लिथुआनिया के समाजवादी नेता अल्गिरदास पैलेकिस रिहा
लिथुआनिया के समाजवादी नेता और पूर्व राजनयिक अल्गिरदास पैलेकिस को सोमवार 6 अप्रैल को अदालत के आदेश के बाद जेल से रिहा कर दिया गया है। अदालत ने हिरासत में ज़्यादा सख्ती नहीं बरतने का भी आदेश दिया था। इस फैसले के बाद उन्हें सिऔलिआई रिमांड सेंटर से रिहा कर दिया गया लेकिन अगले छह महीनों तक घर में ही रहना होगा।
उन्हें लिथुआनिया के अधिकारियों द्वारा अक्टूबर 2018 से "अभियोजकों के अपहरण करने के इरादे" और रूसी जासूस होने के आरोपों को लेकर हिरासत में रखा गया है।
सोमवार को रिमांड सेंटर से उनकी रिहाई के बाद; अल्गिरदास पैलेकिस ने LRT.lt को बताया कि "मुझे विश्वास है कि मैं अपना बचाव करूंगा"।
यह बताया गया है कि पैलेकिस को हिरासत में रखे जाने के बाद से उन्हें अपनी पत्नी को छोड़कर किसी से भी मिलने की अनुमति नहीं दी गई है और वह भी सिर्फ एक बार।
अल्गिरदास सोशलिस्ट पार्टी एफआरओएनटीएएस के संस्थापक है जो दक्षिणपंथी ताकतों और लिथुआनियाई सरकार द्वारा अपने विचार को लेकर शिकार हुए हैं क्योंकि उनके लेखन ने 1991 के सोवियत विरोधी प्रदर्शनों के दौरान सैकड़ों लिथुआनियाई लोगों की मौत के मामले में भाड़े के दक्षिणपंथी सैनिकों की भूमिका को उजागर किया था।
इससे पहले, लिथुआनिया के सोशलिस्ट पीपुल्स फ्रंट ने पैलेकिस के लिए बुनियादी कानूनी अधिकार सुनिश्चित करने और देश में समाजवादियों के सरकार-प्रायोजित शिकार की निंदा करने के लिए एक ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है।
इस वर्ष मार्च महीने में एक चौंका देने वाले फैसले में लिथुआनियाई अधिकारियों ने समाजवादी नेता गिएद्रियस ग्रैबॉस्कस को उनकी मानसिक संतुलन साबित करने के लिए मनोरोग संबंधी जांच कराने की मांग की है। गिएद्रियस ग्रैबॉस्कस नाज़ियों के गुणगान के खिलाफ और उनके अपराधों के बारे में जागरूकता फैलाने वाले अभियानों में सक्रिय रहे हैं।
साभार :पीपल्स डिस्पैच
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