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इज़रायल ने एक बार फिर गाज़ा पर बमबारी की

क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीनी क्षेत्र पर सोमवार को इज़रायल द्वारा की गई बमबारी एक सप्ताह से भी कम समय में दूसरी घटना थी।
इज़रायल ने एक बार फिर गाज़ा पर बमबारी की

मई में हुए युद्धविराम समझौते का उल्लंघन जारी रखते हुए इज़रायल ने सोमवार 23 अगस्त को गाजा पर एक अन्य हवाई हमला किया। इजरायली सेना ने दावा किया कि ये हमला दक्षिणी इज़रायल में हमास द्वारा छोड़े गए आग लगाने वाले गुब्बारों की प्रतिक्रिया में किया गया था जिससे खेतों में आग लग गई थी।

किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं थी। इजरायली डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने मंगलवार को एक बयान में दावा किया कि इस हवाई हमले ने खान यूनिस में हमास के हथियार कारखाने और जबाल्या में एक सुरंग को निशाना बनाया।

गाजा में हमास और अन्य फिलिस्तीनी प्रतिरोध समूहों ने दावा किया कि आग लगाने वाले गुब्बारे इजरायल के साथ युद्धविराम समझौते का उल्लंघन नहीं करते हैं। इन गुब्बारों को इजरायल पर एक दशक से अधिक समय से इस क्षेत्र की नाकेबंदी को हटाने के लिए दबाव बनाने के लिए छोड़ा गया है। टाइम्स ऑफ इज़रायल की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल द्वारा किए गए कई हवाई हमलों की निंदा करते हुए हमास के अधिकारी इस्माइल राडवान ने कहा कि "ये बमबारी हमारे अधिकारों को पुनः दावा करने के हमारे दृढ़ संकल्प को बढ़ाएगी"।

इजरायल ने हाल ही में गाजा पर अपने हमले तेज कर दिए हैं। शनिवार 21 अगस्त को इजरायली सेना ने फिलिस्तीनियों पर गोलियां चलाईं जो गाजा से लगी अपनी सीमाओं पर 1969 में अल-अक्सा मस्जिद पर हमले की 52 वीं वर्षगांठ पर प्रदर्शन कर रहे थे। इसमें करीब 41 लोग घायल हो गए। घायलों में गंभीर रूप से जख्मी बच्चे भी शामिल हैं। बाद में इज़रायल ने उसी दिन इस क्षेत्र के अंदर हवाई हमले किए।

गाजा में कुछ फिलिस्तीनी समूहों ने सोमवार को घोषणा की है कि वे बुधवार को इजरायल के साथ अपनी सीमाओं के पास दक्षिणी गाजा पट्टी में एक विशाल रैली करेंगे।

फिलिस्तीनी चुनावों में हमास की चुनावी जीत के बाद 2006 से गाजा पर इजरायल द्वारा व्यापक भूमि, समुद्र और हवाई नाकेबंदी लगाई गई है। इजरायल की नाकाबंदी और कभी-कभी किए गए हवाई हमलों के चलते बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है और बुनियादी ढ़ांचों का नुकसान हुआ है जिससे लाखों फिलिस्तीनी मुफलिसी में रहने को मजबूर हैं। इस साल मई में इजरायल के 11 दिनों के हमले में कम से कम 250 फिलीस्तीनियों की मौत हो गई थी और लगभग 2,000 लोग घायल हो गए थे, इसके अलावा नागरिक बुनियादी ढांचे का नुकसान हुआ था। संयुक्त राष्ट्र इन हमलों के दौरान इज़रायल द्वारा किए गए युद्ध अपराधों को सिद्ध करने के लिए जांच कर रहा है। आईसीसी गाजा पर 2014 के इजरायली हमले की एक अन्य जांच कर रहा है।

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