Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

ज़हरीली हवा में सांस लेने को मजबूर दिल्लीवासी, लगातार बढ़ रहा प्रदूषण

शुक्रवार को दिल्ली के साथ-साथ इसके आसपास के क्षेत्र ग़ाज़ियाबाद, नोएडा, फ़रीदाबाद में प्रदूषण का स्तर बेहद ख़राब रहा। एक बार फिर अक्टूबर के आख़िरी दिनों में प्रदूषण की समस्या बढ़ने लगी है। पिछले दो दिनों से राजधानी में प्रदूषण का स्तर बेहद ख़राब रहा है।
delhi pollution
फ़ोटो साभार: पीटीआई

दिल्लीवासी ज़हरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। यहां की वायु गुणवत्ता ख़राब हो रही है। हर साल इस समय वायु प्रदूषण बढ़ जाता है। आनंद विहार में आज सुबह 6 बजे के आंकड़ों के अनुसार, एक्यूआई 456 दर्ज किया गया। राजधानी के अन्य इलाक़ों की बात करें तो आईटीओ में 392, लोधी रोड आईएमडी में 331 और जहांगीरपुरी में 430 एक्यूआई दर्ज किया गया। वहीं एनसीआर की बात की जाए तो नोएडा सेक्टर 116 में सुबह-सुबह 375एक्यूआई जबकि नोएडा सेक्टर 62 में 402 दर्ज किया गया। गुरुग्राम के सेक्टर 51 में एक्यूआई 390 और टेरी ग्राम में 373 एक्यूआई दर्ज किया गया।

शुक्रवार को राजधानी दिल्ली का प्रदूषण स्तर 357 दर्ज किया गया, जो इस सीजन में सबसे अधिक है। शुक्रवार को दिल्ली के साथ-साथ इसके आसपास के क्षेत्र ग़ाज़ियाबाद, नोएडा, फ़रीदाबाद में प्रदूषण का स्तर बेहद ख़राब रहा। एक बार फिर अक्टूबर के आख़िरी दिनों में प्रदूषण की समस्या बढ़ने लगी है। पिछले दो दिनों से राजधानी में प्रदूषण का स्तर बेहद ख़राब रहा है।

सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के एयर बुलेटिन के अनुसार दिल्ली का एक्यूआई 357, बहादुरगढ़ का 336, बल्लभगढ़ का 125, भिवाड़ी का 263, फ़रीदाबाद का 346, ग़ाज़ियाबाद का 384, ग्रेटर नोएडा का 364, गुरुग्राम का 333, मानेसर का 354 और नोएडा में 371 दर्ज किया गया।

सफर की एडवाइजरी के अनुसार, इस स्तर के प्रदूषण में स्वस्थ लोगों को भी अधिक समय तक बाहर रहने से बचना चाहिए। प्रदूषण की वजह से उनके स्वास्थ्य को नुक़सान पहुंच सकता है।

आनंद विहार इलाक़े में प्रदूषण का स्तर हेल्थ इमरजेंसी की सीमा को पार कर गया है। यहां पर शुक्रवार को शाम क़रीब 5 बजे एक्यूआई 460 दर्ज हुआ। ग्रैप के नियमों के तहत 450 से अधिक एक्यूआई होने पर उसे हेल्थ इमरजेंसी की स्थिति माना जाता है। आनंद विहार सितंबर के अंतिम दिनों से ही कई बार गंभीर स्तर के प्रदूषण को झेल चुका है। बताया जा रहा है कि इस सीजन में पहली बार किसी जगह हेल्थ इमरजेंसी की स्थिति पर आ चुकी है। कुछ दिन पहले ही आनंद विहार और आसपास के इलाक़ों में बढ़ते प्रदूषण के चलते निजी निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई थी।

सफर के अनुसार, प्रदूषण बेहद ख़राब स्तर पर है। ज़मीनी सतह पर हवाओं की गति 6 से 8 किलोमीटर तक बनी हुई है। अगले तीन दिनों तक हवाएं इसी तरह की रहेगी। राजधानी में अगले एक दो दिनों में हवा के बहाव के चलते पराली का धुआं पहुंच सकता है। इससे पीएम 2.5 के स्तर में वृद्धि होगी। तीन दिनों तक प्रदूषण बढ़ेगा लेकिन इसका स्तर बेहद ख़राब ही बना रहेगा। वहीं आईआईटीएम पुणे के अनुसार, प्रदूषण का स्तर 29 से 31 अक्टूबर तक बेहद ख़राब ही रहेगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक यह ख़राब से बेहद ख़राब रह सकता है। शनिवार को हवाएं दक्षिण और उत्तर पूर्वी दिशा से आएंगी। सुबह के वक़्त कोहरा रहने की संभावना है।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest