मोदी जी के पैकेज से नहीं हो सकता Make in India
सभी आंकड़े बताते हैं कि भारत के कारख़ानों में उत्पादन तो ठप्प है ही लेकिन चीजों की मांग और भी तेज़ी से घटी है।
सभी आंकड़े बताते हैं कि भारत के कारख़ानों में उत्पादन तो ठप्प है ही लेकिन चीजों की मांग और भी तेज़ी से घटी है। मोदी सरकार ने इससे जूझने के लिए विशाल लोन मेले का इंतज़ाम किया है। लेकिन बिज़नेस में लोन तभी लिया जाता है जब मांग बढ़ रही हो। इस वक़्त जो भी कंपनी लोन लेगी वो सिर्फ ख़र्च चलाने के लिए लेगी। इससे देश में ख़राब लोन की संख्या और भी बढ़ सकती हैं।
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