Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

राजधानी में युवा पूछ रहे 'दिल्ली सरकार कहां हैं हमारा रोज़गार'?

"विभिन्न सरकारी विभागों में खाली पड़े हुए पदों पर भर्ती पर रोक लगा रखी है। वेतन में कटौती की जा रही है। काम के घंटे बढ़ाए जा रहे हैं। बेरोजगारी और मंहगाई अपनी चरम सीमा पर है।
राजधानी में युवा पूछ रहे 'दिल्ली सरकार कहां हैं हमारा रोज़गार'?

भारत की जनवादी नौजवान सभा ( DYFI) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर का घेराव का आह्वान किया है। उनका कहना है कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार भी नौजवानों के सवालों पर चुप्पी साधे हुए है। उसने अपने कार्यकाल में न तो युवाओं को नौकरियां दी और न ही ठेके कर्मियों को पक्का किया है। इसलिए हमने उनके खिलाफ भी अपना मोर्चा खोला है।

DYFI की दिल्ली राज्य कमेटी ने अपने बयान में कहा है कि खाली पड़े हुए लाखों पदों पर जल्द भर्ती, बेरोजगारी भत्ता ₹5000 देने, स्कूलों में परीक्षा फीस खत्म करने, सरकारी स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करने, सिविल डिफेंस और ठेका कर्मचारियों को पक्की नौकरी देने की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री और एलजी को दिल्ली के युवाओं का मांग पत्र भेजा। दिल्ली सरकार से युवाओं के इस मांग पत्र पर विचार करने के लिए मिलने का समय मांगा है। अगर सरकार इन समस्याओं पर विचार नहीं करती तो आने वाली 12 सितंबर 2021 को दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

भारत की जनवादी नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष संजय सिंह और अमन सैनी ने संयुक्त बयान में कहा गया है कि मोदी सरकार हो या केजरीवाल सरकार, दोनों सरकारें दिल्ली के युवाओं के साथ धोखा कर रही हैं। चुनाव के समय युवाओं को नौकरी देने का वादा करते हैं और चुनाव के बाद सब भूल जाते हैं। सरकार की रोजगार विरोधी नीतियों के चलते युवाओं की स्थिति और ज्यादा भयानक हो गई है।

अमन सैनी ने न्यूज़क्लिक से बात करते हुए बताया कि विभिन्न सरकारी विभागों में खाली पड़े हुए पदों पर भर्ती पर रोक लगा रखी गई है। वेतन में कटौती की जा रही है। काम के घंटे बढ़ाए जा रहे हैं। बेरोजगारी और मंहगाई अपनी चरम सीमा पर है। आज दिल्ली सरकार के अंतर्गत विभिन्न सरकारी विभागों में 50 प्रतिशत (लगभग 1 लाख) पद खाली हैं और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में लगभग 9 लाख पद खाली पड़े हुए हैं। आज देश मे कम से कम 60 लाख कर्मचारियों की जरूरत है! केन्द्र और राज्य सरकार इन खाली पड़े हुए लाखों पदों पर तुरंत भर्ती करें।

DYFI ने बताया कि उन्होंने दिल्ली के युवाओं के विभिन्न समस्याओं को लेकर एक मांग पत्र तैयार किया है जिसको लेकर वो दिल्ली के विभिन्न इलाकों में दिल्ली सरकार जवाब दो, कहां हैं हमारा रोजगार? कहां है हमारा स्वास्थ्य? अभियान चला रही है। इसके साथ ही वो मोदी और केजरीवाल सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ दिल्ली भर में युवाओं के साथ मींटिग कर रही है। उसने पर्चा वितरण भी करने का दावा किया है। इससे पहले वो विधायक और सांसदों को इन मांगों को लेकर ज्ञापन भी देगी।

उनकी मुख्य माँगे इस प्रकार है -

• खाली पड़े हुए दिल्ली सरकार के अंतर्गत 1 लाख और केंद्र सरकार के स्तर पर 9 लाख पदों पर तुरंत भर्ती हो।

• भगत सिंह शहरी रोजगार गारंटी योजना कानून बनाओ

• युवाओं को सम्मानजनक जीवन जीने के लिए बेरोजगारी भत्ता प्रतिमाह 5000 रूपये दो

• ठेका प्रथा बंद करो, स्थाई स्वरूप वाले काम में लगे कच्चे कर्मचारियों को पक्का करो

• सिविल डिफेन्स में काम कर रहे युवाओं की नौकरी को स्थाई करो

• सरकारी स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करो।

• स्कूलों में परीक्षा फीस को खत्म कर के.जी. से पी.जी. तक शिक्षा मुफ्त करो

• हर ब्लाक स्तर पर कम से कम सरकारी कॉलेज, पुस्तकालय और खेलकूद के लिए मैदान का प्रबन्ध करो

• सभी को राशन किट वितरित किया जाए जिसमें गेंहू व चावल के साथ-साथ दाल, खाद्य, तेल, चीनी, नमक, मसाले, साबुन व वाशिंग पाउडर भी हो।

• चार लेबर कोड्स रद्द करो

वैसे केंद्र और दिल्ली दोनों ही सरकार बेरोज़गारी को रोक पाने में असफल रही है। पहले से बेरोज़गारी का संकट झेल रहे लोगों पर ये कोरोना माहमारी ने और भी मुश्किलें पैदा कर दी हैं। पूरे देश में ही बेरोजगारी अपने चरम पर है। मोदी सरकार जो वादा करके आयी थी कि वो नौजवानों को दो करोड़ नौकरियां हर साल देगी, लेकिन वो अभी तक ऐसा नहीं कर पाई है। इसी तरह देश की राजधानी में दिल्ली की सत्ता पर काबिज़ आम आदमी पार्टी की सरकार ने भी पाने पहले पांच सालो में आठ लाख नौकरियां देने का वाद किया था। हालाँकि वो पिछले कुछ सालों से नौकरी के सवाल पर कुछ भी बोलने से बचती रही है। उसने अपने अंतिम चुनावी घोषणा पत्र में इसका जिक्र तक नहीं किया था।   

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest