कोलंबिया में हुआ 2022 का चौथा नरसंहार
इंस्टीट्यूट ऑफ डिवेल्पमेंट एंड पीस स्टडीज़ (INDEPAZ) के मुताबिक़, इस साल के शुरुआती 9 दिनों में कोलंबिया के अलग-अलग हिस्सों में चार नरंसहार हो चुके हैं।
इंडेपाज़ (INDEPAZ) ने 9 जनवरी को सुबह अपनी रिपोर्ट में बताया कि जोना बानानेरा नगर पालिक क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की अज्ञात हथियारबंद लोगों ने हत्या कर दी है। एक रात पहले हुए इस हत्याकांड में एक पुरुष, उसकी गर्भवती पत्नी और 17 साल के बेटे की हत्या की गई। उसी दिन शाम को इंडेपाज़ ने बताया कि एक दिन पहले भी एक नरसंहार हुआ था। 8 जनवरी को इस घटना में नरिनो के कोलोन जेनोवा नगरनिगम में अर्धसैनिक बलों द्वारा अंधाधुंध गोलीबारी की गई, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई, जबकि 4 अन्य घायल हो गए। घायलों में से तीन की उम्र 19 से 22 साल के बीच है।
इंडेपाज़ द्वारा इकट्ठा किए गए आंकड़ों के मुताबिक़, 2022 में हुए नरसंहारों में अब तक 12 लोग जान गंवा चुके हैं। 3 जनवरी को हुए पहले नरसंहार में, वाले डे काउका के जामुनडी नगर निगम क्षेत्र में तीन वेनेजुएलाई कामग़ारों की हत्या कर दी गई थी। इनकी हत्या एक अनियमित सशस्त्र समूह द्वारा की गई। 6 जनवरी को हुए दूसरे नरसंहार में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हत्या की गई, जिनमें 17 साल का किशोर भी शामिल था। इनकी हत्या कासानारे की मनी नगरनिगम क्षेत्र में भारी असलहे से लैस हमलावरों ने की। इस हमले में एक व्यक्ति भी घायल हुआ।
कई सामाजिक और राजनीतिक नेताओं ने नरसंहारों की निंदा की और अति दक्षिणपंथी इवान डुके के शासनकाल में देश में अर्धसैनिक बलों की बेइंतहां बढ़ती हिंसा की आलोचना की। इंडेपाज़ के सदस्य और मानवाधिकार ऑब्ज़र्वेटरी के समन्वयक लिओनॉर्डो गोंजालेज़ पेराफन ने निंदा करते हुए कहा कि अभी 2022 के सिर्फ़ 9 दिन निकले हैं और चार नरसंहार हो चुके हैं, जबकि अभी डुके के कार्यकाल के 210 दिन बाकी हैं।
इसी तरह पत्रकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता और कोडहेस (CODHES- कंसल्टेंसी फॉर ह्यूमन राइट्स एंड डिसप्लेसमेंट) के संस्थापक जॉर्ज रोज़ास रोड्रिग्ज़ ने भी देश में अर्धसैनिकवाद की विकट होती स्थिति की निंदा की। उन्होंने कहा, "2022 की शुरुआत हुई और अब भी पहले की तरह ही चीजें चल रही हैं: हत्यारे ने 3 लोगों को उनके घरों, सड़कों या चौराहे पर मार दिया, जबकि राज्य लोगों की जिंदगियां बचाने में पूरी तरह नाकाम रहा। चूंकि एक हत्याकांड में सजा नहीं मिलती, इसलिए ही दूसरा होता है।"
यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि 2021 में कोलंबिया ने नरसंहार की रिकॉर्ड 96 घटनाओं को दर्ज किया, जिसमें 335 लोग मारे गए। इसके साथ 171 पर्यावरणविद्, भू-रक्षक, मानवाधिकार कार्यकर्ता, अफ्रीकी मूल के लोग, स्थानीय लोगों, किसानों और सामाजिक नेताओं को भी जान जान गंवानी पड़ी। इसके अलावा एफएआरसी (रेवोल्यूशनरी आर्म्ड फोर्सेज़ ऑफ़ कोलंबिया) के भी 48 पूर्व सैनिकों को मार दिया गया।
पिछले महीने, 22 दिसंबर को CODHES ने बताया कि जनवरी से नवंबर 2021 के बीच 82,846 लोगों को जबरदस्ती उनके घरों और क्षेत्रों से अर्धसैनिक बलों की हिंसा के चलते विस्थापित होना पड़ा। बता दें 2020 की तुलना में इस आंकड़े में 169.3 फ़ीसदी का इजाफा हुआ है। CODHES आगे बताता है कि कुल-मिलाकर इन 11 महीनों में विस्थापन की 167 घटनाएं दर्ज की गईं, जो 2020 की तुलना में 65.3 फ़ीसदी ज़्यादा हैं।
6 जनवरी को "यूनाइटेड नेशंस ऑफिस फॉर द कोर्डिनेशन ऑफ़ ह्यूमेनिटेरियन अफेयर्स (ओसीएचए)" ने कोलंबिया में जरबस्ती विस्थापन पर अपने आंकड़े जारी किए। इनमें बताया गया कि 2021 में जनवरी से नवंबर के बीच 72,388 लोगों को बड़े विस्थापन की 159 घटनाओं में विस्थापित होना पड़ा। इसकी वज़ह सशस्त्र विवाद, हिंसा और धमकियां रहीं। संगठन ने यह भी बताया कि बड़े पैमाने पर पहु विस्थापित पीड़ितों और विस्थापन की घटनाओं में 2020 की तुलना में क्रमश: 196% और 62% का इजाफा हुआ।
इस हिंसा पर राष्ट्रीय सरकार द्वारा कोई रोक नहीं लगाई जा रही है, डुके की सरकार लगातार नवउदारवादी योजनाओं के विरोध में सड़कों पर उतरने वाले लोगों को दबा रही है, उन्हें सजा दे रही है। पिछले हफ़्ते 5 जनवरी को नेशनल पुलिस और ESMAD (एंटी-डिस्टर्बेंस मोबाइल स्कवाड्रॉन) ने बोगोटा के दक्षिण में दर्जनों नागरिकों का बेहद क्रूर तरीके से दमन किया। जबकि यह नागरिक शांति से ट्रांसमिलेनियो यातायात तंत्र में किराये बढ़ाए जाने का विरोध कर रहे थे।
2021 में हुई हिंसक घटनाओं पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट में भी इंडेपाज़ ने राज्य की हिंसा के पीड़ितों और घटनाओं को भी शामिल किया था। संगठन ने बताया कि डुके की आर्थिक नीतियों के खिलाफ़ हुई राष्ट्रीय हड़ताल के दौरान, 28 अप्रैल से 30 जून, 2021 के बीच 79 लोग मारे गए, जिसमें से 44 लोगों की हत्या सुरक्षाबलों ने की, 90 लोगों की आंखों में चोट आई, 35 व्यक्तियों को यौन हमलों का शिकार होना पड़ा। इस दौरान 833 हिंसक हस्तक्षेप किए गए, 661 लोगों के साथ शारीरिक हिंसा हुई, जबकि 2005 लोगों को मनमुताबिक़ तरीके से गिरफ़्तार कर लिया गया। संस्थान ने बताया कि पुलिस हिंसा के कुल-मिलाकर 4,687 मामले दर्ज किए गए।
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Colombia reports the fourth massacre of 2022
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