। देखतीं, कितनी जल्दी न्याय मिलता है।

ऐसे में, इधर महिला पहलवानों के मुंह से नाम निकलता और उधर एफआईआर दर्ज हो जाती। जेल भी होती और बुलडोजर भी चलता। ईडी, सीबीआई सब उसके पीछे होतीं। बस पहलवान भाजपा के सांसद की बजाय किसी विपक्षी सांसद का नाम ले लेतीं। भाजपा नेता तो कभी अपराधी हो ही नहीं सकता है। अगर कोई अपराधी भाजपा में पहुंच भी जाए तो भाजपा की वाशिंग मशीन उसे धो कर पाक साफ बना देती है। मुझे समझ नहीं आता है, यह अतीक अहमद भी भाजपा में शामिल क्यों नहीं हुआ? बेचारा बेकार में ही मारा गया। भाजपा के राज में तो हिस्ट्री शीटर भी, मारे नहीं जाते हैं, सांसद, मंत्री बन जाते हैं।

भाजपा के पास तो ना, एक वाशिंग मशीन है और वाशिंग पाउडर भी है। जिसमें धुल कर, जिससे धुल कर सारे के सारे दाग धुल जाते हैं। कोई भी दाग ढूंढने से भी नहीं मिलता है। भाजपा की वाशिंग मशीन में जो एक बार गया, भाजपा के वाशिंग पाउडर से जो एक बार धुला, वह धुल कर बिल्कुल सफेद हो जाता है। उसके दाग आप बस ढूंढते रह जाते हैं। भाजपा में शामिल हुआ बेईमान भी सबसे ईमानदार हो जाता है।

भाजपा तो गंगा है, गंगा मैया है। किसी ने एक बार डुबकी लगाई नहीं कि सारे के सारे पाप धुल गए। भाजपा तो ऐसी गंगा है जिसमें डुबकी लगाने से पिछले सारे पाप ही नहीं धुलते हैं बल्कि आगे किए जाने वाले सारे पाप भी धुल जाते हैं।‌‌ पाप धुल नहीं जाते हैं अपितु इस गंगा में नहाने के बाद तो पाप भी पुन्य बन जाते हैं। उसके द्वारा किए गए पाप भी किसी वीर सैनिक की तरह सीने पर लगे तमगे की तरह से चमकने लगते हैं। 

भाजपा की सरकार से पहले, सरकार जी के सरकार बनने से पहले, बीस प्रतिशत तक को ईमानदारी माना जाता था। सरकार जी आए, भाजपा का, सरकार जी का शासन आया तो ईमानदारी इतनी बढ़ गई कि चालीस प्रतिशत को भी ईमानदारी माना जाने लगा है। ईमानदारी का पैमाना बढ़ गया है और बेईमानी का पैमाना घट गया है। चालीस प्रतिशत वालों को सरकार जी खुद मनाने लगे हैं। सरकार जी स्वयं फोन करते हैं, "मान जाओ भइया, छुड़ाओ न बहियां।" जनता से भी कहते हैं, "एक बार फिर हम ईमानदारों की सरकार आने दो, अबकी बार ईमानदारी पचास प्रतिशत कर देंगे।"  

क्या आप यह सोचे बैठे थे कि भाजपा केवल बेईमानों को ईमानदार बनाती है। उसकी वाशिंग मशीन में केवल बेईमानों के, भ्रष्टाचारियों के ही दाग धोए जाते हैं। सच्चाई तो यह है कि वहां तो बलात्कारियों, व्यभिचारियों के दाग-धब्बे भी धोए जाते हैं, सरेआम, खुलेआम धोए जाते हैं। और यह बलात्कारियों, व्याभिचारियों को धोने वाली वाशिंग मशीन अब नहीं शुरू हुई है। यह भी पहले से ही मौजूद है, और पहले से ही अपना काम कर भी रही है। 

सरकार जी को पता है, एक एक विधायक और एक एक सांसद कितना कीमती है। उन्हें जिताने में कितना पैसा खर्च करना पड़ता है। और अगर कमी पड़ जाए तो कितना महंगा मिलता है। इसलिए भाजपा की वाशिंग मशीन, चाहे वह भ्रष्टाचारियों को धोने वाली मशीन हो या फिर व्यभिचारियों को धोने वाली, तब और अधिक अच्छी तरह काम करती हैं जब उन्हें एमपी या एमएलए को धोना होता है। उस समय तो सारी की सारी सरकारी मशीनरी भी वाशिंग मशीन के साथ मिलकर काम करने लगती है। 

पहलवानों को उच्चतम न्यायालय से थोड़ा सा न्याय तो मिला है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हो गई हैं। लड़ाई खत्म नहीं, अभी तो शुरू ही हुई है। लड़ाई लम्बी भी है और कठिन भी। पहलवानों, तुम संघर्ष करो, सरकार जी और भाजपा के अलावा सारा देश तुम्हारे साथ है।

(इस व्यंग्य स्तंभ के लेखक पेशे से चिकित्सक हैं।)  

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