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यूपी के सुल्तानपुर में दलित परिवार पर हमला

“हमलावर गांव में खुले घूम रहे हैं और कह रहे हैं कि सरकार हमारी है, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।”  
attack on dalit
प्रतीकात्मक तस्वीर।

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिला, थाना धनपतगंज के तहत आने वाले गाँव बाबू का पूरवा में 5 जनवरी को ज़मीन से जुड़े विवाद को लेकर कथित तौर पर उच्च जाति से जुड़े लोगों ने दलित परिवारों की महिलाओं पर हमला किया जिसमें 7 महिलाएं और एक 16 वर्षीय युवक घायल हो गया है। शिकायतकर्ता विजय कुमार कनौजिया के अनुसार घायलों की स्थिति नाजुक है क्योंकि उन पर हमला धारदार हथियारों से किया गया था।

कनौजिया ने बताया कि “अब से पहले गाँव में कोई विवाद नहीं था क्योंकि गाँव की पूरी की पूरी ज़मीन ‘आबादी ज़मीन’ है और किसी के पास भी ज़मीन के कानूनी कागजात नहीं हैं। उनके अनुसार, ये ज़मीने राजा-महाराजाओं की हुआ करती थीं जिन पर आबादी को बसा दिया जाता था लेकिन कानूनी कागजात नहीं बनाए जाते थे। इसलिए जो चाहे इस तरह की ज़मीन पर घर बना सकता है। बाबू के पुरवा गाँव में कनौजिया समुदाय के भी घर हैं और उनके घर के सामने ज़मीन का एक टुकड़ा खाली पड़ा है जिस पर वे घर में इस्तेमाल में आने वाली चीजों को रखते हैं; जैसे कि लकड़ी, उपले, चारा आदि, साथ ही बच्चे भी इस ज़मीन पर अक्सर खेलते हैं।”

कनौजिया ने बताया कि “दोनों परिवारों के बीच अब तक कोई विवाद नहीं था। विवाद तब शुरू हुआ जब नाम दर्ज़ अभियुक्तों ने उनकी ज़मीन के सामने पड़े एक खाली प्लॉट, जो उनका ही प्लॉट है,पर घन बना लिया और उसका दरवाज़ा हमारी ज़मीन कि तरफ खोल दिया। ऐसा उन्होंने हमारी ज़मीन पर कब्ज़ा जमाने के लिए किया था। और इसी को लेकर विवाद हुआ, जब हमने प्रतिरोध किया तो अभियुक्त धारदार हथियारों के साथ हमारे घर और प्रांगण में घुस गए और महिलाओं और बच्चों पर धारदार हथियारों से हमला शुरू कर दिया। हमले में 7 महिलाएं और एक 16 वर्षीय युवक घायल हुआ है। जो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हुई हैं उनके नाम कमलेश कुमारी, सुमन देवी और गायत्री देवी हैं।

विजय कुमार कनौजिया के अनुसार हमले में दो मासूम बच्चे भी घायल हुए हैं लेकिन उनके नाम पुलिस शिकायत में दर्ज़ नहीं किए गए हैं।

विजय कुमार कनौजिया ने धनपतगंज थाने में हमलावरों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज़ की है और पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (दंगा करने) धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुँचने या नुकसान पहुँचने) धारा 324 (हमले के लिए खतरनाक हथियारों का इस्तेमाल करने) तथा धारा 452 (बिना अनुमति के घर में घुसना, चोट पहुंचाने के लिए हमला करना या गलत तरीके से दबाव बनाना) के तहत आरोपी सुभाष दुबे, संदीप मिश्रा, प्रदीप मिश्रा, नागेस्ग्वर तिवारी और बृजेश मिश्रा के खिलाफ मुक़दमा दर्ज़ कर लिया है। ख़बर लिखे जाने तक पुलिस ने कोई गिरफ्तारी नहीं की थी।

विजय कुमार कनौजिया ने न्यूज़क्लिक को फोन पर बताया कि “हमलावर गाँव में खुले घूम रहे हैं और कह रहे हैं कि सरकार हमारी है, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, पुलिस ने अब तक उन्हे गिरफ्तार नहीं किया है और पुलिस का जवाब है कि अभी कार्यवाही चल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि इतनी गंभीर चोटें आने के बावजूद गंभीर धाराओं के तहत मुक़दमा दर्ज़ नहीं किया है। जबकि यह मामला तो हत्या की साजिश का बनता है।”

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