Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

अग्निपथ योजना का विरोध: बिहार में 900 से अधिक लोग गिरफ़्तार, 161 प्राथमिकी दर्ज

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आयकर विभाग ने राज्य के छह कोचिंग संचालकों के यहां छापेमारी की है। इनमें पटना, मुजफ्फरपुर एवं आरा जिले के संचालक शामिल हैं।
अग्निपथ योजना का विरोध: बिहार में 900 से अधिक लोग गिरफ़्तार, 161 प्राथमिकी दर्ज

केंद्र सरकार की सेना भर्ती योजना 'अग्निपथ' के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों को लेकर बिहार में 900 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है वहीं 161 प्राथमिकी दर्ज की गई है। उधर बुधवार यानी आज बिहार में महागठबंधन के नेताओं ने राजभवन तक मार्च किया और इस योजना को वापस लेने की मांग की।

मोदी सरकार की सेना में भर्ती की अग्रिनपथ से नाराज छात्र-युवा संगठनों ने18 जून को बिहार बंद बुलाया था। आइसा-इनौस, रोजगार संघर्ष संयुक्त मोर्चा और सेना भर्ती जवान मोर्चा ने संयुक्त रुप से इस बंद का आयोजन किया था। इन संगठनों ने युवाओं को लेकर मोदी सरकार के रवैये को गैरजिम्मेदाराना बताया था।

पुलिस ने अग्निपथ योजना के खिलाफ तोड़फोड़ करने वाले आरोपी के घर और कोचिंग सेंटर पर एक दिन पहले छापेमारी शुरू की और यह सिलसिला जारी है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पटना स्थित सोमवार को गुरू रहमान के कोचिंग सेंटर और आवास पर छापेमारी की गई। रिपोर्ट के मुताबिक कुछ महीने पहले रेलवे भर्ती को लेकर हुए आंदोलन के समय चर्चा में आए कोचिंग संचालक खान सर भी आयकर विभाग के निशाने पर हैं और उनके यहां भी छापेमारी की गई। एक तरफ जहां छात्रों को भड़काने के आरोप में कोचिंग संचालक पुलिस के निशाने पर है वहीं दूसरी तरफ वे टैक्स चोरी के मामले में भी फंसते नजर आ रहे हैं।

आरोप है कि आयकर विभाग की टीम को छापेमारी के दौरान कोचिंग संस्थानों से कई ऐसे दस्तावेज मिले हैैं, जिनसे टैक्स चोरी की बात सामने आई है। जिन कोचिंग संस्थानों पर छापेमारी की गई हैैं उनमें पटना जिले के मसौढ़ी एवं पुनपुन के भी कुछ कोचिंग शामिल हैं। दूसरी तरफ़ इसे बदले की कार्रवाई समझा जा रहा है। ये संस्थान पिछले कई वर्षों से सेना, पुलिस और रेलवे आदि में भर्ती के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराते हैं। इन संस्थानों में बड़ी संख्या में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र पढ़ाई करते हैं।

ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह मंगलवार को केंद्र सरकार ने इस योजना को लॉन्च किया था जिसके बाद बुधवार को इसके खिलाफ बिहार के बक्सर में ट्रेनों पर पथराव हुआ और वहीं इसी दिन मुजफ्फरपुर में टायर जलाकर नाराज छात्रों ने विरोध जताया। इसके बाद धीरे-धीरे विरोध की लहर पूरे राज्य में फैल गई और जगह जगह ट्रेनों और स्टेशनों को निशाना बनाया गया और तोड़ फोड़ की गई और आग के हवाले कर दिया गया। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और राज्य की उपमुख्यमंत्री रेणू देवी के बेतिया स्थित घर पर तोड़ फोड़ के मामले सामने आए। छात्रों के हिंसक विरोध को देखते हुए राज्य के 20 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई ताकि इसको नियंत्रित किया जा सके।

बता दें कि गत गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने छपरा, गोपालगंज और कैमूर में तीन ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया था। बीते शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने 14 ट्रेनों और 60 से अधिक बोगियों को आग के हवाले कर दिया था वहीं दस से अधिक इंजन को क्षतिग्रस्त किया तथा दर्जनों से अधिक स्टेशनों पर तोड़फोड़ और आगजनी की गई।

आरा-बक्सर रेलखंड पर भोजपुर के बिहिया स्टेशन पर शुक्रवार की सुबह-सुबह बवाल शुरू हो गया था। प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने रेलवे, सिविल पुलिस और आरपीएफ पर जमकर पथराव किया था और स्टोर रूम में आग लगा दी थी। पैनल के फोन का तार तोड़ने के बाद ट्रैक के दर्जनों क्लैंप खोल दिए गए थें जिससे ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया था। बेतिया में प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन पर तोड़-फोड़ की और ट्रेन के इंजन में आग लगा दी। प्रदर्शनकारी छात्रोंं ने स्टेशन पर खड़ी एक पैसेंजर ट्रेन को आग के हवाले कर दिया था।

लखीसराय स्टेशन पर खड़ी विक्रमशिला एक्सप्रेस को आग के हवाले कर दिया। इसकी करीब 23बोगियां जल कर खाक हो गईं। इसी स्टेशन पर जनसेवा एक्सप्रेस के 8 बोगी में लगाई गई थी। समस्तीपुर में बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में आग लगा दी गई थी। इसके पांच एसी डिब्बे जला दिए गए थे। समस्तीपुर के नजदीक ही मोहिउद्दीनगर में लोहित एक्सप्रेस की आठ बोगियों में प्रदर्शनकारी छात्रों ने आग लगा दी थी। सुपौल में एक पैसेंजर ट्रेन को आग के हवाले कर दिया गया था।

प्रदर्शनकारियों ने बिहार की राजधानी पटना के नजदीक दानापुर स्टेशन पर खड़ी मालदा टाउन दिल्ली एक्सप्रेस के पांच बोगियों में आग लगा दी गई थी। और इसी स्टेशन पर सिकंदराबाद ट्रेन में भी आग लगाई गई थी। इसके अलावा साइकिल, बेंच, बाइक और रेलवे पटरियों पर स्टालों को फेंक दिया और आगजनी की थी।

आरा के निकट कुलहड़िया रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शकारियों के निशाने पर आरा-पटना एक्सप्रेस ट्रेन आ गई। उन्होंने ट्रेन को आग के हवाले कर दिया, जिससे चार बोगियां जल कर खाक हो गईं। बख्तियारपुर में खड़ी राजगीर इंटरसिटी ट्रेन के गार्ड बोगी में आग लगाई गई थी। फतुहा में खड़ी राजगीर-पटना सवारी गाड़ी के दो डिब्बे को आग के हवाले कर दिया गया था। नालंदा में मगध एक्सप्रेस के पांच एसी कोच में आगजनी की गई थी। छपरा के नजदीक सूलपुर के चैनवा में मालगाड़ी के इंजन में आग लगाई गई थी। मुजफ्फरपुर के पास सीहो स्टेशन पर मालगाड़ी के गार्ड डिब्बे में आग लगाई गई थी। गया के निकट पैमार स्टेशन पर खड़ी किउल-गया पैसेंजर ट्रेन के एक बोगी में आग लगा दी गई थी।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest