बिहार: शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस प्रशासन की बर्बरता, जांच कमेटी गठित

पटना: तिरंगा लिए छात्र पर एडीएम लॉ एंड ऑर्डर के.के. सिंह द्वारा लाठियां बरसाए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद सोमवार को शहर के डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट ने जांच के लिए एक कमेटी गठित करने का आदेश दिया और कहा कि जांच के बाद ही दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।
वीडियो सामने आने के बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी शिक्षक अभ्यर्थी पर लाठी चार्ज को लेकर जांच कमेटी के गठन की बात कही है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, "पटना ज़िलाधिकारी से फोन पर बातचीत की। डीएम ने पटना सेंट्रल एसपी और डीडीसी के नेतृत्व में एक जांच कमेटी का गठन किया है, एडीएम ने अभ्यर्थियों पर स्वयं लाठी चार्ज क्यों किया, ऐसी क्या नौबत थी? दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई होगी।"
माननीय उपमुख्यमंत्री जी ने पटना जिलाधिकारी से फोन पर वार्ता की। DM ने पटना Central SP और DDC के नेतृत्व में एक जाँच कमेटी का गठन किया है कि ADM ने अभ्यर्थियों पर स्वयं लाठीचार्ज क्यों किया, ऐसी क्या नौबत थी?दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारी पर कारवाई होगी।
pic.twitter.com/XKLKhxBFQ4— Office of Tejashwi Yadav (@TejashwiOffice) August 22, 2022
सोमवार को शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर पुलिस व प्रशासन ने एक प्रदर्शन के दौरान जमकर लाठियां भांजी, जिसके वायरल वीडियो ने राज्य में एक बार फिर सियासी पारा तेज़ कर दिया है।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह अपने हाथों में राष्ट्र ध्वज लिए प्रदर्शन में शामिल एक युवक को पटना के एडीएम लिटा-लिटाकर लाठियां भांज रहे हैं, जिसके बाद उसको खून से लथपथ देखा जा सकता है।
गुस्साए प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया।
आपको बता दें कि बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा के आयोजन और सातवें चरण की शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर सोमवार को अचानक पूरे बिहार से युवक-छात्र राजधानी पटना पहुंच गए और शहर के डाक बंगला चौराहा पर विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने इन अभ्यर्थियों पर बल प्रयोग किया जिसके बाद कई प्रदर्शनकारियों को गंभीर चोटें आईं।
बताया जा रहा है कि प्रारंभिक शिक्षक मोर्चा के बैनर तले 2019 के क्वालीफाई छात्र बीते 21 दिनों से गर्दनीबाग धरना स्थल पर आंदोलन कर रहे हैं।
कल राजधानी पटना में अचानक आक्रोशित भीड़ ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफ़िले पर हिंसक हमला बोल दिया था, जिसके बाद काफ़िले में शामिल कार के शीशे टूट गए थे। हालांकि कुमार घटना के वक्त काफ़िले में मौजूद नहीं थे।
बिहार में सत्ता बदलाव के बाद जबसे भाजपा विपक्ष की भूमिका में आई है तब से कानून-व्यवस्था के मसले पर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार पर हमलावर हो गई है। हिंसक अग्निवीर प्रदर्शनों के बाद सबकुछ शांत हो गया था। लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद राज्य में ऐसी घटनाओं में तेज़ी कई राजनैतिक प्रश्न खड़े करती हैं।
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