Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

अगला निशाना: मुज़फ्फरनगर राहत शिविर

२७ दिसंबर, २०१३ को मुज़फ्फरनगर के लोई राहत शिविर में दंगा पीड़ितों को एक बार फिर उ.प्र. सरकार की संवेदनहीनता और क्रूरता का सामना करना पड़ा। सर्दियों की चरम पर सरकार शरणार्थियों को शिविरों से हटाने पर अमादा है। २७ दिसंबर की सुबह को सरकार द्वारा १० झुग्गियों को बलपूर्वक तोड़ दिया गया। दुर्भागयवश, अधिकतर लोगों को मुआवज़ा दिए बिना ही वहाँ से खदेड़ा जा रहा है। इस के साथ इसमें अन्य राहत शिवरों में पीड़ितों के भय को भी दिखाया जा रहा है।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest