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केरल विधानसभा अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव में 2 लाख दर्शक हुए शामिल

यह अपनी तरह का पहला ऐसा उत्सव है जिसमें आम जनता के लिए पुस्तक विमोचन, पैनल चर्चा और प्रतियोगिताएं शामिल थीं।
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केरल विधानसभा अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव जो सप्ताह भर चलने वाला है, इसका उद्देश्य विधानसभा स्पेस का लोकतंत्रीकरण करना है।

केरल विधानसभा अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव (KLIBF) जो सप्ताह भर चलने वाला है, उसमें स्कूल और कॉलेज के छात्रों सहित दो लाख से अधिक की भारी भीड़ जमा हुई। विधान सभा परिसर में 130 स्टाल लगे हैं जिसमें विदेशों के 22 स्टाल भी शामिल हैं।  

केरल विधान सभा (केएलए) पुस्तकालय और आजादी का अमृत महोत्सव के 100 वें वर्ष के हिस्से के रूप में आयोजित यह अपनी तरह का पहला उत्सव है, जिसका उद्देश्य विधानसभा स्पेस का लोकतंत्रीकरण करना है। विधानसभा ने, शौध के संदर्भ के लिए शोधकर्ताओं और जनता के लिए पुस्तकालय खोलने का फैसला किया है।

विधायकों को सार्वजनिक पुस्तकालयों और संस्थानों से तीन-तीन लाख रुपये की किताबें खरीदने की अनुमति दी गई थी। यूनिसेफ ने इस उत्सव पर किताबें खरीदने के लिए स्कूली छात्रों को 5 लाख रुपये के मुफ्त कूपन वितरित किए, जिसमें पुस्तक विमोचन, पैनल चर्चा और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल थे।

एएन शमशीर के अध्यक्ष चुने जाने के तुरंत बाद, केएलए ने सप्ताह भर चलने वाले उत्सव की घोषणा की। अध्यक्ष ने अपनी शुरवाती टिप्पणियों में कहा कि, “पुस्तकालय को केएलए के नाम से काम करते हुए 100 साल बीत गए हैं। 1921 में दीवान के कार्यालय को एक पुस्तकालय में बदल दिया गया था। जब 1949 में त्रावणकोर-कोचीन राज्य का गठन किया गया था, तो तब पुस्तकालय को त्रावणकोर-कोचीन विधानसभा पुस्तकालय के रूप में जाना जाता था और बाद में 1956 में केरल के गठन के बाद इसे केएलए के रूप में विकसित किया गया था।”

मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने उत्सव का उद्घाटन किया, जहां वरिष्ठ लेखक टी पद्मनाभन को मलयालम साहित्य में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

समारोह में प्रसिद्ध लेखकों और कलाकारों को सम्मानित किया गया (छवि सौजन्य: केएलए)।

केएलए सचिव एएम बशीर ने न्यूज़क्लिक को बताया कि 500 स्कूलों के छात्रों सहित लगभग 2 लाख लोगों ने उत्सव स्थल का दौरा किया। "सार्वजनिक पुस्तकालयों, शैक्षणिक संस्थानों और आम जनता के प्रतिनिधियों ने उत्सव को सफल बनाया है।"

महोत्सव में एक किताब का विमोचन किया गया।

दर्शकों और आगंतुकों से केएलए संग्रहालय और पुस्तकालय का दौरा करने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया गया, जबकि छात्रों को शहर के चिड़ियाघर और नेपियर संग्रहालय में मुफ्त प्रवेश भी सुलभ कराया गया।

बुक स्टॉल पर विद्यार्थियों की लगी भारी भीड़। 

केएलए ने छात्रों के लिए पुस्तक समीक्षा और सस्वर पाठ, कहानी सुनाने, कार्टून प्रतियोगिता और क्विज़ की भी मेजबानी की।

विधानसभा परिसर के अंदर शंकर नारायणन थम्पी स्मारक पर एक पैनल चर्चा हुई।

इसके अलावा, तीस्ता सीतलवाड़, वेंकटेश रामकृष्णन, प्रभा वर्मा, जादूगर गोपीनाथ मुथुकाड, शशि थरूर, टीएम थॉमस इसाक सहित मंत्रियों, प्रसिद्ध लोगों और एलजीबीटीक्यू समुदाय के प्रतिनिधियों ने त्रावणकोर और कोचीन में मीडिया और संवैधानिक और चुनावी प्रयोगों की स्थिति पर आयोजित पैनल चर्चा में भाग लिया। 

अंग्रेज़ी में प्रकाशित मूल ख़बर को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें :

2 Lakh Visitors Throng Kerala Assembly International Book Festival

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