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यूपी: पीसीएस अधिकारी मणिमंजरी राय ने आत्महत्या की या हुई हत्या?

कई मीडिया रिपोट्स के अनुसार मणिमंजरी राय के पिता ने कहा कि मणिमंजरी ने कई ठेकेदारों की फाइल को रिजेक्ट किया था। जिसके चलते उनकी हत्या हुई है। विपक्ष भी इस मामले में सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है।
Image Courtesy:  Social Media
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“…पलकों पे नींद आने दे

 जरा फिर से मुस्कुराने दे

ए ज़िंदगी !

तू थोड़ी सी रुक जरा

थोड़ा सा वक़्त दे”

 ये पंक्तियां उत्तर प्रदेश की पीसीएस अधिकारी मणिमंजरी राय द्वारा फेसबुक पर लिखी गईं थी। मणिमंजरी राय अब हमारे बीच नहीं रहीं। सोमवार, 6 जुलाई की देर रात उनके आत्महत्या करने की खबरें मीडिया में आईं। जिसके बाद यूपी प्रशासन में हड़कंप मच गया। एक ओर परिवार ने इसे आत्महत्या मानने से इंकार कर दिया तो वहीं अब विपक्ष भी इस मामले में सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है।

क्या है पूरा मामला?

प्राप्त जानकारी के मुताबिक यूपी के गाजीपुर की रहने वाली 30 वर्षीय मणिमंजरी राय ने दो साल पहले ही बलिया के मनियर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी के पद पर कार्यभार ग्रहण किया था। वह जिला मुख्यालय के ही आवास-विकास कॉलोनी में किराये के मकान में रहती थीं और यहीं से उनका मनियर आना-जाना था।

स्थानीय लोगों के मुताबिक सोमवार को मणिमंजरी राय अपने तीसरे तल के मकान में अकेले ही थी। आस-पास के लोगों को जब कमरे की खिड़की के शीशे से कुछ अनहोनी की आशंका हुई। तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने जरूरी औपचारिकता पूरी करने के बाद जब दरवाजा खोला तब पता लगा कि पीसीएस अधिकारी मणिमंजरी राय ने अपने बेडरूम में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है।

पुलिस अधीक्षक ने तत्काल फोरेंसिक टीम बुलाई। रात तक डीएम-एसपी मौके पर मौजूद रहे। कहा जा रहा है कि पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसका जिक्र फिलहाल नहीं किया जा रहा है।

पिता ने लगाया हत्या का आरोप

मणिमंजरी राय के आत्महत्या मामले में परिजनों ने आरोप लगाया कि यह आत्महत्या नहीं, फर्जी पेमेंट कराने के लिए हत्या हुई है। कई मीडिया रिपोट्स के अनुसार मणिमंजरी राय के पिता ने कहा कि मणिमंजरी ने कई ठेकेदारों की फाइल को रिजेक्ट किया था। जिसके चलते उनकी हत्या हुआ है।

अमर उजाला की ख़बर के मुताबिक मणिमंजरी राय के पिता जय ठाकुर राय ने कहा कि उनकी बेटी आत्महत्या कर ही नहीं सकती। लगातार उसकी परिवार वालों से बात हो रही थी। वह किसी तरह के तनाव में नहीं थी लेकिन बेटी को लगातार परेशान किया जा रहा था।

जय ठाकुर ने कुछ अधिकारियों, ठेकेदारों की ओर भी इशारा किया। उनका कहना है कि मणिमंजरी राय लगातार इस बारे में उन्हें बताया करती थीं। रविवार, 6 जुलाई को भी उनकी बात हुई थी, जिसमें बेटी ने बताया था कि शनिवार को उसका ड्राइवर हटा दिया गया और अब वह खुद गाड़ी लेकर आने जाने लगी है।

पिता ने कहा कि फर्जी पेमेंट को लेकर उसे लगातार परेशान किया जा रहा था। इसे लेकर वह काफी शिकायतें भी कर रही थी लेकिन उसे कोई तनाव नहीं था। पिता ने शिकायत कि की उनको बेटी के कमरे में भी नहीं जाने दिया गया। रात में केवल बॉडी दिखाई गई। इस मामले की शासन जांच कराए और हमें न्याय दे।

सरकारी महकमे से कई जुड़े लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस आत्महत्या के पीछे दो महीने पहले हुए विकास कार्य के दो करोड़ रुपये का टेंडर हो सकता है। इस टेंडर के दौरान सरकारी नियम-कानून की बात महिला पीसीएस ने खड़ी की थी। दो करोड़ रुपये के टेंडर को लेकर आदेश कार्य के जारी क्रम में मणि मंजरी राय पर लगातार दबाव बन रहा था।

क्या कहा विपक्ष ने?

महिला पीसीएस अफसर मणिमंजरी के आत्महत्या के मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कई सवाल उठाए हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने मांग की कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को ट्विटर पर लिखा, 'बलिया में तैनात गाजीपुर निवासी युवा अधिकारी मणिमंजरी के बारे में दुखद समाचार मिला। खबरों के अनुसार उन्होंने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए थे। मणिमंजरी के परिवार को न्याय मिले इसके लिए, सभी तथ्यों का सामने आना और निष्पक्ष जांच बहुत जरूरी है।'

समाजवादी पार्टी ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना जाहिर की है।

सपा ने एक पोस्ट में लिखा, “'बलिया में तैनात अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी का खुद के खिलाफ हो रहे षड्यंत्र से हार कर आत्महत्या करना दुखद एवं गंभीर सवाल खड़े करता है। कौन हैं वों जो साजिश कर प्रताड़ित कर रहे थे? सुसाइड नोट को आधार बनाकर न्याय दे सरकार।

गौरतलब है कि मीडिया के हवाले से बताया जा रहा है कि पीसीएस अधिकारी के कमरे से मिले सुसाइड नोट में उल्लेख किया गया है कि “मैं दिल्ली, मुंबई से बचकर बलिया चली आईं, लेकिन यहां मुझे रणनीति के तहत फंसाया गया है। इससे मैं काफी दुखी हूं। लिहाजा मेरे पास आत्महत्या करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं हैं। हो सके तो मुझे माफ कर दीजिएगा।” 

 

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