कोरोना को छोड़, सच दिखाते पत्रकारों पर सत्ता का कहर
कोरोना जैसी महामारी तूफानी गति से फैल रही है। पर राजसत्ता ने मानो देश की अवाम को उसके हाल पर छोड़ दिया है
कोरोना जैसी महामारी तूफानी गति से फैल रही है। पर राजसत्ता ने मानो देश की अवाम को उसके हाल पर छोड़ दिया है. बेहाली और बेबसी के इस दौर में सरकारें लोगों को बचाने से ज्यादा सामाजिक कार्यकर्ताओं को जेल भेजने और पत्रकारों को तरह-तरह के मामलों में फंसाने में सक्रिय दिख रही हैं. ताज़ा उदाहरण है जाने-माने पत्रकार विनोद दुआ और आकार पटेल के विरुद्ध दायर FIR. घटनाक्रम का विश्लेषण कर रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश:
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।