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प्रवासी श्रमिकों के बारे में ‘झूठ’ भाजपा के ख़िलाफ़ विपक्षी एकता पर मेरे ज़ोर देने का परिणाम: स्टालिन

“कुछ लोग फर्जी वीडियो तैयार कर रहे हैं और झूठ फैला रहे हैं। उत्तर भारत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पदाधिकारियों ने एक एजेंडे के तहत ऐसा किया।”
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फ़ोटो साभार: PTI

चेन्नई : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने आरोप लगाया है कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को अगले साल सत्ता से हटाने के लिए विपक्षी एकता पर ज़ोर देने संबंधी उनके हालिया आह्वान के चलते राज्य में प्रवासी श्रमिकों पर हमलों के बारे में "झूठ फैलाया गया।"

तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक के प्रमुख स्टालिन ने अपनी ‘‘उंगलिल ओरुवन’’ प्रश्न-उत्तर श्रृंखला में दावा किया कि राज्य में किसी भी प्रवासी श्रमिक पर हमला नहीं किया गया है, जैसा कि आरोप लगाया गया था। उन्होंने कहा कि ऐसे कई कर्मचारी लंबे समय से तमिलनाडु में कार्यरत हैं और उन्हें कभी भी ऐसी किसी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा।

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग फर्जी वीडियो तैयार कर रहे हैं और झूठ फैला रहे हैं। उत्तर भारत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पदाधिकारियों ने एक एजेंडे के तहत ऐसा किया। आप ऐसा करने के पीछे की साज़िश को तब समझेंगे, जब आप इस बात पर गौर करेंगे कि भाजपा के विरोधी संगठनों द्वारा इस तरह के झूठ, राष्ट्रीय स्तर पर हाथ मिलाने पर मेरे द्वारा ज़ोर देने के अगले दिन ही फैलाए गए।’’

स्टालिन ने एक मार्च को अपने जन्मदिन की रैली में 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए विपक्षी एकता पर ज़ोर दिया था। उक्त रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कई नेता शामिल हुए थे।

सीएम ने कहा कि कथित हमलों के बारे में जानकारी मिलने के तुरंत बाद, उन्होंने पूछताछ की कि क्या प्रवासी श्रमिकों को राज्य में कहीं भी टारगेट किया गया था और यह सामने आया कि ऐसा कुछ नहीं था।

उन्होंने कहा, "मैंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सूचित किया है कि उन्हें (वर्कर्स को) थोड़ी सी भी हानि नहीं हुई है।" उन्होंने आगे कहा कि राज्य के ऑफिशियल डेलिगेशन जिसने इस मुद्दे पर टीएन का दौरा किया था, 'संतोष' के साथ लौटा है।

आपको बता दें बीते दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए तेज़ी से ये बात फैली की तमिलनाडु में बिहार के मज़दूरों को टारगेट कर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें पीटा जा रहा है। इसी कड़ी में मज़दूरों की पिटाई वाला एक कथित वीडियो भी वायरल हुआ था जिसके बाद से ही सियासत गर्म हो गई और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नीतीश कुमार और बिहार सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया।

हालांकि बिहार पुलिस इसके बाद एक्शन में आ गई और कथित वीडियो को फर्ज़ी बताते हुए चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन चार लोगों में यूट्यूबर मनीष कश्यप समेत, अमन कुमार, राकेश तिवारी और युवराज सिंह राजपूत का नाम शामिल है।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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