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15 अगस्त 1947: आज़ादी की ख़ुशी के साथ था बँटवारे का सदमा

इस साल 15 अगस्त के ख़ास मायने हैं क्योंकि हम भारत की आज़ादी के 75वें साल में दाखिल हो रहे हैंI लेकिन क्या हमने कभी सोचा कि ये दिन उस दौर के लोगों के लिए कैसा रहा होगा? इतिहास के पन्ने के इस अंक में नीलांजन मुखोपाध्याय आज़ादी के दिन और उसके बाद 74 साल कैसे रहे इस पर चर्चा कर रहे हैंI

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