Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

उत्तर प्रदेश : आंधी-तूफान में 28 लोगों की मौत, फसलों का भारी नुकसान

भारत में कोरोना के कहर से लोग दहशत में हैं। लेकिन इस बीमारी से कहीं ज्यादा खतरा तो हमें हर समय बना रहता है।
उत्तर प्रदेश : आंधी-तूफान में 28 लोगों की मौत, फसलों का भारी नुकसान
साभार : सत्याग्रह

भारत में कोरोना के कहर से लोग दहशत में हैं। लेकिन इस बीमारी से कहीं ज्यादा खतरा तो हमें हर समय बना रहता है। मौसम का बदलाव भी हमारे यहां कई जान ले लेता है। जहां देशभर में कोरोना ने अभी तक दो जाने ली हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान, बारिश और ओलावृष्टि के कारण पिछले 24 घंटों के दौरान कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार, 14 मार्च को भी भारी बारिश के आसार हैं। चेतावनी में कहा गया है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में 30-40 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलेंगी साथ ही गरज-चमक के साथ पानी बरस सकता है।

इस संबंध में प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर ने मीडिया को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवा चलने के कारण विभिन्न हादसों में 28 लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने बताया कि लखीमपुर खीरी और सीतापुर में छह-छह, जौनपुर और बाराबंकी में तीन-तीन, सोनभद्र में दो और वाराणसी, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, अयोध्या, चंदौली, कानपुर देहात, मिर्जापुर और बलरामपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।

सीतापुर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सिधौली क्षेत्र में राम प्रसाद की मौत टिनशेड के दबने से हुई, वहीं एक अन्य घटना में रामपुर क्षेत्र में बारिश के बीच दीवार ढहने से 15 साल की एक लड़की की मौत हो गई। संदना क्षेत्र में आसमान से गिरी बिजली की चपेट में आने से पिता-पुत्र झुलस गए। उनमें से पुत्र संदीप की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।

सरदारपुर क्षेत्र में रेशम (14) नामक लड़की की भारी बारिश के कारण गिरे पेड़ की चपेट में आने से मौत हो गई। इसी थाना क्षेत्र में भारी बारिश की वजह से एक मकान की दीवार गिरने से 40 वर्षीय दया नामक महिला की मौत हो गई। उप जिलाधिकारी अमित भट्ट ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद मृतकों के परिजन को आर्थिक सहायता दी जाएगी।

उधर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्बन्धित अधिकारियों को बारिश और ओलावृष्टि के कारण हुए हादसों में मारे गए लोगों के परिजन को चार-चार लाख रुपए की सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।

गौरतलब है राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में बीते 15 दिनों में कई बार हो चुकी बारिश और ओला गिरने से किसानों के सामने बड़ा आर्थिक संकट पैदा कर दिया है। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से एक हफ्ते में ही दूसरी बार प्रकृति की मार के कारण हजारों हेक्टेयर में खड़ी फसलें तहस-नहस हो गईं। गेहूं, चना, आलू, मटर और मसूर की 60 फीसदी फसलें खेतों में ही बर्बाद हो गईं। जिसे लेकर किसानों को मुआवजे का इंतज़ार है।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest