मेवानी की सज़ा पर कांग्रेस ने पूछा, क्या गुजरात में दलितों के मुद्दे उठाना अपराध है?
नयी दिल्ली: कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी को पुलिस की अनुमति के बिना विरोध मार्च निकालने के मामले में एक मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने पर सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ''अभिमानी शासकों'' को पता होना चाहिए, ''हम न झुकेंगे और न ही डरेंगे।"
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मेवानी की दोषसिद्धि और तीन महीने कैद की सज़ा की आलोचना करते हुए पूछा कि क्या गुजरात और भारत में दलितों के मुद्दों को उठाना, उनके अधिकारों के लिए लड़ना, उनकी अवैध रूप से कब्जाई गई जमीन के लिए, न्याय के लिये मार्च निकालना अपराध बन गया है।
सुरजेवाला ने कहा, "क्या यह मांग करना अपराध है कि कुछ लोगों द्वारा दशकों से अवैध रूप से कब्जा की गई दलितों की भूमि उन्हें वापस कर दी जाए। ऐसा लगता है कि यह (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी के गुजरात में एक अपराध बन गया है, क्योंकि यह बापू (महात्मा गांधी) के गुजरात में अपराध नहीं हो सकता। यह सरदार वल्लभभाई पटेल के गुजरात में अपराध नहीं हो सकता। गुजरात न्याय की भूमि है और उस न्याय की भूमि पर जिग्नेश मेवानी को जेल भेजा जा रहा है क्योंकि उन्होंने दलितों की भूमि पर कब्जे के विरोध में मार्च निकाला था।"
उन्होंने कहा, "अभिमानी शासकों को पता होना चाहिए, हम न झुकेंगे और न डरेंगे। अगर दलितों की आवाज बनना और उनके लिए न्याय की मांग करना अपराध है, तो हम सभी जिग्नेश मेवानी के साथ इस अपराध को बार-बार करेंगे।"
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