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पटनाः एनएमसीएच के 84 डॉक्टर कोरोना पॉज़िटिव, मरीज़ों में कोरोना चेन बनने का ख़तरा

एनएमसीएच में डॉक्टरों समेत 194 लोगों का सैंपल लिया गया था। 84 डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आशंका बढ़ गई है कि अस्पताल के कई मेडिकल स्टॉफ भी चपेट में आ सकते हैं।
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'प्रतीकात्मक फ़ोटो'

बिहार की राजधानी पटना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल(एनएमसीएच) में 84 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए जिसके बाद से अस्पताल समेत पूरे पटना और बिहार में चिंता बढ़ गई है। डॉक्टरों के पॉजिटिव पाए जाने के बाद यहां इलाज करा रहे मरीजों में कोरोना चेन बनने की संभावना लग रही है। ऐसे में राज्य में स्थिति भयावह हो सकती है। 

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक एनएमसीएच में डॉक्टर समेत194 लोगों का सैंपल लिया गया था। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद आशंका बढ़ गई है कि अस्पताल के कई मेडिकल स्टाफ़ भी चपेट में आ सकते हैं क्योंकि, जिन डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है वे ड्यूटी पर थे।

रिकवरी रेट में कमी

उधर रविवार को बिहार में कुल 352 नए मामले आए हैं। सबसे अधिक मामले 142 पटना में आए हैं। जबकि गया में 110 नए मामले आए हैं। वहीं मुंगेर और जहानाबाद में 13-13 नए मामले आए हैं। इस तरह बिहार में रविवार को 352 नए मामले आने के बाद एक्टिव मामले बढ़कर 1074 हो गए हैं। रिकवरी रेट भी अब घटकर 98.19 हो गया है। कोरोना की रफ्तार का यह हाल तब है जब जांच एक लाख से भी कम हुई है। 24 घंटे में 95875 लोगों की ही जांच हो पाई है। संक्रमण के बढ़ते खतरे को लेकर बिहार सरकार ने अलर्ट किया है।

पटना स्थित आईजीआईएमएस के 4, एम्स के 2, ईएसआईसी अस्पताल बिहटा की एक महिला डॉक्टर तथा पीएमसीएच के एक डॉक्टर की पत्नी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है। एनएमसीएच की इमरजेंसी में 16 डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

डॉक्टरों के संक्रमित होने से संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है क्योंकि हाल ही में आईएमए के अधिवेशन में डॉक्टर शामिल हुए थे। अगर अधिवेशन में संक्रमितों के संपर्क में आने वालों की संख्या बढ़ी तो डॉक्टरों और संपर्क में आने वाले मरीजों व हेल्थ वर्करों की बड़ी चेन तैयार हो जाएगी।

विदेश से आए लोग मिले पॉजिटिव

ज्ञात हो कि शनिवार को पटना में 136 नए संक्रमित मिले थे। वहीं शुक्रवार को मिले संक्रमित मरीजों में अमेरिका से कंकड़बाग, इंग्लैंड से लोहियानगर और नीदरलैंड से कदमकुआं आए लोग भी शामिल हैं। इसके अलावा अंडमान निकोबार और महाराष्ट्र से आए दो लोग भी संक्रमित पाए गए हैं।

बता दें कि इसके पहले 30 जून 2021 को एक दिन में 260 मामले आए थे। संक्रमण की रफ्तार ऐसे ही बढ़ी तो कोरोना का पीक फरवरी में आ जाएगा। बिहार में नए संक्रमण के टॉप 5 जिलों की बात करें तो पटना में 143, गया में 110, मुंगेर में 14, मधेपुरा में 8और वैशाली में 6 मामले सामने आए हैं। 

ज्ञात हो कि बिहार में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 7.27 लाख मामले सामने आए हैं जबकि इससे 12,096 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं पूरे भारत की बात करें तो करीब3.49 करोड़ मामले सामने आए हैं जबकि करीब 4.82 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।

किशोरों के टीकाकरण अभियान की शुरूआत

पूरे देश में टीकाकरण की बात करें तो करीब 145 करोड़ टीका लग चूक हैं जिनमें करीब 60 करोड़ लोगों को टीके की दोनों खुराक दी चुकी हैं। वहीं बिहार ने टीकाकरण के करीब दस करोड़ आंकड़े को पार कर लिया है। वहीं बिहार में किशोरों को टीका लगाने का अभियान भी शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में सोमवार से 15 से 18 साल के किशोरों को कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत हो गई है। उन्होंने आईजीआईएमएस में किशोरों के कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को प्रदेश के 2801 टीकाकरण केंद्रों पर किशोरों को टीका दिया जा रहा है। 15 से18 वर्ष के करीब 83.46 लाख किशोरों को टीका लगाया जाएगा। 

ओमिक्रॉन से दहशत

उधर कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से पूरे विश्व में दहशत का माहौल है। भारत में भी ओमिक्रॉन के करीब1700 मामले आ चुके हैं। इस नए वैरिएंट के महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 510 मामले सामने आए हैं जबकि 351 मामलों के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर है। इसको लेकर भारत में चिंता बढ़ गई है।

ज्ञात हो कि साउथ अफ्रीका में ओमिक्रॉन का पहला मामला 24 नवंबर को सामने आया था जिसके बाद डब्लूएचओ ने ओमिक्रॉन को चिंता वाला वैरिएंट घोषित कर दिया था। 

फ्लोरोना ने बढ़ाई चिंता

ओमिक्रॉन से दहशत के बीच इजरायल में कोरोना के नए वैरिएंट फ्लोरोना का नया मामला सामने आया है। 31 दिसंबर को इजरायली अखबार के हवाले से एनबीटी की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के मुताबिक रैबिन मेडिकल हॉस्पिटल में एक बच्चे को जन्म देने वाली गर्भवती महिला फ्लोरोना से संक्रमित पाई गई। इस महिला में इंफ्लूएंजा और कोरोना का दोहरा संक्रमण पाया गया। फ्लोरोना का नया मामला सामने आने के बाद चिंता बढ़ गई है। 

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