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इदलिब : सीरिया के आक्रमण में 33 तुर्की हमलावरों की मौत

तुर्की ने सीरिया पर नियंत्रण हासिल करने की कोशिश करने वाली सरकार विरोधी ताक़तों की मदद करने के लिए सीरिया के इदलिब पर आक्रमण किया था।
Syria

28 फरवरी शुक्रवार को विरोधी स्थलों पर हुए सीरिया के हवाई हमलों में 33 तुर्की सिपाहियों की मौत हो गई है। तुर्की ने सीरिया पर नियंत्रण हासिल करने की कोशिश करने वाली सरकार विरोधी फ़्री सीरियन आर्मी की मदद करने के लिए सीरिया के इदलिब पर आक्रमण किया था।

सीरिया के सरकारी बलों द्वारा क्षेत्र को मुक्त करने और देश में 9 साल पुराने युद्ध को समाप्त करने के लिए एक अभियान शुरू करने के बाद हाल ही में तुकी ने सीरिया के अंदर अपनी हमलावर सेना का आकार बढ़ा दिया है।

सीरिया के इदलिब प्रांत में लगभग 3 मिलियन लोग रहते हैं। यह वर्तमान में हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नियंत्रण में है, जो अल-क़ायदा और तुर्की द्वारा समर्थित फ़्री सीरियन आर्मी का पुराना सहयोगी है। इदलिब सीरिया में आख़िरी बचा विद्रोही क्षेत्र है।

सीरियाई बलों ने रूस की मदद से पिछले साल दिसंबर में प्रांत पर नियंत्रण वापस लेने के लिए ऑपरेशन शुरू किया था। वे हाल ही में इसके दक्षिणी हिस्से के एक बड़े हिस्से पर क़ब्ज़ा करने में सक्षम रहे हैं।

इदलिब पर हुए आक्रमण ने 2017 में अस्ताना में हुए संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करने के लिए सीरियाई सरकार को दोषी ठहराते हुए सीरिया और तुर्की के बीच एक राजनयिक झगड़ा पैदा कर दिया है।

हालांकि सीरिया और रूस का दावा है कि तुर्की ने कभी भी अपने हिस्से में समझौते को लागू नहीं किया था, जिसके तहत क्षेत्र से विरोधियों को हटाया जाना था।

इस बीच, तुर्की ने शरणार्थियों के प्रवेश की अनुमति देने के लिए सीरिया के साथ अपनी सीमा खोलने की घोषणा की है। उसने यह भी घोषित किया है कि उसने इन शरणार्थियों को यूरोप जाने से नहीं रोका था। यह 2016 में तुर्की और यूरोपीय संघ के बीच हस्ताक्षरित समझौते के ख़िलाफ़ है, जिसके अनुसार तुर्की वित्तीय सहायता के बदले में शरणार्थियों को अपने क्षेत्र से यूरोप में जाने से रोकने के लिए सहमत हुआ था।

सीरिया की जंग में क़रीब 4 लाख लोगों की जान जा चुकी है। इसकी वजह से आधी सीरियाई आबादी का विस्थापन हुआ है, क़रीब 7 मिलियन सीरियावासियों को देश छोड़ कर जाने पर मजबूर होना पड़ा है, जिसमें से आधे अभी तुर्की में रह रहे हैं। ऐसा अनुमान है कि इदलिब की जंग में अब तक एक मिलियन और सीरियावासी अपनी जगह छोड़ कर जा चुके हैं।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

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