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'हम आखिरी तक अपना प्रतिरोध जारी रखेंगे': बोलिवियाई बहादुरी के साथ तख्तापलट के खिलाफ लड़ रहे हैं

क्रूर दमन के बावजूद हजारों की संख्या में बोलिवियाई लोग सड़कों पर डटे हैं और उन्होंने इवो मोरालेस सरकार के खिलाफ नागरिक-सैन्य तख्तापलट को ख़ारिज कर दिया है।
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बोलीविया में तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए देशज महिला। फोटो: रेडफिश

इस घटना के बीते हफ्ते भर हो चुके हैं जब नस्लवादी तख्तापलट के चलते राष्ट्रपति इवो मोरालेस और उप-राष्ट्रपति अल्वारो गार्सिया लिनेरा को अपने पद से इस्तीफे देने के लिए मजबूर होना पड़ा। तब से बोलीविया की जनता और दुनिया भर में लोग मोरालेस के समर्थन में और तख्तापलट के खिलाफ प्रतिरोध में डटे हैं और देश में किये जा रहे बदलाव की प्रक्रिया के साथ खड़े हैं।

समूचे बोलीविया में लोगों को सैन्य बलों, पुलिस और फासीवादी समूहों से भारी दमन का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इसके बावजूद वे मजबूती से सड़कों पर, गलियों और संस्थानों के भीतर मौजूद खाली जगहों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराकर इस तख्तापलट को नकार रहे हैं और प्रतिउत्तर दे रहे हैं।

प्रतिरोध की जमीन

एल अल्टो शहर जो राजधानी ला पाज़ के नजदीक में स्थित है। इसकी ज्यादातर आबादी देशज है और अधिकतर लोग श्रमिक वर्ग से जुड़े हैं, जो मोरालेस के समर्थन में जुटान और इस आन्दोलन के केंद्र में हैं।

प्रदर्शनकारी रोजाना एल अल्टो से राजधानी की ओर मार्च करते हैं और विपक्षी सीनेटर जीनिन अनेज से इस्तीफे की माँग पर डटे हैं, जिसने 12 नवम्बर को अपनी घोषणा में खुद को देश का ‘अंतरिम राष्ट्रपति’ घोषित कर दिया है।

प्रदर्शनकारियों ने शहर में आपूर्ति के प्रवाह को बाधित करने के लिए राजधानी के चारों तरफ जगह जगह अवरोध खड़े कर दिए हैं। सैकड़ों लोगों ने प्लाज़ा मुरीललो के बाहर विरोध-शिविर बनाने शुरू कर दिए हैं, जिसके पास कांग्रेस और राष्ट्रपति भवन के अलावा कई प्रमुख सरकारी इमारतें हैं।
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बोलीविया में हुए तख्तापलट के खिलाफ हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए। तख्तापलट के पीछे मौजूद नस्लवादी, श्वेत, और रुढ़िवादी समूहों के प्रतिरोध्स्वरूप देशज प्रतीक के रूप में विपहाला प्रतीक चिन्ह बन गया है। फोटो: एएफपी

यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कन्फेडरेशन ऑफ़ बोलीविया (CSUTCB) की कार्यकारी समिति, ट्रेड यूनियन कन्फेडरेशन ऑफ़ इंटरकल्चरल कम्युनिटीज़ ऑफ़ बोलीविया, किसान मजदूर महासंघ ‘पोंचोस रोजोस’, कोचाबांबा ट्रॉपिक के छह महासंघ सहित कई अन्य लोगों ने मोरालेस और उनके द्वारा जारी परिवर्तन की प्रक्रिया को अपने पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है।

उनका कहना है कि ये प्रदर्शन तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक बहुलतावादी बोलीविया राज्य के राष्ट्रपति के रूप में मोरालेस की बहाली नहीं होती।

तुपक कटारी संगठन के एक सदस्य ने ला पाज़ की सड़कों पर पत्रकार मार्को तेरुगी से बातचीत में बताया कि तख्तापलट के समर्थकों और दक्षिणपंथियों के खिलाफ उनका यह प्रतिरोध ऐतिहासिक है। “आज 15 नवम्बर है, आज की तरह [1781 में] एक दिन उन्होंने हमारे महान नेता तुपक कटारी की हत्या कर दी क्योंकि वे शक्तिशाली थे, क्योंकि वे किसान वर्ग के हितों की लड़ाई लड़ते थे, क्योंकि उन्होंने आयमरास, क्युचू और गुअरानिस [बोलीविया में देशज राष्ट्र] और जो गाँव-देहातों में बसे थे, के लिए लड़े थे” उसने स्पष्ट करते हुए बताया।

“और उन्होंने क्या किया? सभी कृषक वर्ग को सबक सिखाने के लिए उन्होंने चार घोड़ों से उसके टुकड़े टुकड़े करवा दिए, क्योंकि उसने हार नहीं मानी और स्पेनिश क्राउन के प्रति अपनी निष्ठा को दोहराया था। इसलिए उन्होंने हमारे नेता को चार घोड़ों से बांधकर अलग अलग खींचा लेकिन वे इतने ताकतवर थे कि हमारे महान नेता के टुकड़े टुकड़े करने के लिए उन्हें कुल्हाड़ी का इस्तेमाल करना पड़ा।”

प्रदर्शनकारी की तरह कई और लोगों के लिए प्रतिरोध का मतलब है कटारी और कई अन्य देशज नेताओं के औपनिवेशिकता विरोध की विरासत को आगे ले जाना, “मैं तुपक कटारी की मिट्टी से आया हूँ। मैं अरोमा प्रान्त से आता हूँ और मैं आत्मसमर्पण नहीं करूँगा। हम अंतिम दम तक प्रतिरोध जारी रखेंगे क्योंकि हमने इससे पहले भी एक दक्षिणपंथी नेता को धराशायी किया है जो तख्तापलट का समर्थक रहा है। एक तानाशाह गोंजालो सांचेज़ दे लोज़ाडा जो एक हत्यारा था और जिसे अब उत्तरी अमेरिकी साम्राज्य ने वहाँ उसे एक पसंदीदे बच्चे के रूप में रखा है। अब वे अपने चेले जीनीन अनेज़ के साथ लुईस [फ़र्नांडो] कैमाचो.......को ले आये हैं, लेकिन उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। क्योंकि एक पल के लिए ही वे लोगों को चुप करा सकते हैं, लेकिन लोगों के पास स्मृतियाँ जिन्दा रहती हैं। और हम लोग आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, हम आत्मसमर्पण के लिए तैयार नहीं हैं, हम लड़ेंगे और यदि हमें जान देनी पड़े, तो हम जान देंगे।”
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बोलिविया में तख्तापलट के खिलाफ देशज महिलाएं विरोध प्रदर्शनों की अग्रिम कतार में रही हैं। फोटो: रेडफिश

दमन चक्र
 
तख्तापलट का समर्थन करने वाली पुलिस फ़ौज और सैन्य बलों ने सड़कों पर तख्तापलट का विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ क्रूर दमन का दौर शुरू कर दिया है। उन्होंने इस बहुपक्षीय भीड़ के जमावड़े पर आंसू गैस से हमला किया, बेहद नजदीक से आग्न्येयास्त्रों का इस्तेमाल किया, प्रदर्शनकारियों को जमकर मारा पीटा है। वे उन लोगों को हिरासत में ले रहे रहे हैं जिनपर उन्हें संदेह है कि वे मूवमेंट टुवर्ड्स सोशलिज्म (एमएएस) से सम्बंधित हैं और घरों पर हिंसात्मक छापेमारी जारी है।

ये वही ताकतें हैं जिन्होंने अपनी आँखें तब बंद कर ली थीं जब दक्षिणपंथी समूहों ने आम चुनावों के बाद से एमएएस के सदस्यों के खिलाफ हिंसक वारदातों को अंजाम दिया, सड़कों पर अवरोध खड़े किये और चक्का जाम कर इन्हें बंद रखा और इसे तख्तापलट करने तक ले गए।

अब बोलीविया में यह अमेरिकी प्रशिक्षित दमनकारी शस्त्र पूरी तरह से सक्रिय है। यह अब बोलीविया की जनता के मताधिकार का सम्मान किये जाने, गैर-संवैधानिक जीनिन अनेज को अपदस्थ करने और दक्षिणपंथी हिंसात्मक कार्यवाही और नस्लभेद को खत्म करने की माँग से कड़ाई से निपटने के लिए मुस्तैद है।

लातिनी अमेरिकी सेण्टर फॉर स्ट्रेटेजिक एनालिसिस (सीएलएई), लातिनी अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय समिति की यूथ फॉर पीस और जनरेशन इवो की और से संकलित एक रिपोर्ट जारी की गई है। इसके अनुसार इस नागरिक-सैन्य तख्तापलट के बाद से हिंसात्मक गतिविधियाँ में काफी इजाफ़ा हुआ है जिसमें पहले से ही 12 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है और  530 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

यह रिपोर्ट कोचाबम्बा के सकाबा में हुए नरसंहार से पहले की जारी की गई थी, जिसमें सैन्य बलों और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस और गोलियों का इस्तेमाल किया है और कम से कम 5 लोगों को मार डाला है और सैकड़ों घायल हैं।

राष्ट्रीय पुलिस के संचार निदेशक रूडी उरिया ने 13 नवम्बर को कहा: “हम उन सभी शहरों में समूहों को संगठित करने जा रहे हैं जहाँ हिंसात्मक गतिविधियाँ अपने चरम पर हैं। हम उन विशिष्ट स्थानों पर अपना ध्यान केन्द्रित करने जा रहे हैं जिन्हें चिन्हित किया गया है और शहरों को अपने नियन्त्रण में ले लेंगे। मैं नागरिकों से उनका सहयोग चाहता हूँ कि वे खुद को किसी भी प्रकार की अशांति फ़ैलाने से दूर रखें। हम गिरफ्तारियाँ करने वाले हैं और हम उन सभी सरगनाओं को गिरफ्तार करने जा रहे हैं जिन्होंने देश में अराजकता फैला रखी है।”

बोलीविया की गुआदो

12 नवम्बर को दक्षिणपंथी सीनेटर जीनिन अनेज ने बोलीविया में कांग्रेस सत्र के दौरान खुद को ‘अंतरिम राष्ट्रपति’ घोषित कर दिया, जिसका कोरम भी पूरा नहीं हुआ था। बाद में उन्होंने सैन्य बलों के सदस्यों और धुर-दक्षिणपंथी नेता फ़र्नांडो कमाचो के सहयोग से उन्हें तिरंगे राष्ट्रपतीय कमरबंद से सुसज्जित किया गया।

अनेज ने अपने हाथ में बाइबिल रख अपनी उद्घोषणा का जश्न मनाया। उनकी इस आत्म-उद्घोषणा की व्यापक स्तर पर कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा क्योंकि कोरम पूरा नहीं था। लेकिन ये आलोचनाएं अनेज को नए उपाय लेने और अपने लिए नया मन्त्रिमंडल चुनने से नहीं रोक सकी हैं।

गैरकानूनी तौर पर अनेज द्वारा सत्ता हथियाने को लेकर आम लोगों द्वारा व्यापक अस्वीकृति की एक वजह यह भी है कि वे बोलीविया में प्रतिगामी, नस्लवादी, रुढ़िवादी तबकों का प्रतिनिधित्व करती हैं।

उनकी यह उद्घोषणा “राष्ट्रपति भवन में बाइबिल की वापसी हुई है” पूरे तौर पर इस तख्तापलट के पीछे के प्रेरक वैचारिक मंतव्यों से मेल खाती हैं। बोलीविया में मौजूद श्वेत रुढ़िवादी अल्पसंख्यक आबादी कभी भी बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी कि एक देसज, कोका उत्पादक किसान एक राष्ट्रपति के रूप में सत्तारूढ़ रहे।

वह इस बात को बर्दाश्त नहीं कर सकते कि राष्ट्राध्यक्ष आमजन का हितैषी हो, श्रमिक वर्ग का समर्थक हो और जिसने बोलीविया को एक धर्मनिरपेक्ष राज्य बना दिया हो और जो अमेरिकी साम्राज्यवाद के इशारों का पालन करने से इनकार करता हो।

उनकी स्व-घोषणा के बाद से अनेज द्वारा 2013 में लिखे गए ट्वीटस की एक पूरी श्रृंखला उजागर हुई है जिसे तब हटा दिया गया था। अपने ट्वीट में उनका कहना था, “मेरा सपना है कि बोलीविया को देशज शैतानी अनुष्ठानों से मुक्त किया जा सके, शहर इंडियन के लिए नहीं है, उन्हें ऊँचे समतल स्थलों या चाको में वापस चले जाना चाहिए।”
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हाथ में बाइबिल लिए स्व-घोषित ‘अंतरिम राष्ट्रपति’ जीनिन अनेज

अनेज की घोषणा को अमेरिका, कोलंबिया, ब्राज़ील, यूनाइटेड किंगडम, ग्वाटेमाला और रूस ने मान्यता दी है।

इस बीच अनेज़ ने घोषणा की है कि वे महाद्वीप में एक अन्य स्वघोषित ‘अंतरिम राष्ट्रपति’ वेनेजुएला के जुआन गुआदो को मान्यता देती हैं और राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की संवैधानिक सरकार के साथ कूटनीतिक रिश्तों को खत्म कर रही हैं और सभी वेनेजुएला के राजनयिक कर्मियों को देश छोड़ने का आदेश दिया है।

सरकारी अधिकारियों ने बोलीविया में रह रहे क्यूबाई डॉक्टरों को भी अपना निशाना बनाया है। 13 नवम्बर को एल अल्टो में क्यूबाई मेडिकल ब्रिगेड के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया और उन पर तख्तापलट विरोधी प्रदर्शनों को उकसाने और वित्तीय मदद पहुँचाने का आरोप मढ़ा गया है।

संस्थानों के भीतर लड़ाई जारी है  

मोरालेस और गार्सिया लिनेरा के इस्तीफे के कुछ घंटों पहले और बाद ही कई मंत्रियों और सांसदों ने धमकियों और हिंसा अभियान के चलते अपने पदों से इस्तीफ़ा दे दिया। अगर एक उदहारण के रूप में देखें तो एमएएस की ओर से चैंबर ऑफ डेप्युटी के अध्यक्ष विक्टर बोरदा को 10 नवम्बर को अपने पद से इस्तीफ़ा देने पर मजबूर होना पड़ा, जब दक्षिणपंथी भीड़ ने उनके घर को आग लगा दी और उनके भाई का अपहरण कर लिया।

उन्होंने घोषणा की कि “मैं चैंबर ऑफ डेप्युटी से इस्तीफ़ा देता हूँ....और आशा करता हूँ कि मेरे भाई को किसी प्रकार की शारीरिक क्षति नहीं पहुंचाई जायेगी, जिसे बंधक बनाकर रखा गया है।”

राजकीय अधिकारियों को धमकाना और उन्हें डराना, तख्तापलट की योजना का वह प्रमुख तत्व था जिसने दक्षिणपंथी धड़े को हस्तक्षेप करने और सत्ता हथियाने का रास्ता खोल दिया। हालाँकि, एमएएस के सांसद दोबारा खुद को आपस में सम्बद्ध कर रहे हैं और विधाई क्षेत्र में जवाबी प्रतिरोध खड़े कर रहे हैं। क्योंकि डिप्टी चैम्बर और सीनेट दोनों ही जगहों पर उनका बहुमत है।

ब्रहस्पतिवार को सैन्य बलों द्वारा एमएएस सांसदों के प्लुरीनेशनल असेंबली में प्रवेश को बलपूर्वक रोकने के प्रयास के बाद से एमएएस ने जो चैम्बर ऑफ डेप्युटी और सीनेट से बनी है, ने संस्थानिक जवाबी कार्यवाही करने में सफल रही है। सेशन के दौरान जो अपने कोरम के साथ मौजूद थी, एमएएस के सेर्गियो चोकुए को चैम्बर ऑफ डेप्युटी का नया अध्यक्ष और मोनिका ईवा कोपा को सीनेट में नया अध्यक्ष चुना गया।

चोकुए ने घोषणा की है कि उनकी योजना है कि वे कानून द्वारा सशस्त्र बलों को सड़कों से वापस हटा लिया जाए और देश में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए काम किया जाए। चोकुए ने घोषणा की कि वे और उनकी पार्टी स्व-घोषित ‘अंतरिम राष्ट्रपति’ अनेज़ को मान्यता नहीं देती, क्योंकि वे ढेर सारे संवैधानिक मानदंडों के उल्लंघन की दोषी हैं।

अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य

समूचे विश्व के सामाजिक आंदोलनों, ट्रेड यूनियनों, राजनैतिक दलों और नेताओं ने मोरालेस के खिलाफ तख्तापलट पर अपनी अस्वीकृति और बोलीविया की जनता के खिलाफ सैन्य बलों और पुलिस द्वारा क्रूर हिंसा जो तख्तापलट के खिलाफ उठ खड़ी हुई है, पर अपना विरोध दर्ज किया है।

बोलीविया में उभर रही स्थिति को ध्यान में रखकर एक असाधारण बैठक निकारागुआ के मानागुआ में 14 नवम्बर को बुलाई गई। इस बैठक को बोलिवारियन अलायन्स फॉर दी पीपल्स ऑफ़ आवर अमेरिका पीपल्स ट्रेड ट्रिटी (ALBA-TCP) नामक मंच ने आयोजित किया था।

मीटिंग के बाद अपनी उद्घोषणा में इस मंच ने घोषणा की है कि, “हम प्लुरीनेशनल स्टेट ऑफ़ बोलीविया के राष्ट्रपति भाई एवो मोरालेस आयमा के खिलाफ चलाए गए तख्तापलट की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। जिस प्रकार से दमन और अनियंत्रित हिंसा का सामना उनके मंत्रियों और दूसरे सरकारी अधिकारियों, के साथ उनके नेताओं और उनके परिवारों को झेलना पड़ा है हम उसकी कठोर शब्दों में भर्त्सना करते हैं।”

उन्होंने मैक्सिको को मोरालेस और गार्सिया लिनेरा सहित कई अन्य प्रगतिशील नेताओं को तख्तापलट के खिलाफ खड़े होने पर राजनैतिक शरण देने पर अपना सलाम भी पेश किया।

उन्होंने ट्रम्प प्रशासन की घोषणाओं की निंदा करते हुए कहा है, “यह बोलीविया में तख्तापलट का समर्थन करने के साथ ही निकारागुआ और बोलिवैरियाई वेनेजुएला गणराज्य के भाइयों की वैध, संप्रभु और स्वतंत्र सरकारों के अस्तित्व के लिए खतरा है।”

साभार: पीपल्स डिस्पैच

अंग्रेजी में लिखा मूल आलेख आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं।

“We are Going to Resist Until the Last consequences”: Bolivians Bravely Fight Back Against Coup

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