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काबुल पर अमेरिकी ड्रोन हमले में बच्चों समेत कई नागरिकों की मौत

स्थानीय लोग अमेरिका के उस दावे को ख़ारिज करते हैं जिसमें उसने कहा कि उसने काबुल हवाई अड्डे पर फिर से हमला करने के लिए एक कार में विस्फोटक लोड करने की कोशिश कर रहे दो कथित आतंकवादियों पर हमला किया था।
काबुल पर अमेरिकी ड्रोन हमले में बच्चों समेत कई नागरिकों की मौत

रविवार 29 अगस्त को अमेरिकी मिसाइल हमले में काबुल में मारे गए कई नागरिकों में कम से कम छह बच्चे शामिल हैं। ये नागरिक तब मारे गए जब एक अमेरिकी ड्रोन ने एक कार पर हेलफायर मिसाइल दागा था। इस कार को लेकर अमेरिका का दावा है कि यह एक आवासीय क्षेत्र में खड़ी थी और काबुल हवाईअड्डे पर हमले को अंजाम देने के लिए इस पर विस्फोटक लोड किए जा रहे थे।

एपी ने नाम लिए बगैर अमेरिकी अधिकारी के हवाले से लिखा कि एक कार पर ड्रोन हमले ने दो इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी) के आतंकवादियों को निशाना बनाया, जो हमले में मारे गए।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार इस हमले में छह बच्चों सहित एक परिवार के कम से कम नौ सदस्य मारे गए। इसने चश्मदीदों के हवाले से लिखा कि अमेरिकी ड्रोन हमले ने एक आवासीय इमारत में खड़ी दो कारों पर हमला किया।

सेंटकॉम ने बाद में जारी एक बयान में कहा कि वह घटना और नागरिकों के हताहत होने के आरोपों की जांच कर रहा है और "निर्दोष लोगों के जीवन के किसी संभावित नुकसान" के लिए खेद व्यक्त करता है। इसने यह भी दावा किया कि नागरिकों की मौत कमजोर विस्फोटों के कारण हुई होगी जो हवाई अड्डे पर हमला करने के उद्देश्य से कार में लोड किए गए विस्फोटकों के कारण हुई होगी। हालांकि, सीएनएन ने नागरिकों के हवाले से लिखा कि उन्होंने केवल एक विस्फोट सुना।

रविवार का हमला गुरुवार को हुए हमलों के बाद अमेरिका द्वारा किया गया दूसरा हमला था। शनिवार को नंगरहार प्रांत में अमेरिकी हवाई हमले में एक कथित आतंकवादी मारा गया।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार के काबुल हवाईअड्डे पर हुए विस्फोटों के दोषियों को न छोड़ने का संकल्प लिया था, जिसमें 13 अमेरिकी सैनिकों सहित कम से कम 175 लोग मारे गए थे। गुरुवार के हमले की जिम्मेदारी आईएसकेपी या आईएसआईएस-के ने ली जो अफगानिस्तान में आईएसआईएस से संबद्ध है।

इस बीच, तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के एक सदस्य अब्दुलहक वासिक ने रविवार को कहा कि अमेरिका को अफगानिस्तान में हमले करने का कोई अधिकार नहीं है और इस तरह के हमले दोहा में अमेरिका और तालिबान के बीच हुए समझौते के खिलाफ हैं।

अमेरिका अफगानिस्तान से अपनी निकासी प्रक्रिया को समाप्त करने वाला है क्योंकि इसके लिए समय सीमा मंगलवार 31 अगस्त अब नजदीक है। उम्मीद है कि कल तक कर्मचारियों के सदस्यों के साथ अपने सभी सैनिकों को देश से वापस ले लेगा, जिन्होंने इसके मिशन के साथ काम किया था।

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