Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

IIT-BHU छात्रा गैंगरेप मामला: तीनों अभियुक्त गिरफ़्तार, भाजपा से जुड़े होने का आरोप

मुख्य अभियुक्त कुणाल पांडेय को भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल का सदस्य बताया जाता है। बाक़ी दोनों आरोपी भी भाजपा से जुड़े बताए जा रहे हैं, हालांकि इस पर अभी भाजपा का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
BHU IIT

IIT-BHU में इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष की छात्रा से छेड़छाड़ और गैंगरेप करने वाले तीनों अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार की देर रात पुलिस ने उन्हें संदिग्ध हाल में घूमते हुए बाइक के साथ पकड़ा। पूछताछ के बाद तीनों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया और कहा कि हथियार दिखाकर उन्होंने छात्रा के कपड़े उतरवाए थे। साथ ही उनका वीडियो भी बनाया था।

इनमें मुख्य अभियुक्त कुणाल पांडेय को भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल का सदस्य बताया जाता है। बाक़ी दोनों आरोपी भी भाजपा से जुड़े बताए जा रहे हैं, हालांकि इस पर अभी भाजपा का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पुलिस ने संकेत तो दे दिए हैं लेकिन वह अभी इस पर विस्तार से बात करने से बच रही है। कहा गया है कि इस पूरे मामले पर पुलिस अधिकारी जल्द ही विस्तार से प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।  

इंजीनियरिंग छात्रा के साथ गैंगरेप की वारदात से बीएचयू कैंपस में कई दिनों तक आंदोलन चला था। भारी विरोध-प्रदर्शन के बावजूद आरोपी नहीं पकड़े जा सके थे। आरोपितों को पकड़ने की जिम्मेदारी भेलूपुर के तत्कालीन एसीपी प्रवीण सिंह को सौंपी गई थी। गैंगरेप के अपराधी तब पकड़े जा सके, जब उनका बनारस से ट्रांसफर हो गया। अभियुक्तों की पहचान बृजइंक्लेव कॉलोनी सुंदरपुर के कुणाल पांडेय, जिवधीपुर (बजरडीहा) के आनंद उर्फ अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल के रूप में हुई है।

खास बात यह है कि मुख्य अभियुक्त कुणाल पांडेय बीजेपी आईटी सेल का सदस्य बताया जाता है। आरोप है कि उसके कहने पर ही उसके साथियों ने आईआईटी छात्रा से गैंगरेप करने की योजना बनाई थी। कहा जाता है कि मुख्य अभियुक्त कुणाल पांडेय मनबढ़ किस्म का युवक है। अपनी धाक जमाने के लिए वह पीएम नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ खिंचवाई गई तस्वीरों का इस्तेमाल किया करता था। अपने साथ इन नेताओं की तस्वीरें दिखाकर वह पुलिस अफसरों को धौंस भी देता था। पीएम, सीएएम और नड्‌डा समेत कई बीजेपी नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।

आईआईटी छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना के तत्काल बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने ऐलानिया तौर पर आरोप लगाया था कि इस वारदात को सत्तारूढ़ दल से जुड़े लड़कों ने अंजाम दिया है। उस समय बीजेपी के नेताओं के इशारे पर लंका थाने में कांग्रेस नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई थी। सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने उसी समय अभियुक्तों की शिनाख्त कर ली थी जब वारदात हुई थी। उस समय तीन राज्यों में चुनाव हो रहा था और इस मामले के तूल पकड़ने के बाद बीजेपी की साख पर बट्टा लगने की आशंका थी। फिलहाल लंका थाना पुलिस तीनों अभियुक्तों से कड़ी पूछताछ कर रही है। वारदात में प्रयुक्त बूलेट मोटरसाइकिल बरामद कर ली है। पुलिस असलहों की तलाश में जुटी है।

क्या था पूरा मामला 

बीएचयू कैंपस में एक नवंबर 2023 की रात आईआईटी छात्रा के साथ गन प्वाइंट पर गैंगरेप हुआ था। छात्रा ने अगले दिन सुबह लंका थाने में शिकायती पत्र दिया था। उसने पुलिस को बताया कि, “रात 1:30 बजे हॉस्टल से जरूरी काम से बाहर निकली। गांधी स्मृति चौराहे के पास मुझे मेरा दोस्त मिला। दोनों जा रहे थे कि रास्ते में कर्मन बाबा मंदिर से करीब तीन सौ मीटर दूर पीछे से एक बुलेट मोटरसाइकिल आई। उस पर तीन लड़के सवार थे। उन्होंने हथियार दिखाकर हमें रोका और मेरे दोस्त के साथ मारपीट शुरू कर दी। मेरा मुंह दबाकर मुझे एक कोने में ले गए। वहां पहले मुझे किस किया, उसके बाद कपड़े उतरवाए। मेरा वीडियो बनाया और फोटो खींची। मैं जब बचाव के लिए चिल्लाई तो मुझे मारने की धमकी दी। वह करीब आधे घंटे तक मुझे अपने कब्जे में रखा और फिर छोड़ दिया।”

“मेरी हालत खराब थी। बदहवास हालत में मैं हॉस्टल की ओर भागी तो पीछे से बाइक की आवाज आने लगी। डर के मारे एक प्रोफेसर के आवास में घुस गई और प्रोफेसर को आवाज दी। प्रोफेसर ने मुझे गेट तक छोड़ा। उसके बाद पार्लियामेंट सिक्योरिटी कमेटी के राहुल राठौर मुझे आईआईटी के पेट्रोलिंग गार्ड के पास लेकर गए।”

घटना की सूचना जैसे ही बीएचयू के छात्रों को मिली तो वो आगबबूला हो गए। करीब ढाई हजार स्टूडेंट्स राजपूताना हॉस्टल के बाहर पहुंचे और प्रदर्शन किया। देखते ही देखते भारी संख्या में छात्र विरोध में शामिल हो गए थे। स्टूडेंट्स ने विरोध करते हुए पूरा कैंपस बंद करा दिया था। क्लास और लैब में रिसर्च का काम भी बंद कर दिया गया था। पूरे कैंपस में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई थी। घंटों छात्रों का धरना चला। IIT-BHU के डायरेक्टर ने पुलिस और छात्रों के साथ बैठक की और भरोसा दिया था कि एक सप्ताह के अंदर सभी अभियुक्त गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। इसके बाद छात्रों ने प्रदर्शन खत्म किया था।

प्रशासन ने IIT-BHU और BHU के बीच दीवार बनाने का फैसला किया था। बाद में दीवार बनाने के फैसले को वापस ले लिया था। इस मामले में बनारस के पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने लंका इंसपेक्टर अश्विनी पांडेय को लाइनहाजिर कर दिया था। इस घटना में गैंगरेप का आरोप तब नत्थी किया गया जब पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया। बाद में गैंगरेप की धारा 376(डी) जोड़ी गई।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest