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कोरोना को लेकर भारत में भी चिंता बढ़ी, दिल्ली में कई तरह की रोक

दिल्ली में 31 मार्च तक 50 से अधिक लोगों वाले कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। जिम, नाइट क्लब भी बंद करने के आदेश। भुवनेश्वर और कटक में 31 मार्च तक सभी शॉपिंग मॉल बंद रखने का आदेश दिया है। अन्य राज्यों में भी तुरत-फुरत में इसी तरह के कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
coronavirus
Image courtesy: The Weather Channel

कोरोना को लेकर भारत में भी चिंता बढ़ती जा रही है। देशभर में तमाम स्कूल पहले ही बंद कर घरेलू परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। अब राजधानी दिल्ली में 31 मार्च तक 50 से अधिक लोगों वाले कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। जिम, नाइट क्लब भी बंद करने के आदेश दिए गए हैं। ओडिशा में सोमवार को कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि की गई। राज्य सरकार ने भुवनेश्वर और कटक में 31 मार्च तक सभी शॉपिंग मॉल बंद रखने का आदेश दिया है।

जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों ने श्रीनगर के सभी पार्क और उद्यानों को अगले आदेश तक बंद रखने के आदेश दिए हैं।

पश्चिम बंगाल में बेलूर मठ ने श्रद्धालुओं के बीच ‘भोग’ वितरण रोक दिया गया है।

राज्यसभा में भी आज इस पर चिंता जताई गई और संसद सत्र जल्दी स्थगित करने की मांग हुई। 

उच्चतम न्यायालय में वकीलों, याचिकाकर्ताओं, पत्रकारों की थर्मल जांच की बात हुई। साथ ही जेलों में क्षमता से अधिक कैदी होने और उनमें सुविधाओं का सोमवार को स्वत: संज्ञान लिया।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा कि वह कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के एहतियाती उपायों के बारे में और दिशानिर्देश जारी करेगा।
 
राज्यसभा में चिंता

विश्व के कई देशों में कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट के गहराने का मुद्दा सोमवार को राज्यसभा में उठा और एक सदस्य ने सुझाव दिया कि स्थिति को देखते हुए संसद का मौजूदा सत्र जल्दी स्थगित कर दिया जाना चाहिए।

एक अन्य सदस्य ने मांग की कि ऐसी स्थिति में टिकटें रद्द कराने पर लगने वाला शुल्क नहीं लेने के लिए विमानन कंपनियों और रेलवे को निर्देश दिया जाना चाहिए।

अन्नाद्रमुक सदस्य एस आर बालासुब्रमण्यम ने कोरोना वायरस के कारण स्कूल-कालेजों के बंद होने और विभिन्न आयोजनों के टलने या स्थगित होने का जिक्र किया। उन्होंने इसी क्रम में सुझाव दिया कि संसद के मौजूदा सत्र को भी जल्दी स्थगित कर दिया जाना चाहिए।
 
माकपा सदस्य इलामारम करीम ने शून्यकाल में कोरोना वायरस का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी यात्राएं स्थगित कर दी हैं और टिकट रद्द कराए हैं। 
 
करीम ने सरकार से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया और कहा कि स्थिति को देखते हुए विमानन कंपनियों और रेलवे को टिकट निरस्तीकरण शुल्क नहीं लेने का निर्देश दिया जाना चाहिए।
 
इस पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि यह एक सुझाव है और इस पर विचार किया जाना चाहिए।
 
शून्यकाल में ही तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, बीजद के सस्मित पात्रा और भाजपा के विकास महात्मे, सपा के रामगोपाल यादव ने भी कोरोना वायरस से जुड़े अलग अलग मुद्दे उठाए। सदस्यों ने चिकेन खाने से कोरोना वायरस फैलने जैसी अफवाहों का भी जिक्र किया।
 
सभापति नायडू ने कहा कि सरकार को इस संबंध में स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए।
 
दिल्ली में 31 मार्च तक 50 से अधिक लोगों वाले कार्यक्रमों पर रोक, जिम, नाइट क्लब भी बंद : केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में 31 मार्च तक 50 से अधिक लोगों की मौजूदगी वाले धार्मिक, सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रम और राजनीतिक बैठकें करने की अनुमति नहीं होगी।

मुख्यमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली सरकार ने मार्च अंत तक सभी जिम, नाइट क्लब और स्पा को भी बंद कर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ 31 मार्च तक 50 से अधिक लोगों वाले धार्मिक, सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रम और राजनीतिक बैठक नहीं होंगी। ये प्रतिबंध प्रदर्शनों पर भी लागू होंगे। ’’

उन्होंने कहा कि शादियों को कोरोना वायरस के संबंध में जारी पाबंदियों से बाहर रखा गया है लेकिन तारीखों को आगे बढ़ाने पर विचार करने का सुझाव दिया गया है।

उन्होंने बताया कि दिल्ली के तीन होटलों लेमन ट्री, रेड फॉक्स और आईबीआईएस में लोगों को पृथक रखे जाने की व्यवस्था की गई है। साथ ही दिल्ली मेट्रो में भी थर्मल जांच संभव है या नहीं इस पर विचार किया जाएगा।

केजरीवाल ने कहा कि सभी ऑटो, टैक्सियों को मुफ्त में संक्रमण मुक्त किया जाएगा, अधिकतर स्थानों पर हैंड सैनिटाइज़र मुहैया कराए जाएंगे।
 
न्यायालय ने जेलों में क्षमता से अधिक कैदियों के मामले का स्वत: लिया संज्ञान

उच्चतम न्यायालय ने कोरोना वायरस महामारी के परिप्रेक्ष्य में देश की जेलों में क्षमता से अधिक कैदी होने और उनमें सुविधाओं का सोमवार को स्वत: संज्ञान लिया।

प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे और न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव की पीठ ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में जेल महानिदेशकों और मुख्य सचिवों को नोटिस जारी किये। न्यायालय ने इन सभी को 20 मार्च तक यह बताने का निर्देश दिया है कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर स्थिति से निबटने के लिये क्या कदम उठाये गये हैं।

न्यायालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे इस मामले में शीर्ष अदालत की मदद के लिये 23 मार्च को एक एक अधिकारी तैनात करें।

शीर्ष अदालत ने कहा कि जेलों में क्षमता से अधिक कैदी होने और इनमें उपलब्ध सुविधाओं के मामले का स्वत: संज्ञान लेने के कारणों को भी बताया जायेगा। 

न्यायालय ने देश की जेलों में क्षमता से अधिक कैदियों के होने पर चिंता व्यक्त की और कहा कि बड़ी संख्या में लोगों का एक जगह होना बड़ी समस्या है और यह कोरोना वायरस फैलने का बड़ा कारण हो सकती है।

शीर्ष अदालत ने कहा कि इस स्थिति को देखते हुये हमें कुछ दिशा निर्देश तैयार करने होंगे। यहीं नहीं, कोरोना वायरस के मद्देनजर जेलों में क्षमता से अधिक कैदी होने के मामले में भी दिशा निर्देश जारी करने की आवश्यकता है।

न्यायालय ने कहा कि कुछ राज्यों ने महामारी कोविड-19 के मद्देनजर कदम उठाए हैं लेकिन कुछ राज्य ऐसे भी ही हैं जिन्होंने उचित उपाय नहीं किए हैं।

उच्चतम न्यायालय में वकीलों, याचिकाकर्ताओं, पत्रकारों की थर्मल जांच।

एहतियाती उपायों के बारे में दिशानिर्देश जारी करेंगे : उच्च न्यायालय
 
दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा कि वह कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के एहतियाती उपायों के बारे में और दिशानिर्देश जारी करेगा।

मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायाधीश सी हरिशंकर की पीठ ने यह टिप्पणी उस समय की जब उसके समक्ष एक वकील ने कहा कि अदालत परिसर के सभी कैश काउंटर और फोटोकॉपी की दुकान वालों को डिजिटल भुगतान स्वीकार करना चाहिए।

भाजपा नेता और अधिवक्ता अश्विनी कुमार उपाध्याय ने कहा कि अदालत परिसर के कैश काउंटर और फोटोकॉपी की दुकान वाले केवल नकद स्वीकार करते हैं और कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिये उन्हें डिजिटल भुगतान भी स्वीकार करना चाहिए।

इस पर, पीठ ने कहा, ''परेशान मत होइए। हम इस बारे में अधिक दिशानिर्देश जारी करेंगे।''

इन काउंटरों पर वकीलों और वादियों को न्यायालय फीस और स्टांप फीस का भुगतान नकद में ही करना पड़ता है। 

अदालत में इस समय केवल जरूरी मामलों की सुनवाई के साथ ही अन्य मुकदमों में तारीखें दी जा रही हैं।

कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने के कारण दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को फैसला किया था कि 16 मार्च से केवल जरूरी मामलों की ही सुनवाई होगी। 
 
ओडिशा में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया

भुवनेश्वर : ओडिशा में सोमवार को कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि की गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हाल ही में इटली से लौटा एक शोधकर्ता कोविड-19 की जांच में वायरस से संक्रमित पाया गया है। 

उन्होंने बताया कि 33 वर्षीय व्यक्ति का यहां कैपिटल हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। 

कोरोना वायरस मामलों पर राज्य सरकार के प्रमुख प्रवक्ता सुब्रतो बागची ने संवाददाताओं को बताया, “उसकी हालत स्थिर है और उसमें किसी अन्य तरह की परेशानी नहीं दिख रही है।”

यह मरीज छह मार्च को इटली से दिल्ली लौटा था और 12 मार्च को ट्रेन से भुवनेश्वर पहुंचा था।

अधिकारी ने बताया कि बुखार और सिर दर्द की शिकायत लेकर वह 13 मार्च को डॉक्टर के पास गया।

बागची ने बताया, “बाद में वह 14 मार्च को कैपिटल हॉस्पिटल में पहुंचा जहां उसे पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया। चिकित्सीय जांच के लिए उसके नमूने भेजे गए और जांच में पुष्टि हुई कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित है।”

उन्होंने बताया कि चूंकि यह व्यक्ति ट्रेन से दिल्ली से भुवनेश्वर पहुंचा इसलिए राज्य सरकार ने उसके संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 

अधिकारी ने बताया कि उसके संपर्क में आने वाले सभी व्यक्तियों का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।

बागची ने बताया कि उसके परिवार के सदस्यों को पृथक और निगरानी में रखा गया है। ट्रेन में शोधकर्ता के साथ सफर करने वाले लोगों के डेटा जुटाए जा रहे हैं ताकि उनका पता लगाया जा सके और उन्हें भी पृथक किया जा सके।

उन्होंने मीडिया के लोगों को संक्रमित व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्यों की पहचान उजागर नहीं करने की सलाह दी है। साथ ही बाइट लेने के लिए अस्पताल जाकर इलाज को प्रभावित कर खुद भी संक्रमित होने का जोखिम नहीं मोल लेने को कहा है।

कोरोना वायरस प्रकोप के मद्देनजर राज्य सरकार ने भुवनेश्वर और कटक में 31 मार्च तक सभी शॉपिंग मॉल बंद रखने का आदेश दिया है। 

पुलिस आयुक्तालय ने ट्वीट किया, “ओडिशा शहरी पुलिस कानून की धारा 35 के तहत पुलिस आयुक्त ने भुवनेश्वर और कटक के शहरों में सभी मॉल 31 मार्च 2020 तक बंद रखने का आदेश दिया है। यह आदेश 16 मार्च, 2020 से प्रभावी होगा।”

गंजम, खुर्दा, गजपति और झारसुगुड़ा जिलों के अधिकारियों ने वैश्विक महामारी के कारण उतपन्न हो रही स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। 

श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजीटीए) ने पुरी के 12वीं सदी के मंदिर के श्रद्धालुओं एवं सेवकों के लिए कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। 

एसजीटीए के प्रमुख प्रशासक कृष्ण कुमार ने बताया कि सेवकों को मंदिर में अनुष्ठान के वक्त मास्क पहनने होंगे, नियमित रूप से हाथ धोने होंगे, हाथ, मुंह और नाक छूने से बचना होगा।

उन्होंने कहा कि मंदिर में प्रवेश से पहले श्रद्धालुओं को फॉर्म जमा करने होंगे जिनमें उन्हें अपने स्वस्थ होने की घोषणा करनी होगी। इसके अलावा उन्हें कम से कम दो मीटर के अंतर पर कतार में खड़ा रहना होगा। 

इसके अलावा अरुण स्तंभ, गरुड़ स्तंभ और मंदिर की मूर्तियों को छूने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। 
 
ईरान से 53 भारतीयों का चौथा जत्था पहुंचा भारत

कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक ईरान से 53 भारतीयों का चौथा जत्था सोमवार को भारत पहुंचा। अभी तक कुल 389 भारतीयों को ईरान से भारत लाया जा चुका है। गौरतलब है कि ईरान से रविवार को 230 से अधिक भारतीयों का तीसरा जत्था नयी दिल्ली पहुंचा था जिन्हें जैसलमेर के भारतीय सेना स्वास्थ्य केन्द्र में पृथक रखा गया है। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ 53 भारतीयों (52 छात्रों और एक शिक्षक) का चौथा जत्था ईरान के तेहरान और शिराज से आ गया है। इसके साथ ही कुल 389 भारतीय अभी तक ईरान से भारत आ चुके हैं। ईरान में भारतीय दल और ईरानी अधिकारियों के प्रयासों की सराहना करता हूं।’’

अधिकारियों ने बताया कि ये भारतीय ‘महान एयर’ के विमान में देर रात करीब तीन बजे दिल्ली हवाई अड्डा पहुंचे। इसके बाद उन्हें ‘एअर इंडिया’ के विमान में जैसलमेर स्थित भारतीय सेना स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया।

ईरान से 58 भारतीय तीर्थयात्रियों का पहला जत्था पिछले मंगलवार को लाया गया था और 44 भारतीय तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था शुक्रवार को यहां पहुंचा था।

कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित देशों में ईरान भी शामिल है और सरकार वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने का प्रयास कर रही है। ईरान में 700 से अधिक लोगों की इससे मौत हो चुकी है और करीब 14 हजार मामले सामने आए हैं।

जयशंकर ने पिछले सप्ताह राज्यसभा में कहा था कि सरकार ईरान और इटली में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने पर ध्यान दे रही है क्योंकि ये दोनों देश ‘‘विषम परिस्थितियों’’ का सामना कर रहे हैं।

श्रीनगर में पार्क, उद्यान बंद; सऊदी अरब की यात्रा से लौटा व्यक्ति पृथक रखा गया

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों ने श्रीनगर के सभी पार्क और उद्यानों को अगले आदेश तक बंद रखने के आदेश दिए हैं जबकि सऊदी अरब की यात्रा से हाल में लौटे एक व्यक्ति को कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में पृथक रखा गया है। 

श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने एक ट्वीट में कहा, “श्रीनगर में सभी पार्क और उद्यान अगले नोटिस तक बंद रहेंगे। ऐहतियाती उपायों को लागू करने में लोगों का सहयोग सराहनीय है।”

अधिकारी ने फैसले के कारणों के बारे में भले ही न बताया हो लेकिन समझा जाता है कि यह कदम घाटी में कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी को फैलने से रोकने के प्रयासों के तहत उठाया गया है। 

अधिकारी पहले ही केंद्र शासित प्रदेश के सभी स्कूल एवं शैक्षणिक संस्थान बंद कर चुके हैं। एहतियात के तौर पर क्लब एवं जिम भी बंद कर दिए गए हैं। 

इस बीच, प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल ने देर रात ट्वीट कर बताया कि ‘हाई वायरल लोड’ का एक और संदिग्ध मामला सामने आया है।
हाई वायरल लोड ऐसे मामलों को कहा जाता है जिनमें संक्रमण बहुत ज्यादा होता है। 

उन्होंने कहा, “सऊदी अरब की यात्रा कर चुका एक और व्यक्ति संक्रमित पाया गया है, उसे अलग रखा गया है। संक्रमण की पुष्टि होने का इंतजार किया जा रहा है।”

जम्मू क्षेत्र में अब तक दो लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है जबकि नौ लोगों की जांच रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है।
 
बेलूर मठ ने 16 मार्च से श्रद्धालुओं के बीच ‘भोग’ वितरण रोका

कोलकाता: रामकृष्ण मठ एवं मिशन के वैश्विक मुख्यालय बेलूर मठ ने श्रद्धालुओं के बीच ‘भोग’ वितरण को सोमवार को अनिश्चितकाल तक के लिए रोक दिया। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के अपने प्रयासों के तहत मठ ने यह कदम उठाया है। 

मंदिर में प्रार्थना के बाद श्रद्धालुओं के बीच बांटे जाने वाले भोजन को ‘भोग’ कहते हैं। 

बेलूर मठ के एक प्रवक्ता ने पीटीआई-भाषा को बताया कि अंतिम ‘भोग’ वितरण रविवार को 3,000 श्रद्धालुओं के बीच किया गया। 

उन्होंने कहा, “चूंकि भोग हमारी उच्च स्तरीय समिति के फैसला लेने से पहले कल ही तैयार कर लिया गया था, हमने हमारी प्राचीन परंपरा निभाई और श्रद्धालुओं को खाली हाथ नहीं जाने दिया।”

प्रवक्ता ने कहा, “हालांकि आज से अनिश्चितकाल तक भोग नहीं बांटा जाएगा।”

प्रवक्ता ने बताया कि रविवार की प्रार्थना के दौरान बार-बार घोषणा की गई कि ‘भोग’ का वितरण 16 मार्च से रोक दिया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि रामकृष्ण मिशन श्रद्धालुओं के प्रवेश को भी नियमित करेगा। मिशन सुनिश्चित करेगा कि मंदिर के परिसर में भीड़ न लगे या दर्शन के बाद भी लोग घूमते-फिरते न रहें।

प्रवक्ता ने बताया कि नियमित अनुष्ठानों के अलावा अब से बेलूर मठ में कोई कार्यक्रम नहीं होगा। 

वहीं दक्षिणेश्वर काली मंदिर में प्रबंधन श्रद्धालुओं के आने के समय को घटाने की योजना बना रहा है। मंदिर न्यास की ओर से कुशल चौधरी ने यह जानकारी दी। 
 
 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई पर कहा : यह सभी की एकजुट प्रतिक्रिया है, यह ऐसी स्थितियों में हमारे राष्ट्र के दृढ़ भाव को दर्शाती है। लोग स्वस्थ रहें, यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
 
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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