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1984: एक काला अध्याय

दिल्ली उच्च न्यायालय ने कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।  अभिसार शर्मा बताते हैं कि 1984 दंगों का उनके लिए व्यक्तिगत रूप से क्या अर्थ है और यह कैसे स्वतंत्र भारत की सबसे बुरे दौर की याद दिलाता है।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।  अभिसार शर्मा बताते हैं कि 1984 दंगों का उनके लिए व्यक्तिगत रूप से क्या अर्थ है और यह कैसे स्वतंत्र भारत की सबसे बुरे दौर की याद दिलाता है। 1984 एक काला अध्याय है  जिसे बार-बार फिर से दोहराया गया क्योंकि भारतीयों ने भारतीय इतिहास के इस शर्मनाक घटना से कोई सबक नहीं लिया । 'बोल के लब आजाद है तेरे' के इस प्रकरण में अभिसार पूछते हैं - क्या यह सज़ा  सिर्फ अकेली जीत है, या 1992 और 2002 के पीड़ितों को भी न्याय मिलेगा ?, जिससे न्याय प्रक्रिया में आम आदमी के विश्वास को बहाल किया जा सके । 

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