नागाड़ी लिंचिंग: अफ़वाहों से पनपे फ़ितूर बना घातक
देश भर में भीड़ की हिंसा लगातार हत्याओं का कारण बन रही हैI इसके पीछे की वजहों में से कुछ हैं- स्थानीय पुलिस की नाकामी, ऐसी घटनाओं पर उनकी धीमी प्रतिक्रिया, उनका ऐसे मामलों के लिए पूरी तरह तैयार न होना, व्हाट्सएप के ज़रिये फैलायी जा रही अफ़वाहों पर काबू पाने में पुलिस की असफलता आदिI
यही कारण है कि एक वृद्ध महिला (राम सखी, 80) और तीन युवाओं (गौतम वर्मा, 27, विकास वर्मा, 25, और उनके दोस्त गणेश गुप्ता, 26) की निर्मम हत्या कर दी गयीI अफ़वाह थी कि 18 मई 2017 को पूर्वी सिंहभूम के नागाड़ी गाँव से एक बच्चे को अगवाह किया गया थाI
मारे गए सभी लोग जमशेदपुर के जगसलाई क्षेत्र के थेI उनकी हत्या की भयावह कहानी कुछ ऐसी थीI यह कहानी झारखण्ड के लिंचिंग मामलों पर हमारी श्रृंखला की चौथी रिपोर्ट हैI
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