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मी लॉर्ड, क्या इंसाफ़ मांगना अब जुर्म हो गया है?

अब न्याय मांगना जोखिम का काम हो गया है। ख़ासकर अल्पसंख्यकों और दलित, आदिवासियों के लिए। ऐसे ही 2009 के एक मामले में प्रसिद्ध गांधीवादी कार्यकर्ता हिमांशु कुमार को सुप्रीम कोर्ट ने 5 लाख जुर्माने की सज़ा सुनाई है। इसी विषय पर न्यूज़क्लिक की उनसे ख़ास बातचीत।

तीस्ता हों या हिमांशु कुमार...अब न्याय का एक नया पैटर्न दिखाई दे रहा है। वो यह कि अब न्याय मांगना जोखिम का काम हो गया है। ख़ासकर अल्पसंख्यकों और दलित, आदिवासियों के लिए। ऐसे ही 2009 के एक मामले में प्रसिद्ध गांधीवादी कार्यकर्ता हिमांशु कुमार को सुप्रीम अदालत ने 5 लाख जुर्माने की सज़ा सुनाई है। जिसके ख़िलाफ़ वे पुनर्विचार याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे हैं। इसी विषय पर न्यूज़क्लिक ने उनसे ख़ास बातचीत की।

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