Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

महिलाओं के ख़िलाफ़ अभद्र भाषा बोलने के आरोपी यति नरसिंहानंद पर सिर्फ केस दर्ज होना काफ़ी नहीं है!

ये विडंबना ही है कि मुस्लिमों के खिलाफ नियमित तौर पर हिंसक और भड़काऊ भाषण दिए जाने पर नरसिंहानंद का समर्थन करने वाले बीजेपी नेता अब उनसे दूरी बनाते दिखाई दे रहे हैं।
Yati Narsinghanand Saraswati

ग़ाज़ियाबाद डासना देवी मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती एक बार फिर महिलाओं के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सुर्खियों में हैं। उन पर हिंदू महिलाओं और महिला नेताओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। ये विडंबना ही है कि मुस्लिमों के खिलाफ नियमित तौर पर हिंसक और भड़काऊ भाषण दिए जाने पर नरसिंहानंद का समर्थन करने वाले बीजेपी नेता अब उनसे दूरी बनाते दिखाई दे रहे हैं। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा जिन्होंने कभी नरसिंहानंद के समर्थन में 25 लाख रुपये की धनराशि इकट्ठा की थी, अब वही नरसिंहानंद की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

आपको बता दें कि दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मोहम्मद पैगंबर के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में नरसिंहानंद के खिलाफ इस साल अप्रैल में भी एक मामला दर्ज किया गया था।

पूरा मामला क्या है?

प्राप्त जानकारी पुलिस ने नरसिंहानंद के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 505 (1) (c) (आपराधिक उद्देश्य), 509 (महिला की गरिमा का अपमान), 504 (जानबूझकर किया गया अपमान) और 506 (धमकी) के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही साथ आईटी एक्ट की धारा 67 भी लगाई गई है। तीनों एफआईआर मसूरी पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद (ग्रामीण) के एसपी डॉ. इराज राज ने बताया, ‘यति नरसिंहानंद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वह मंदिर परिसर में बैठे हैं और हिंदू महिलाओं के अन्य धर्म के पुरूषों के साथ संबंधों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि यति नरसिंहानंद ने दूसरे धर्म के लोगों के साथ संबंध रखने वालीं हिंदू महिलाओं के खिलाफ एक वीडियो में अपमानजनक और धमकी भरी बयानबाजी की। दूसरी एफआईआर में कहा गया कि है यति नरसिंहानंद ने राजनीति में मौजूद महिलाओं और महिला नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कहीं, जिससे महिलाओं की भावनाएं आहत हुई हैं।

वायरल वीडियो में उन्होंने बीजेपी समेत अलग अलग दलों में राजनीति कर रही महिलाओं का जिक्र किया है और अपनी बातों से अपनी घिनौनी सोच का परिचय दिया है। वीडियो में यति नरसिंहानंद सरस्वती महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी करते हुए कहा था, “बीजेपी में जितनी भी महिलाएं दिखाई दे रही हैं, वह एक नेता के पास गईं और दूसरे के पास नहीं तो दूसरा उनका काम नहीं करेगा... तीसरे से काम है तो तीसरे के पास जाना है। अब ये हैं ईमानदार और चरित्रवान लोग। ये है राजनीति। जितनी महिलाएं राजनीति करती घूम रही हैं, पूरा मजा आ रहा है। मैं कह तो कुछ नहीं सकता, मातृशक्ति हैं... मैं मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं।”

राष्ट्रीय महिला आयोग की शिकायतों के आधार पर हुई कार्रवाई

इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग ने 7 अगस्त को भी यति नरसिंहानंद के खिलाफ एक शिकायत की थी। यह शिकायत यति के उस वीडियो के आधार पर हुई थी, जिसमें उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री की महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी की थी।

मालूम हो कि राष्ट्रीय महिला आयोग की शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई हुई है। इस कार्रवाई के संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी ट्वीट किया। उन्होंने यति नरसिंहानंद को ढोंगी संन्यासी बताया।

नरसिंहानंद की सफाई

वैसे चौतरफा आलोचनाओं के बाद राजनीति में मौजूद महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी पर यति की सफाई भी आ चुकी है। यति ने एक वीडियो में कहा था कि उनके बयान को एडिट किया गया है और इसे संदर्भ से अलग हटाकर पेश किया जा रहा है।

वही येति ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा मामले पर सफाई देते हुए था कि रेखा शर्मा को पूरा वीडियो सुनना चाहिए था कि मैंने वो बात कोई परिपेक्ष्य में बोली है। मेरी वीडियो को एडिट कर मुझे महिला विरोधी घोषित कर दिया। महिला आयोग की चैयरमैन को सोचना चाहिए कि मैं महिला के सम्मान के लिए लड़ रहा हूं या उनका अपमान कर रहा हूं। महिला सम्मान की लड़ाई मुझसे ज्यादा किसी ने लड़ी हो तो दिखा देना।”

इससे पहले यति ने रेखा शर्मा के लिए कहा था, “मुझे ये बात समझ नहीं आई कि ये रेखा शर्मा या महिला कार्यकर्ता हैं, ये क्या गोबर खाकर पैदा हुई हैं? इनमें बुद्धि है या नहीं है। ये बीजेपी की महिला है, राष्ट्रवादी है। ये छाती पर हाथ रखकर बता दे कि मैंने झूठ बोला हो। पूरा वीडियो देख ले, एक शब्द बता दे कि मैंने झूठ बोला हो। मेरे खिलाफ रिपोर्ट लिखावाकर इसे क्या मिलेगा, चल मुझे फांसी पर चढ़ा दे। लेकिन मेरी बहन मैंने बात सच बोली थी या झूठ बोली थी।
क्या वाकई नरसिंहानंद पर कोई कार्रवाई होगी?

ये वीडियो सामने आने के बाद से ही बीजेपी के कई नेता यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। हैरानी की बात ये है की इन नेताओं में बीजेपी के कपिल मिश्रा भी शामिल हैं, जो पहले यति नरसिंहानंद के लिए 25 लाख रुपये इकट्ठा करने का अभियान चला चुके हैं।

गौरतलब है कि यति नरसिंहानंद गाजियाबाद के डासना स्थित शिव शक्ति धाम के पुजारी हैं। यह मंदिर सबसे पहले तब चर्चा में आया था, जब इसी साल की शुरुआत में मंदिर परिसर के भीतर एक 14 साल के बच्चे को बेरहमी से पीटा गया था। इस मामले में शृंगी यादव नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया था। यति नरसिंहानंद ने आरोपी का समर्थन किया था। चूंकि अब यति अपनी बातों से समाज के एक बड़े वर्ग को प्रभावित करते हैं इसलिए ये देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस, हिंदुतत्व राजनीति से जुड़े लोग इनपर क्या कार्रवाई करते हैं? कोई कार्रवाई होती भी है या रसूख और पॉलिटिकल पहुंच के कारण इनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया जाता है।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest