कोविड-19: दिल्ली में एक सप्ताह का कर्फ़्यू, राजस्थान में 3 मई तक कड़ी पाबंदियां
नयी दिल्ली: कोरोना वायरस के मामलों में हो रही भयावह बढ़ोतरी को देखते हुए दिल्ली में सोमवार रात से 26 अप्रैल की सुबह तक कर्फ़्यू लगाया गया। जबकि दूसरी तरफ राजस्थान सरकार ने भी माहमारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए तीन मई तक का कर्फ़्यू लगा दिया है। हालाँकि कर्फ़्यू के दौरान जो पाबंदियां सरकारे लगा रही हैं वो लॉकडाउन जैसी ही हैं लेकिन सरकार इन्हे लॉकडाउन नहीं पाबंदी बोल रही है।
दिल्ली में लगी पाबंदियों का फैसला उप राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच हुई बैठक में लिया गया।
दिल्ली मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आज (सोमवार) रात 10 बजे से अगले सोमवार सुबह पांच बजे तक कर्फ़्यू/लॉकडाउन लागू रहेगा।
उन्होंने कहा इस लड़ाई में जनता की मदद जरूरी है, हमने हर चीज जनता के सामने रखी है। आज दिल्ली में सबसे अधिक टेस्ट हो रहे हैं, हर रोज टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाया जा रहा है. दिल्ली सरकार ने किसी से मौत के आंकड़े भी नहीं छुपाए। लेकिन दिल्ली में ऑक्सीजन, आईसीयू बिस्तरों की कमी है, कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी के कारण शहर में स्वास्थ्य प्रणाली गहरे दबाव में है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के करीब 25,500 नए मामले सामने आए। इसलिए लॉकडाउन बहुत जरूरी है।
केजरीवाल ने जनता को विश्वास दिलाते हुए कहा की 6 दिन के लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। 50 लोगों के साथ शादी के कार्यक्रम किए जा सकते हैं, उसके लिए अलग से पास दिए जाएंगे। मुझे उम्मीद है कि यह छोटा लॉकडाउन है और छोटा ही रहेगा और शायद इसे बढ़ाने की जरूरत न पड़े। यकीन मानिए सरकार आपका पूरा ख्याल रखेगी. घबराइए मत, मैं हूं ना।"
दिल्ली सरकार ने कोविड-19 संबंधी दवाइयों के प्रबंधन के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किए
दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच ‘‘इसके इलाज में मददगार दवाओं’’ की आपूर्ति पर नजर रखने और उनके प्रबंधन के लिए दो नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं।
सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग ने आदेश जारी किया कि ‘‘दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में अचानक बढ़ोतरी होने के कारण इस संक्रमण से निपटने में मददगार दवाओं की भारी कमी’’ की रिपोर्ट मिलने के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।
आदेश के अनुसार पूर्व, उत्तर पूर्व, दक्षिण, मध्य, नयी दिल्ली और उत्तर जिलों के लिए कड़कड़डूमा मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है तथा उत्तर पश्चिम, दक्षिण पश्चिम और पश्चिम जिलों के लिए लॉरेंस रोड जोनल कार्यालय में दूसरा नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। इनसे संपर्क के लिए हेल्पलाइन सेवाएं शुरू की गई हैं।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक 25,462 नए मामले सामने आए और लोगों के संक्रमित पाए जाने की दर बढ़कर 29.74 प्रतिशत हो गई। यानी शहर में जिन नमूनों की जांच की जा रही है, उनमें से हर तीसरा नमूना संक्रमित पाया जा रहा है।
दिल्ली ही नहीं पूरे देश में कोरोना माहमारी की दूसरी लहर में स्वास्थ्य व्यवस्थओं को लेकर जनता में हहाकार मचा हुआ है। इस बीच लगातार संक्रमण और मौत के आंकड़े लगातर बढ़ ही रहे है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सोमवार, 19 अप्रैल को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में लगातार छठे दिन भी कोरोना के रिकॉर्ड 2,73,810 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा कोरोना से लगातार तीसरे दिन अब तक की एक दिन की सबसे ज़्यादा 1,619 मरीज़ों की मौत हुई। इस संकट को देखते हुए कई राज्य सरकारों ने एक फिर जनता पर सख़्त पाबंदी लगानी शुरू कर दी है।
राजस्थान में भी सख़्त पाबंदियां लागू
राजस्थान में भी माहमारी के प्रकोप देखते हुए 15 दिन तक के लिए कर्फ़्यू की पाबंदिया बढ़ा दी। इससे पहले शनिवार और रविवार का वीकेंड कर्फ़्यू लगा था। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पूरे प्रदेश में 19 अप्रैल से तीन मई की सुबह 5 बजे तक कई गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया है। इसे सरकार ने जन अनुशासन पखवाड़ा बतया है और इसके तहत सरकारी कार्यालय, बाजार, मॉल और सभी कार्यस्थल बंद रहेंगे। लेकिन मजदूरों के रोजगार से जुड़ी गतिविधियां जैसे फैक्ट्री और निर्माण कार्य पर रोक नहीं है। साथ ही ठेला और फेरी लगाकर जीवनयापन करने वाले लोगों को काम काज करने की छूट दी गई है।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ )
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