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कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: 22 साल बाद फिर हो सकता है मुकाबला!

अध्यक्ष पद के चुनावों के लिए कांग्रेस के भीतर गहमा-गहमी तेज़ हो गई है। शशि थरूर और अशोक गहलोत के मैदान में उतरने के बाद लगभग तय हो गया है कि स्वतंत्र चुनाव होने वाले हैं।
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Image courtesy : India Today

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में महज़ कुछ ही दिन बचे हैं, ऐसे में एक सवाल फिर से ज़ोर पकड़ने लगा है कि कौन होगा कांग्रेस का अध्यक्ष? बात राहुल गांधी की करें तो वो पहले ही इस पद की दावेदारी से पीछे हटने के संकेत दे चुके हैं। जिसके बाद चुनाव में नेताओं के बीच मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है।

बीते सोमवार यानी 19 सितंबर को कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सोनिया गांधी से मुलाकात कर अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की इच्छा जताई जिसे हरी झंडी दे दी गई है। वहीं तुरंत इसके बाद ख़बरे आईं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी चुनावी रण में उतर सकते हैं। जिसके बाद अब कुछ अन्य लोगों के भी चुनाव लड़ने का ऐलान करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अगर चुनाव होता है तो यह 22 साल बाद इस तरह का मुकाबला होगा। साल 2000 में सोनिया गांधी और जितेंद्र प्रसाद के बीच मुकाबला हुआ था जिसमें प्रसाद को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इससे पहले, 1997 में सीताराम केसरी, शरद पवार और राजेश पायलट के बीच अध्यक्ष पद को लेकर मुकाबला हुआ था जिसमें केसरी जीते थे।

 सूत्रों के मुताबिक थरूर और सोनिया की मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी ने इस धारणा को भी खारिज किया कि इस चुनाव में पार्टी की ओर से कोई ‘आधिकारिक उम्मीदवार’ होगा।

 उधर, थरूर की सोनिया से मुलाकात की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने कहा कि कोई भी चुनाव लडऩे के लिए स्वतंत्र है और यही पार्टी नेतृत्व का सतत रुख रहा है तथा चुनाव लडऩे के लिए किसी की अनुमति की जरूरत नहीं है। लोकसभा सांसद थरूर ने सोनिया गांधी से मुलाकात ऐसे समय में की है जब हाल ही में उन्होंने ऐसे संकेत दिए कि वह अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं।

इस बीच, कांग्रेस से जुड़े कुछ सूत्रों का कहना है कि गहलोत भी उम्मीदवार हो सकते हैं और अगर ऐसा होता है तो गांधी परिवार के भरोसेमंद होने और लंबे राजनीतिक तजुर्बे के चलते उनकी दावेदारी सबसे मजबूत होगी।

वैसे, गहलोत ने कहा है कि वह राहुल गांधी को चुनाव लड़ने के लिए मनाने का प्रयास करेंगे। इसके अलावा दूसरी तरफ भी बाकी राज्यों की कांग्रेस ईकाई भी राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्ताव पारित कर चुके हैं।

प्रस्ताव पारित करने वाले राज्यों में राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और बिहार शामिल है।

फिलहाल आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे।

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