Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

यूपी : राम मंदिर की ज़मीन ख़रीद में 'घोटाले' के ख़िलाफ़ कांग्रेस का प्रदर्शन

कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के सभी ज़िला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। इस कड़ी में राजधानी लखनऊ में भी कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतड़े और 'चंदा चोर गद्दी छोड़' के नारे लगाए। पुलिस ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। 
यूपी : राम मंदिर की ज़मीन ख़रीद में 'घोटाले' के ख़िलाफ़ कांग्रेस का प्रदर्शन

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कथित जमीन खरीद घोटाला प्रकरण के विरोध में कांग्रेस बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। इस कड़ी में राजधानी लखनऊ में भी कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतड़े और नारे लगाए कि 'चंदा चोर गद्दी छोड़'। जबकि पुलिस ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।  

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बुधवार को बताया था कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा एक जमीन की खरीद में करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आया है जिसके खिलाफ 17 जून को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर पार्टी कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे और जिलाधिकारियों के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंप कर इस पूरे घोटाले की उच्चतम न्यायालय के किसी जज की निगरानी में जांच की मांग की जाएगी।

कांग्रेस इस प्रदर्शन के माध्यम से यह मांग भी उठा रही है कि घोटालेबाजों को मन्दिर निर्माण ट्रस्ट से अलग करते हुए भगवान श्रीराम के मन्दिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया जाय। लल्लू का कहना था कि पूरे देश के लोगों की मन्दिर में आस्था है- इसलिए इस गतिरोध को दूर करते हुए माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार शीघ्र मन्दिर निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि घोटाला सामने आने के बाद ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने भी ट्रस्ट के अंदर मनमानी और अपारदर्शिता का आरोप लगाया गया है। उनके अनुसार महंत को ट्रस्ट द्वारा लिए गए फैसलों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जाती है। इसका अर्थ है कि दाल में कुछ काला है।

लल्लू ने आरोप लगाया कि इस पूरे प्रकरण में भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं की संलिप्तता है, जिनको बचाने के लिए पूरी भाजपा लखनऊ से लेकर दिल्ली तक लग गयी है।

प्रियंका का आग्रह: राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े ‘घोटाले’ की जांच करवाए उच्चतम न्यायालय

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से संबंधित एक जमीन सौदे में लगे भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर बुधवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय को अपनी निगरानी में इस मामले की जांच करानी चाहिए।

उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘2 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन सिर्फ पांच मिनट के बाद प्रधानमंत्री जी द्वारा बनाए गए श्रीराम मंदिर निर्माण ट्रस्ट की ओर से 18.5 करोड़ रुपये में खरीद ली गई। यानी जमीन की कीमत 5.5 लाख रुपये प्रति सेकंड की दर से बढ़ गई। यह सारा पैसा हिंदुस्तान की जनता द्वारा मंदिर निर्माण के लिए दान के रूप में दिया गया था। ’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘जमीन की खरीद-बिक्री से सम्बंधित बैनामे और रजिस्ट्री में गवाहों के नाम समान हैं। एक गवाह मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं, जो आरएसएस के पूर्व प्रांतीय कार्यवाहक रहे हैं और दूसरे गवाह भाजपा नेता एवं अयोध्या के महापौर हैं।’’ कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा के मुताबिक, खबरों में कहा गया है कि राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत श्री नृत्य गोपाल दास जी की ओर से भी ट्रस्ट के संचालन में मनमानी तथा अपारदर्शिता का आरोप लगाया गया है।

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘श्रीराम मंदिर निर्माण ट्रस्ट का गठन प्रधानमंत्री जी ने किया था। प्रधानमंत्री जी के बहुत करीबी लोग इसमें ट्रस्टी हैं। ट्रस्ट का सीधा आशय भरोसे से होता है। प्रधानमंत्री जी की जिम्मेदारी है कि प्रभु श्रीराम के नाम, भक्तों द्वारा चढ़ाई गई पाई-पाई का इस्तेमाल आस्था से जुड़े सामूहिक कार्य में हो, न कि किसी घोटाले में।’’

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि “आस्था में अवसर” तलाशने का कोई भी प्रयास करोड़ों भारतीयों की आस्था पर चोट है और महापाप है।’’ उन्होंने आग्रह किया, ‘‘माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर श्रीराम मंदिर ट्रस्ट का गठन हुआ है। देशवासियों की तरफ से हमारी मांग है कि उच्चतम न्यायालय इस पूरे घोटाले की अपनी निगरानी में जांच करवाए।’’

गौरतलब है कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर अयोध्या में पिछली 18 मार्च को दो करोड़ रुपए में बेची गई जमीन को उसके महज पांच मिनट के अंदर साढ़े 18 करोड़ रुपए में खरीदने का आरोप लगा है। इन दोनों ही खरीद में ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह हैं। विपक्ष का आरोप है कि यह धन शोधन का मामला है और इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ )

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest